इशारे जो बतायें कि रिश्ता है सदा के लिए
किसी भी रिश्ते में जुड़ने से पहले यह डर लगा रहता है कि क्या यह रिश्ता स्थायी है? आपकी इस दुविधा को दूर करने के लिए हम कुछ ऐसे इशारे बता रहें जो यह बताएंगे कि आपका रिश्ता है सदा के लिए।

रिश्ते की शुरुआत बहुत नाजुक होती है। और इस दौरान आपके जेहन में यह सवाल उठता है कि क्या यही वो इंसान है जो जीवनभर आपका साथ निभाएगा? आप जिस रिश्ते में है वह स्थायी है या नहीं। कैसे इन सब सवालों के जवाब तलाशे जाएं। कैसे उन छोटी-छोटी बातों के सिरों को पकड़ें जो यह बताते हैं कि आपका रिश्ता है सदा के लिए।

विश्वास यही वह आधार होता है जिस पर खड़ी होती है रिश्तों की इमारत। अगर आप दोनों एक दूसरे पर इतना विश्वास करते हैं कि हर राज साझा करते हैं और आपका साथी आपके इस विश्वास को बनाए रखने की पुरजोर और ईमानदार कोशिश करता है, तो आप दोनों एक-दूजे के लिए ही बने हैं।

रिश्ते आपके इर्द-गिर्द सुरक्षा चक्र बना देते हैं। और इस दायरे में आपसी झिझक, दुविधा और संशय की कोई जगह नहीं होती। ऐसा होने पर मुद्दा कोई भी हो, आप बड़ी आसानी से एक दूसरे से बात कर लेते हैं। फिर वो चाहे आपके बचपन के कठिन दौर से संबंधित हो, दफ्तर के तनाव से जुड़ा हो या जीवन की किसी भी बुरी यादों की बातें हों। आपको यूं लगता है जैसे आप खुद से ही संवाद कर रहे हों।

सच्चा रिश्ता तो वही है जहां मैं या तुम होने के बावजूद हम बना रहे। जैसे आप दोनों अलग होकर भी एक हों। अगर अपने पार्टनर के सामने आपको कुछ और बनने की जरूरत नहीं होती, तो यह एक स्वस्थ रिश्ते की पहचान है। आपको उसके सामने ज्यादा सोचने की जरूरत नहीं होती। आपको मालूम होता है वह आपके कहे का अर्थ समझ जाएगा। बनावटीपन की आपके रिश्ते में कोई जगह नहीं। यह एक इशारा है कि आप दोनों एक दूसरे के लिए ही बने हैं।

आपकी और उनकी पसंद नहीं मिलती। लेकिन, वह आपकी पसंद का पूरा खयाल रखते हैं। आपके कहे बिना ही वह समझ जाते हैं कि आप क्या कहना चाहती हैं। बिना कहे ही वह आपकी हर चाहत का खयाल रखते हैं। तो यह एक सच्चे जीवनसाथी की पहचान है। वह जानते हैं कि किसी परिस्थिति में आप कैसा महसूस करेंगी। यदि आपके साथी इस बात को समझते हैं तो आपके लिए इससे अच्छा व्यक्ति कोई दूसरा नहीं मिल सकता। ऊपरवाले ने उन्हें शायद आपके लिए ही बनाया है।

गलतफहमियों और मतभेद होने की मुख्य वजह है विचारों में मेल न होना। अगर आप नाराज होने के बजाय अपनी बात को इत्मिनान से बैठकर सामने वाले को समझाएंगे, तो बात उसके पल्ले पड़ेगी। दूसरे के हालात में खुद को रखकर देखें, तो आपको उसका मन समझने में मदद मिलेगी। बात करने से ही बात बनती है। इसलिए कोई भी मतभेद होने की सूरत में बैठकर बात करने से एक-दूसरे के प्रति हमारी समझ बढ़ती है।

रजामंदी और समझ के आधार पर ही कोई दो लोग साथ रह सकते हैं। कई बार रिश्ते में कई बातें समझौते जैसी नहीं लगतीं। आपको इस बात से फर्क नहीं पड़ता कि आपका साथी की राय कुछ मुद्दों पर आपसे अलग होती है। वैचारिक मतभेद होने के बाद ही पार्टनर के विचारों पर सहमति जताने का दबाव न होना अपने आप में एक मिसाल है।

सुनहरे भविष्य के सपने बुनना हममें से हर किसी को अच्छा लगता है। आप भी अगर ऐसा ही कोई सपना बुन रहीं हैं तो इसमें कोई स्पेशल बात नहीं है। हां, यह स्पेशल तब हो जाता है जब आप अपने ख्वाब में उनको भी साथ पाती हैं। फिर तो यह बात पक्की है कि आप दोनों हमेशा साथ रहने वाले हैं।

साथ हंसना कोई बड़ी बात नहीं है, मगर जब आप साथ हंसते हुए कुछ अलग महसूस करें तो समझ जाइए कि मामला कुछ खास है। अगर आप दोनों एक दूसरे के ह्यूमर को भी अच्छे से कैच कर लेते हों, तो आप कभी नहीं अलग होने के लिए बने हैं।

कभी-कभी भले ही उसकी हरकतों से आपको चिढ़ आती हो, पर एक इंसान के रूप में अगर आप उनकी इज्जत करते हैं, और चाहतें हैं कि वो कभी न बदलें, तो यह संकेत हैं कि आपका रिश्ता सदा के लिए है।

अगर कभी आप दोनों के बीच किसी मुद्दे पर बहस हो जाती है। तो उसे लंबा ना खींच कर थोड़ी देर में ही इसे सुलझा कर एक दूसरे से बात करना। इस बात का इशारा है कि आप ज्यादा देर तक एक दूसरे के बिना नहीं रह सकते हैं।
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