शकरकंद आपको रखे सेहतमंद
शकरकन्द खाने में मीठा होता है। इसके सेवन से खून बढ़ता है, शरीर मोटा होता है साथ ही यह कामशक्ति को भी बढ़ाता है। इससे जुड़े स्वास्थ्य लाभों के बारे में जाने इस स्लाइड शो में।

शकरकन्द में विटामिन ए, कैल्शियम, फॉस्फोरस, सोडियम, पोटेशियम, आयरन भरपूर मात्रा में और विटामिन सी अल्पमात्रा में पाया जाता है। शकरकन्द खाने में मीठा होता है। इसके सेवन से खून बढ़ता है, शरीर मोटा होता है साथ ही यह कामशक्ति को भी बढ़ाता है। इससे जुड़े स्वास्थ्य लाभों के बारे में जाने इस स्लाइड शो में।

शकरकंद ऐसे खाद्य पदार्थों में से एक जिसमें कैलोरी और स्टार्च औसत मात्रा में होता है। शकरकंद में सैचुरेटेड फैट और कोलेस्ट्रॉल बिल्कुल भी नहीं होता है और यह आहार फाइबर, एंटी ऑक्सीडेंट, विटामिन और मिनरल का समृद्ध स्रोत है।

शकरकन्द प्रदर रोग में लाभकारी होता है। प्रदर रोग होने पर शकरकन्द को जिमीकन्द में बराबर मात्रा में लेकर छाया में सुखाकर और पीसकर बारीक चूर्ण बना लें। इसके 5-6 ग्राम चूर्ण को ताजे पानी और शहद में मिलाकर सेवन करने से लाभ होता है।

शकरकंद में विटामिन बी-6 भरपूर मात्रा में होता है जो होमोसिस्टीन केमिकल के स्तर को कम करने में मदद करता है जिससे दिल स्वस्थ् रहता है। होमोसिस्टीन एक प्रकार का अमीनो एसिड है जिसकी अधिकता से हृदय रोग की संभावना बढ़ सकती है।

विटामिन डी थायरॉयड ग्रंथि, दांत, हड्डियों, नसों और त्वचा के स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए बहुत आवश्यक होता है। शकरकंद में विटामिन डी प्रचुर मात्रा में होता है, इसलिए यह शरीर के पोषण के लिए अच्छा होता है।

आयरन शरीर में एनर्जी के स्तर को बनाए रखने में मदद करता है और शकरकन्द में आयरन भरपूर मात्रा में होता है इसलिए यह शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करता है। इसके अलावा, शकरकन्द सफेद और लाल रक्त कोशिकाओं के उत्पादन में सुधार करता है।

शकरकन्द में मौजूद कैरोटीनॉयड नामक तत्व रक्त शर्करा को कम करने में मदद करता है। साथ ही इसमें मौजूद विटामिन बी -6 डायबिटिक हार्ट डिजीज को कम करने में मदद करता है।

नियमित रूप से एक शकरकन्द का सेवन शरीर के लिए विटामिन ए की जरूरत का 90 प्रतिशत पूरा करता है। विटामिन ए फेफड़ों के रोग जैसे वातस्फीति के इलाज के लिए बहुत फायदेमंद होता है।

अगर आप पेट के अल्सर से पीड़ित हैं तो आप जितनी जल्दी हो सके अपने आहार मे शकरकन्द को शामिल करें। इसमें मौजूद विटामिन सी, बीटा कैरोटीन, विटामिन बी, पोटेशियम और कैल्शियम अल्सर की आशंका को कम करता है।

पोटेशियम से समृद्ध शकरकन्द दिल की धड़कन और तंत्रिका संकेतों को नियंत्रित करने में सहायक होता है। साथ ही पोटेशियम किडनी के कार्यों को नियंत्रित करने, सूजन को करने और मांसपेशियों में ऐंठन को समाप्त करने में भी मदद करता हैं।

शकरकन्द में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी तत्व आंतरिक और बाहरी सूजन जैसे हार्टबर्न, एसिडिटी और गठिया के इलाज करने में सहायक होता है। अगर आपको भी इस तरह की कोई भी समस्या है तो शकरकन्द के नियमित इस्तेमाल से ठीक हो सकती हैं।
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