
धूम्रपान के धुएं का असर फेफड़ों पर तो होता ही है साथ ही कई अन्य शारीरिक परिवर्तन भी अनुभव किए जा सकते हैं।
सिगरेट का धुआं धूम्रपान करने वाले के लिए हानिकारक होने के साथ ही उनके लिए भी खतरनाक है जो धूम्रपान करने वालों के संपंर्क में रहते हैं। अगर आप स्वंय सिगरेट नहीं पीते हैं लेकिन सिगरेट के धुएं के बीच रहते हैं तो कुछ देर ही सांस लेने में परेशानी हो सकती है।
[इसे भी पढ़े: क्या धूम्रपान से वजन बढ़ता है]
यूनीवर्सिटी आफ एथेंस, यूनान में हेलेनिक कैंसर सोसाइटी और हार्वर्ड स्कूल आफ पब्लिक हेल्थ के अनुसंधानकर्ताओं अपने अध्ययन ने पाया कि अत्यंत सघन धूम्रपान के धुएं वाले स्थान में 20 मिनट रहने के बाद अध्ययन में शामिल किये गए लोगों ने तत्काल शारीरिक परिवर्तन अनुभव किये। इसमें सांस लेने में परेशानी महसूस करना शामिल था।
[इसे भी पढ़े: धूम्रपान का फेफड़ो पर प्रभाव]
यूनीवर्सिटी आफ एथेंस के पानाजियोटिस बेहराकिस ने कहा, ‘बार या कारें ऐसे स्थान होते हैं जहां धूम्रपान के चलते सूक्ष्म कणों की उच्च सघनता होती है। धूम्रपान नहीं करने वाले व्यक्ति काफी मात्रा में कणों को सीधे तौर पर अपने फेफड़ों में सांस के द्वारा खींचने के लिए बाध्य होते हैं।’
[इसे भी पढ़े: गर्भावस्था में धूम्रपान हानिकारक]
उन्होंने कहा, ‘धूम्रपान के बाद छोड़ गए धुएं के अल्पकालिक प्रभाव के आकलन से हमें यह पता चला है कि सामान्य व्यक्तियों के सांस की नली के लिए थोड़े समय के लिए ऐसे वातावरण में रहना भी नुकसानदायक होता है।’
Read More Health News In Hindi
इस जानकारी की सटीकता, समयबद्धता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास किया गया है हालांकि इसकी नैतिक जि़म्मेदारी ओन्लीमायहेल्थ डॉट कॉम की नहीं है। हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से अवश्य संपर्क करें। हमारा उद्देश्य आपको जानकारी मुहैया कराना मात्र है।