अगर 3 घंटे में नहीं बदलती हैं पैड, तो हो सकती है ये समस्‍याएं

अगर आप भी पीरियड्स के दौरान सैनिटरी पैड को लंबे समय तक लगाकर रखती हैं, या ज्‍यादा फ्लो होने के बाद ही बदलती है तो यह सहीं नहीं है, आइए जानें क्‍यों।

Pooja Sinha
Written by:Pooja SinhaPublished at: Nov 22, 2016

लंबे समय तक पैड लगाना, क्‍या सही है?

लंबे समय तक पैड लगाना, क्‍या सही है?
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"क्‍या तुमने पैड बदला" या "क्‍यों इतनी देर से वहीं पैड लगा रखा है", पीरियड्स के दौरान आपको अपनी बड़ी बहन या मां से अक्‍सर यह बातें सुनने का मिलती होगी। लेकिन हम एक ही पैड को न जाने कितने घंटों लगाकर रखते हैं। अगर आप भी सैनिटरी पैड को लंबे समय तक लगाकर रखती हैं, या ज्‍यादा फ्लो होने के बाद ही बदलती है तो यह सहीं नहीं है। जी हां सच्‍चाई यह है कि आपको हर 3 घंटे के बाद सैनिटरी पैड बदलना चाहिए। आपको विश्‍वास नहीं हो रहा है? तो आइए जानें आपको क्‍यों माननी चाहिए अपनी मां या बड़ी की सलाह?

बैक्टीरिया के पनपने का डर

बैक्टीरिया के पनपने का डर
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कम फ्लो होने पर हम पैड को कई घंटों तक लगा रहने देते हैं। लेकिन इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आपका फ्लो कैसा है। ज्‍यादा समय तक पैड लगाने से बैक्‍टीरिया को पनपने का अच्‍छा मौका मिल जाता है। इससे डायरिया, बुखार और ब्‍लड प्रेशर जैसी बीमारियों का खतरा रहता है। इसलिए बैक्‍टीरिया को पनपने के जोखिम को कम करने के लिए हर 3 घंटे के बाद पैड को बदलते रहना चाहिए।

संक्रमण और त्वचा पर चकत्ते

संक्रमण और त्वचा पर चकत्ते
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डिस्पोजबल पैड कॉटन और प्‍लास्टिक से बने होते हैं, इसलिए लंबे समय तक इसे तरह को लगाने से योनि का एयरफ्लो ब्‍लॉक हो जाता है जिससे दर्दनाक चकत्‍ते हो सकते हैं। इसलिए पीरियड्स के दौरान पैड को 3 घंटे से ज्‍यादा नहीं लगाना चाहिए।

हानिकारक केमिकल की मौजूदगी

हानिकारक केमिकल की मौजूदगी
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शायद आपको यह पता नहीं होगा, लेकिन आपके सैनेटरी पैड को सफेद दिखाने के लिए केमिकलों से ब्‍लीच किया जाता है और लंबे समय तक गंदे पैड लगाने से प्रतिरक्षा और प्रजनन प्रणाली पर असर पडता है।

अधिकांश पैड में सेल्यूलोज जैल होता है

अधिकांश पैड में सेल्यूलोज जैल होता है
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हालांकि कुछ पैड कॉटन से बनाये जाते हैं लेकिन बाजार में उपलब्‍ध ज्‍यादातर पैड में कॉटन न होकर सेल्‍यूलोज जैल होता है जो इंफेक्‍शन का कारण बन सकता है। पीरियड्स के दौरान इस तरह के पैड का लंबे समय तक इस्‍तेमाल करने से सरवाइकल कैंसर हो सकता है जो आज महिलाओं के बीच सबसे आम समस्‍याओं में से एक है। Image Source : dreamstime.com, mercola.com & Getty

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