
अक्सर बुजुर्गों को अपने भोजन का खास ध्यान देना चाहिए क्योंकि उनकी पाचन शक्ति कमजोर हो जाती है।
खानपान का हमारे जीवन पर काफी गहरा असर पड़ता है। खासतौर पर जब अधिक उम्र में। लेकिन, क्या हर बार ऐसा होता है।
अक्सर बढ़ती उम्र के साथ अपने खानपान पर खास ध्यान देने की बात कही जाती है। ऐसा कहा जाता है कि बुजुर्गों को अपने भोजन का खास ध्यान देना चाहिए क्योंकि उनकी पाचन शक्ति कमजोर हो जाती है। लेकिन अब एक नई थ्योरी सामने आई है। जिसने सभी पुरानी अवधारणों के उलट एक नयी बात कही है।
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एक नए अध्ययन में कहा गया है कि इनसान अगर स्वस्थ्य हो तो 75 वर्ष की आयु के बाद खानपान की आदतों पर लगी बंदिशें हटाने से कोई खास समस्या नहीं होती।
पेन स्टेट यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने बताया कि जो बुजुर्ग उच्च वसा और शक्कर का आहार लेते हैं, उनमें मधुमेह और हृदय रोगों का खतरा स्वस्थ्य आहार लेने वालों से ज्यादा नहीं होता। करीब 450 बुजुर्गों पर अध्ययन करने के बाद यह निष्कर्ष निकाला गया।
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हालांकि जानकार यही मानते हैं कि बुढ़ापे में अपने खानपान की आदतों में सुधार कर आप इसके असर को दूर रख सकते हैं। जानकारों का कहना है कि अगर आप अपने भोजन को संतुलित रखें और सही व्यायाम करें तो आप इसके असर को दूर रख सकते हैं। इसके लिए खुद पर नियंत्रण भी बेहद जरूरी है।
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