मां के दूध में शिशु फॉर्मूला

मां के दूध में वह सारे पौष्टिक तत्‍व पाये जाते है जो एक नवजात शिशु के लिए पर्याप्‍त होता है। इसमें एंटी-ऑक्‍सीडेंट, विटामिन, प्रोटीन और कैल्शियम होता है। लेकिन कई महिलाएं अपने दूध के साथ कुछ अन्‍य पोषक तत्‍व मिलाकर अपने शिशु को देती हैं, उनके अनुसार यह शिशु के लिए बहुत फायदेमंद होता है। अगर आप भी ऐसा ही कुछ करती हैं तो सावधान हो जायें, क्‍योंकि दूध में इन्फेंट फॉर्मूला जिसे हम शिशु के आहार के रूप में भी जानते हैं, मिलाने से कैलारी की मात्रा बढ़ जाती है जो शिशु के लिए काफी हानिकारक हो सकती है। आइए जानें किे मां के दूध में फॉर्मूला मिलाने से शिशु को क्‍या नुकसान हो सकता है।
कैलोरी की मात्रा का बढ़ना

मां का दूध शिशु के लिए पर्याप्‍त होने के साथ किसी वरदान से कम नहीं है। मां का दूध बच्चे को कई बीमारियों से बचाता है। लेकिन फिर भी अगर आप इसमें शिशु फॉर्मूला मिला देते हैं तो इसमें केमिकल रिएक्‍शन होता है। इससे दूध में बदलाव होता है जिससे कैलोरी की मात्रा बढ़ जाती है और बच्‍चे को नुकसान होने लगता है।
दूध पीना छोड़ देता है बच्चा

अगर आप अपने शिशु को ब्रेस्‍ट‍फीडिंग नहीं कराना चा‍हती तो उसे अपने थोड़े से दूध के साथ शिशु फॉर्मूला मिला कर दे सकती हैं। लेकिन अगर आप अपने बच्चे को अपना दूध पिलाना चाहती हैं तो उसमें फॉर्मूला न मिलाएं क्योंकि इससे बच्चा एक समय के बाद आपका दूध पीना छोड़ देगा।
मां का दूध हो जाता है खराब

मां का दूध कीमती होता है और पंप से निकालकर इसे काफी देर के लिए स्‍टोर किया जा सकता है। लेकिन क्‍या आप जानते हैं कि मां के दूध में शिशु फॉर्मूला मिलाने से दूध खराब हो जाता है। लेकिन इसमें शिशु फॉर्मूला मिलाने से इसे आप आधे घंटे से ज्‍यादा नहीं रख सकती है। क्‍योंकि वह दूध फिर शिशु के पीने लायक नहीं रहता है।
किडनी के लिए हानिकारक

मां के दूध में किसी भी तरह का शिशु फॉर्मूला मिलाना बच्‍चे की किडनी के स्‍वास्‍थ्‍य के लिए भी अच्‍छा नहीं होता। ऐसा करने से बच्‍चे को पचाने में मुश्किल होती है और यह आपके शिशु की किडनी पर भी असर करने लगता है। Image Source : Getty