
गर्भावस्था में मोबाइल ना बाबा ना: गर्भावस्था में मोबाइल के इस्तमाल से होने वाले नुकसानों के बारे में जानें। गर्भावस्था में मोबाइल के इस्तमाल कैसे और कितना करें।
मोबाइल फोन के बिना वर्तमान जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती। लेकिन, गर्भावस्था के दौरान इसका इस्तेमाल बेहद खतरनाक साबित हो सकता है।
ताजा अध्ययन में यह बात सामने आई है। इस अध्ययन में कहा गया है कि अगर गर्भावस्था के दौरान महिला फोन पर बात करती है तो होने वाले बच्चे पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। जन्म लेते ही उसकी शारीरिक और मानसिक सक्रियता में कमी देखी जा सकती है।
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अमेरिका और डेनमार्क के शोधकर्ता 13 हजार से भी ज्यादा बच्चों पर अध्ययन करने के बाद इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं। इस अध्ययन में यह बात सामने आई कि अगर महिलाएं गर्भावस्था के दौरान रोजाना दो-तीन बार भी मोबाइल फोन का इस्तेमाल करती हैं, तो भावी बच्चे के समस्याग्रस्त होने का खतरा बढ़ जाता है।
शोधकर्ताओं का दावा है कि मोबाइल फोन से बच्चे में हाव-भाव, व्यवहार, रिश्तों और भावनाओं से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं। अगर सात साल की उम्र से पहले बच्चा खुद मोबाइल फोन इस्तेमाल करने लगे, तो यह खतरा और बढ़ जाता है। इस तरह, देखा जाए तो मोबाइल फोन का इस्तेमाल न केवल गर्भवती महिलाओं के लिए नुकसानदेह है, बल्कि छोटे बच्चों के लिए भी ठीक नहीं है।
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शोध के दौरान शोधकर्ताओं ने 13,159 बच्चों की माताओं से बातचीत की। उनसे गर्भावस्था के दौरान फोन के इस्तेमाल और 7 साल की उम्र तक उनके बच्चे द्वारा मोबाइल के इस्तेमाल से संबंधित बातें पूछी गईं। निष्कर्ष निकला कि जो महिलाएं गर्भावस्था में मोबाइल फोन का इस्तेमाल करती हैं, उनके बच्चों को व्यवहारगत समस्याएं होने का खतरा 54 फीसदी बढ़ जाता है। हालांकि शोधकर्ताओं का यह भी कहना है कि अभी इस संबंध में और अध्ययन किए जाने की जरूरत है।
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