कहीं आप तो नहीं कर रहे ये दस बॉडी लैंग्वेज गलतियां
आपने अक्सर सुना भी होगा कि शब्दों से कहीं ज्यादा ताकत आपके हाव-भाव में होती है, लेकिन दुर्भाग्य से हम इन बातों पर ध्यान नहीं देते। और बहुत ही आम बॉडी लैंग्वेज गलतियां करते हैं। कहीं आप भी तो बॉडी लैंग्वेज को लेकर गलतियां नहीं कर रहें।

बॉडी लैंग्वेज यानी हाव-भाव शारीरिक भाषा है, जिसमें शब्द तो नहीं होते, लेकिन आप बिना कुछ कहे अपनी बात कह जाते हैं। बॉडी लैंग्वेज व्यक्ति के व्यक्तित्व का आईना होती है। बॉडी लैंग्वेज लोगों के मन में आपके प्रति धारणा बनाता है। अगर आप बॉडी लैंग्वेज के जरिये अपनी बात को कहते हैं तो आप दूसरे के लिए आत्मविश्वासी, ऊर्जावान और ईमानदार व्यक्ति के रूप में सामने आते हैं। लेकिन दुर्भाग्य से हम इन बातों पर ध्यान नहीं देते। और बहुत ही आम बॉडी लैंग्वेज गलतियां करते हैं।

मुद्रा का सही न होना ना केवल आपके स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है बल्कि गलत बॉडी लैंग्वेज को भी दर्शाता है। कंधे और गर्दन को सीधा, पेट को अंदर और सीने को चौड़ा करके सीधे खड़ें होना आत्मविश्वास को दर्शाता है। इसके विपरीत कंधे झुकाकर खड़े होना पीठ में दर्द, थकान आत्मविश्वास में कमी, आलस्य, सामान्य उपेक्षा और दुख की सामान्य भावना को दर्शाता है।

दूसरे से ठीक से हाथ न मिलाना आपको अहंकारी दर्शाता है। आदर्श रूप से हाथ मिलाने का मतलब अपने आपको मजबूत महसूस कराना है अंहकारी नहीं। अच्छी बॉडी लैंग्वेज के लिए अच्छे से हाथ मिलाने का रहस्य हथेली से हथेली का संपर्क होता है।

बाहों को बचाव के रूप में मोड़ना आपमें अपने में ही रहने की भावना को दर्शाता है। साथ ही दूसरों को संकेत देता है कि आप उदासीन है और उनकी बातों को नहीं सुन रहे हैं। इसके अलावा ऐसे में बात करते समय आपका ध्यान हमेशा हाथों पर रहता है जबकि सुनने वाला आपके हाथों को नहीं देखता बल्कि उसे इस बात पर आश्चर्य होता है कि आप उससे कुछ छुपा रहें हैं।

किसी तथ्य पर बात होने पर अगर आप नीचे की ओर देखते हैं तो आप अपनी सभी शक्तियों को खोकर कमजोर लग सकते हैं। हम अक्सर अपनी रूचियों को आइब्रो, मुस्कान, सिर हिलाने, मौखिक अभिव्यक्ति या आगे की ओर झुकाव के माध्यम से व्यक्त करते हैं। अगर आप शारीरिक रूप से प्रतिक्रिया नहीं देते हैं, तो लोगों को लगता है कि आपको उनकी परवाह नहीं है, आप फंस रहे हैं।

निश्चित रूप से आंखें बिना कहें बहुत कुछ कह देने वाला सबसे बढि़या माध्यम है। यह बोलने का अधिकार, विश्वास, और उपस्थिति को दर्शाता है। इसलिए आपका आंखें चुराना यह दर्शाता है कि जो आपको कहा जा रहा है, आप उसपर ध्यान नहीं दे रहे। यह आपका संकोची होना ही नहीं, बल्कि आत्मविश्वास में कमी को भी दिखाता है।

व्यग्र होने का मतलब है, हर समय कुछ न कुछ करते रहना। अपने कार्यस्थल या घर में कभी हाथों से इशारा करना या फोन या बालों के साथ खेलते रहना। यह सब आपमें कमजोरी और आत्मविश्वास की कमी को दर्शाता है।

हमेशा ऑफिस या घर में इधर-उधर घूमते रहना आपकी नादानी और बचपना को दर्शाता है। इसके अलावा अपने हाथों के ऐक्शन पर भी कंट्रोल रखें, वर्ना सामने वाले को यह लग सकता है कि आप टेक ऑफ करने की कोशिश में लगे।

एक लय में यह कहना कि कोई चीज आपको बहुत अच्छी लग रही है। लेकिन साथ ही इस दौरान अपनी बांहों को जल्दी से क्रॉस और आंखों को रोल करना। चेहरे के इस तरह के भाव विपरीत भावनात्मक प्रतिक्रिया को दिखाते है कि आप जो कह रहे हैं वह सही नहीं है।

किसी से बात करते समय आंखों को घूमना, सुनने वाले को इस बात का संकेत देता है कि जो वह कह रहा हैं आप उसकी सराहना या सम्मान नहीं कर रही हैं। यह इस बात का मजबूत संकेत है जो शोधकर्ताओं ने भी साबित किया है कि पति या पत्नी से बात करते समय अपनी आंखों का घूमाना तलाक का मजबूत कारक है।

किसी महत्वपूर्ण बिंदु को व्यक्त करने के लिए इशारे महत्वपूर्ण हो सकते हैं लेकिन बहुत ज्यादा इशारे करना आपमें घबराहट को संकेत देता हैं। अपने हाथों को चारों ओर बहुत ज्यादा हिलाना, आपको आपकी बात से विचलित कर सकता है।
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