संवारें बच्चे का व्यक्तित्व
बच्चों की सही परवरिश व अच्छी आदतों से ही उनके व्यक्तित्व का विकास संभव है। बच्चों को गलत बातों पर डांटने व धमकाने की बजाय उन्हें समझने की कोशिश करें।

खेल एक फायदे अनेक
हर प्रकार के खेल विकसित करते हैं बच्चों का व्यक्तित्व, चाहे इनडोर खेल हों या आउटडोर। तो अगली बार जब आपका बच्चा खेल का समय बढ़ाने की मांग करें, तो हिचकें नहीं। क्योंकि यह सिर्फ खेल नहीं, बच्चे के व्यक्तित्व का भी सवाल है ।

ज़्यादा रोक–टोक नहीं
उम्र बढ़ने के साथ ही बच्चे के पसंद के खेल का निर्णय करने की प्राथमिकता उसे दें क्योंकि चोर सिपाही या साइकिल चलाने जैसा खेल भी आपके बच्चे को बहुत कुछ सिखाता है। इन खेलों के प्रभाव से उनमें टीम में काम करने की कला और सहनशक्ति विकसित होती है ।

शारीरिक विकास इतना आसान
पेड़ों पर चढ़ने से लेकर, सीढि़यों से कूदने तक के खेल बच्चों के शरीरिक विकास में सहायक होते हैं । दौड़ने, गेंद फेंकने और साइकिल चलाने जैसे खेलों से बच्चेन में स्वतंत्रता की भावना आती है। तो शारीरिक विकास के लिए इससे आसान क्या हो सकता है।

सामाजिक कौशल को ऐसे दें बढ़ावा
बच्चे में सामाजिक कौशल को बढ़ावा देने के लिए उसे ग्रुप में खेलने के लिए प्रोत्साहित करें और उसे लोगों का ख्या़ल रखने की सीख दें। उन्हें अपने खिलौने अपने दोस्तों से बांटने के लिए प्रेरित करें ।

भावनात्मक मजबूती क्यों है ज़रूरी
तरह–तरह के खेल खेलने से बच्चे में तनाव कम होता है और बच्चा भावनात्मक तौर पर मजबूत और स्वस्थ होता है। ऐसे खेल बच्चों के लिए रचनात्मक भी कम नहीं होते ।
इस जानकारी की सटीकता, समयबद्धता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास किया गया है हालांकि इसकी नैतिक जि़म्मेदारी ओन्लीमायहेल्थ डॉट कॉम की नहीं है। हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से अवश्य संपर्क करें। हमारा उद्देश्य आपको जानकारी मुहैया कराना मात्र है।