एनर्जी के साथ पचने में आसान

नाश्ते में सूजी का इस्तेमाल लोगों इसलिए भी करते है क्योंकि यह खाने में हल्की और पाचन योग्य होती है। यह डूरम (एक प्रकार का गेहूं) से बनती है जो आपके पेट को देर तक भरा हुआ रखती है। इससे आप ओवरईटिंग से बच जाते हैं साथ इसमें कार्बोहाइड्रेट ज्‍यादा होने की वजह से शरीर में एनर्जी बढ़ती है और आप हमेशा एक्‍टिव रहेंगे।
मोटापा और कोलेस्ट्रॉल रखें नियंत्रित

अगर आप वेट कंट्रोल करने की कोशि‍श कर रहे हैं तो सूजी को अपनी डाइट में शमिल करें। इसमें ढेर सारा फाइबर होता है जो पाचन तंत्र को सुचारू रखने में मदद करता है। इसमें फैट और कोलेस्‍ट्रॉल बिल्‍कुल भी नहीं होता इसलिए यह उन लोगों के लिए अच्‍छी है जिनका कोलेस्‍ट्रॉल बढ़ जाता है।
प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाती है

इस में मौजूद फॉस्फोरस, जिंक, मैग्नीशियम नर्वस सिस्टम को सही रखने में मदद करते हैं। साथ ही प्रोटीन की भरपूर मात्रा त्वचा व मांसपेशियों के लिए लाभकारी है। सूजी में पाया जाने वाला सेलेनियम शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने का काम करता है। यह कई तरह के इंफेक्शन से बचाता है।
मधुमेह रोगियों के लिए बेहतर

डायबिटीज़ यह डायबिटीज़ रोगियों के लिये अच्‍छा आहार है क्‍योंकि इसका glycemic index कम होने की वजह से शुगर बढ़ने का खतरा नहीं रहता। मैदे के मुकाबले यह रक्‍त में अवशोषण होने में अधिक समय लगाती है, जिससे रोगियों में रक्‍त शर्करा कम ज्‍यादा होने का खतरा नहीं रहता।
एनीमिया औऱ दिल के लिए अच्छी
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एनीमिया से पीड़ित लोगो को सूजी का सेवन करना चाहिए। सूजी आयरन का बहुत अच्छा स्रोत है। इसलिए सूजी का सेवन करने से शरीर की आयरन की आवश्यकता पूरी होती है। इससे शरीर में खून की कमी नहीं होती व विभिन्न अंगों को भरपूर एनर्जी मिलती रहती है। इससे हृदय संबंधी बीमारी होने का खतरा भी कम रहता है और हार्टअटैक से भी बचाता है।