
आज की व्यस्त जीवनशैली में मेहमान के आने से घर की रौनक में मानों चार चांद लग जाते हैं।
आज की व्यस्त जीवनशैली में मेहमान के आने से घर की रौनक में मानों चार चांद लग जाते हैं। मेजमान घर आए मेहमानों की खारितदारी में ऐसे जुट जाते हैं कि वे भूल जाते हैं कि उनके घर में बच्चे भी हैं, जिन्हें हर पल उनकी जरूरत है। जी, हां! ज्यादातर पैरेंट्स ऐसा ही करते हैं। घर में मेहमान के आते ही वे अपने बच्चें को इग्नोर करने लगते हैं। ऐसा करने से न सिर्फ बच्चों का मन आहत होता है बल्कि घर आए मेहमानों को वो नापसंद भी करने लगते हैं। यहां तक कि कई बार बच्चे घर आए मेहमानों के सामने अपने पैरेंट्स की इंसल्ट भी कर बैठते हैं। अगर आप चाहते हैं कि आपका बच्चा ऐसा न करे, तो यहां दिए जा रहे टिप्स को गौर से जानें-समझें।
बच्चों को भी दें समय
अगर आपके घर मेहमान रहने के लिए आए हैं, तो भी अपने बच्चों को पर्याप्त समय दें। उन्हें ऐसा नहीं लगना चाहिए कि आप उन्हें इग्नोर कर रहे हैं। इसके लिए आप अपने बच्चों से घर के कामों में मदद ले सकते हैं। इससे बच्चों को लगेगा कि वे घर का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं और उनके बिना घर का हर काम अधूरा है। इसके अलावा मेहमानों के साथ बात करते हुए भी बच्चों को अपने साथ बैठाएं, अपनी बातचीत में उन्हें भी हिस्सेदार बनाएं। इस तरह आप बच्चों को मेहमान के आने के बावजूद समय दे पाएंगे।
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बच्चों की प्राइवेसी कायम रखें
कई बार मेहमानों के आ जाने से पैरेंट्स मेहमानों को बच्चों के कमरे में बैठा देते हैं। जबकि बच्चों को ये सब बिल्कुल पसंद नहीं है। ऐसा करने से बच्चों को लगता है कि उनके पैरेंट्स उनकी निजता का जरा भी सम्मान नहीं करते। बच्चे जब इस तरह की बात सोचने लगते हैं तो वे नकारात्मकता से घिर जाते हैं और घर आए मेहमानों से नफरत करने लगते हैं। इसलिए हमेशा कोशिश करें कि मेहमानों के सामने भी अपने बच्चों की निजता का सम्मान करें।
डांट-फटकार से रहें दूर
घर के आए मेहमानों के सामने अक्सर माता-पिता बच्चों को खुद से दूर रखने की कोशिश करते हैं। अगर बच्चा तब भी उनसे दूर न जाए तो मां-बाप उन्हें डांट-फटकार लगा देते हैं। इससे बच्चों को लगने लगता है कि पैरेंट्स उन्हें किसी के भी सामने डांट देते हैं, जिससे वे आहत महसूस करते हैं। ऐसा करने से बचें। घर में मेहमान के आने का मतलब यह कतई नहीं है कि आप अपने बच्चों की जिम्मेदारी से कन्नी काट लें। इसके उलट घर के मेहमानों के सामने अपने बच्चे की हल्की-फुल्की तारीफ करें ताकि बच्चे का अत्मविश्वास बढ़ सके।
बात-बात पर नुक्स निकालना
क्या आपको लगता है कि घर आए मेहमानों के सामने बच्चों के हर काम में नुक्स निकालना, उन्हें पर्फेक्ट बना देगा? अगर आपको ऐसा लगता है तो बता दें कि आप गलत सोच रहे हैं। इसके उलट ऐसा करने से वे जिद्दी और गुस्सैल प्रवृत्ति के हो सकते हैं। ऐसे बच्चे अक्सर दूसरों के सामने लड़ने-झगड़ने लगते हैं। इतना ही नहीं जब आप बच्चों की बात-बात पर नुक्स निकालते हैं तो वे ये समझ बैठते हैं कि आपको उनकी कोई चीज पसंद नहीं आती। इसलिए आप मेहमानों
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