कैंसर से बचाव

यह एक बहुत पुराना तथ्‍य है कि एण्‍टीआक्सिडेंट्स से कैंसर से बचाव सम्‍भव है। मैक्‍स अस्‍पताल की हैड आफ डायटिक्‍स डा रितीका समद्दार और आर्टेमिस अस्‍पताल की मुख्‍य आहार विशेषज्ञ ज्‍योती अरोड़ा हमें एण्‍टीआक्सिडेंट युक्‍त फलों का रस लेने की सलाह देती हैं।
चुकंदर कहे कैंसर को गुड बाय

कैंसर की चिकित्सा के लिए चुकंदर का रस प्रभावी तरीके से काम करता है। यह जूस बहुत ही गाढ़ा होता है इसलिए आप अपने स्वादानुसार इसमें दूसरे फलों के जूस भी मिल सकते हैं जैसे गाज़र या सेब का जूस।
स्वास्थ्य के लिए हरा संकेत है हरी ब्रोकोली

ब्रोकाली में इन्डोल 3 कार्बिनाल होता है, जो एण्टीआक्सिडेंट है और एस्ट्रोजन को तोड़कर ब्रेस्ट कैंसर, सर्विक्स कैंसर और ओवरी के कैंसर से सुरक्षा प्रदान करता है। ब्रोकोली खरीदते समय यह बात ध्यान में रखें कि उसका रंग पीला ना हो।
सुनहरा रस गाज़र का

किसी भी प्रकार की चिकित्सा के लिए गाज़र के रस को सुनहरे रस के रूप में माना जाता है। गाज़र की बाहरी परत पर मौजूद बीटा कैरोटीन प्राकृतिक रूप से त्वचा के कैंसर से बचाव करता है। गाज़र बिना किसी दरार या जड़ों वाले होने चाहिए।
फेफड़ों के लिए हितकर हैं लेट्यूस

लेट्यूस में क्लोरोफिल अधिक मात्रा में होता है और यह फेफड़ों की कैंसर से प्रतिरक्षा करता है। यह सल्फर, क्लोरीन, सिलिकन, बी काम्पलेक्स का अच्छा स्रोत है, जिससे त्वचा और बालों का विकास होता है।
बढा़यें टमाटर से प्रतिरोधी क्षमता

टमाटर विटामिन सी का अच्छा स्रोत होने के साथ–साथ जैविक सोडीयम, फासफोरस, कैल्शीयम, पोटैशीयम, मैगनेशीयम और सल्फर का अच्छा स्रोत है। टमाटर में मौजूद ग्लूटाथीयोन शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है और प्रास्ट्रेट कैंसर से भी शरीर की सुरक्षा करता है।