टूथब्रश

वैसे तो सभी लोग नियमित रूप से दांतों की सफाई करते हैं, लेकिन टूथब्रश करने का सही तरीका बहुत कम ही लोगों को मालूम होगा। स्वीडन में किए गए एक शोध के अनुसार, कि ज्‍यादातर लोग दांतों को साफ करने के लिए रोजाना फ्लोराइड टूथपेस्ट का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन दस में से केवल एक को ही टूथब्रश करने का सही तरीका मालूम होता है। टूथब्रश का सही तरीका न मालूम होने के कारण दांतों से जुड़ी बीमारियों लग जाती है। यहां तक की दांत टूटने भी लगते हैं।
बहुत कम अवधि के लिए ब्रशिंग

ब्रशिंग करने का आदर्श समय दो से तीन मिनट निर्धारित होता है। लेकिन आजकल की व्‍यस्‍त जीवन शैली के कारण लोगों ने ब्रशिंग के समय को बहुत छोटा कर दिया है। और वह ब्रशिंग को मुश्किल से एक मिनट में ही कर लेते हैं। जो की सही नहीं है।
जल्दी-जल्दी ब्रशिंग

बच्‍चों के साथ वयस्‍कों को भी दांतों के अच्‍छे स्‍वास्‍थ्‍य के लिए कम से कम दिन में दो बार ब्रश करना चाहिए। लेकिन एक दिन में तीन बार से ज्‍यादा ब्रश करना, जलन के साथ दांतों की जड़ों को नुकसान पहुंचा सकता है। इसलिए दिन में दो बार ब्रश करना ही सुनिश्चित करें।
गलत टूथब्रश का उपयोग

लोगों को यह पता ही नहीं होता है कि सही ब्रशिंग के अलावा सही टूथब्रश का उपयोग करना भी अत्‍यंत महत्‍वपूर्ण होता है। साथ ही इसको सावधानी से खरीदने की भी जरूरत होती है। आपको ब्रश को खरीदते समय मुंह के आकार और ब्रश के हत्थे को ध्‍यान में रखना चाहिए। ताकि ब्रश को पकड़ने में आसानी हो।
सही समय पर टूथब्रश का नहीं बदलना

टूथब्रश की स्वच्छता को महत्व देना बहुत जरूरी होता है। दंत चिकित्सकों के अनुसार, हर दो महीने के अंतराल में टूथब्रश बदलना चाहिए। पुराने टूथब्रश के ब्रिसल्स सख्त हो जाते हैं जिससे दांतों की सफाई सही तरीके से नहीं हो पाती और इनसे संक्रमण की आशंका भी अधिक रहती है। बीमारी से पी‍ड़ि‍त लोगों को तो शरीर में कीटाणुओं और जीवाणुओं के प्रवेश से बचने के लिए टूथब्रश की स्‍वच्‍छता पर बहुत ध्‍यान देना चाहिए।
सही ब्रिसल्स वाला टूथब्रश

अकसर लोगों का टूथब्रश खरीदते समय इस बात पर ध्‍यान ही नहीं जाता कि बहुत सख्‍त ब्रिसल्‍स वाले ब्रश मसूड़ों को नुकसान पहुंचा सकते हैं। इसलिए ‌मुलायम टूथब्रश ही लें। जो दांतों के बीच आसानी से जा सकें और जिनसे मसूड़ों के छिलने का डर भी न हो।
ब्रश करने की सही तरीका

सही टूथब्रश को चुनने के साथ ब्रश करने का सही तरीका जानना भी बहुत जरूरी होता है। क्‍योंकि बहुत कम लोग ब्रश करने के सही तरीके से परिचित होते हैं। बहुत सख्‍त तरीके से ब्रश करना जर्म्‍स को बहुत पीछे कर देता है और इससे मुंह में चोट भी लग सकती हैं। इसलिए मुंह में फंसे बैक्‍टीरिया और खाद्य कणों से छुटकारा पाने के लिए घुमावदार तरीके से ब्रश करने की सलाह दी जाती है। इसके लिए टूथब्रश को दांतों के एनामेल पर ऊपर से नीचे और दाएं से बाएं की ओर करें।
दांत के अंदर की उपेक्षा

ब्रशिंग आपके दांतों के प्रत्‍येक भाग को रोगाणु और गंदगी मुक्त होने में मदद करता है। ऐसा न करने से दांतों में प्लॉक की वृद्धि हो सकती है। ब्रश करते समय दांतों के अंदर के हिस्‍से, मोलर और प्री मोलर पर ब्रश नहीं करने से कैविटी और बुरी सांस पैदा कर सकता है।
ठीक से कुल्ला नहीं करना

ब्रशिंग के बाद ठीक से कुल्‍ला करना अत्‍यंत महत्‍वपूर्ण होता है। क्‍योंकि ठीक से कुल्‍ला न करने के कारण बैक्‍टीरिया विकसित होने लगते हैं। इसके अलावा टूथपेस्ट में फंसे हुए कणों से छुटकारा पाने के लिए अच्‍छी तरह से ब्रश को धोना भी बहुत जरूरी होता है।
जीभ की सफाई

अच्‍छी तरह से ब्रश करने के बाद, जीभ की सफाई करना भी बहुत जरूरी होता है। लेकिन अकसर लोग जीभ की सफाई की तरफ ध्‍यान ही नहीं देते। जीभ को साफ करने के लिए टंग क्‍लीनर का इस्‍तेमाल किया जा सकता है। यह जीभ को साफ कर इसमें मौजूद बैक्‍टीरिया को दूर करता है। जिससे आपकी सांस तारोताजा बनी रहती है।