
बिंदास तरीके से जीवन जीना लंबी उम्र पाने का आसान तरीका है।
लंबे जीवन को लेकर तमाम तरह की बातें की जाती हैं। कोई व्यायाम करने को कहता है तो कोई किसी अन्य राह पर चलने को कहता है। लेकिन, शोधकर्ताओं ने मानव स्वभाव और लंबी उम्र के बीच का सूत्र तलाशने में कामयाबी हासिल की है। इसके लिए शोधकर्ताओं ने गोरिल्ला पर शोध किया। इस शोध के आधार पर अध्ययनकर्ताओं का कहना है कि अंतर्मुखी लोगों की तुलना में बहिर्मुखी स्वभाव के लोग ज्यादा लंबा जीवन जीते हैं। यानी वे लोग जो अपने आप में ही खोए रहते हैं उनकी तुलना में सबसे मिलने-जुलने और खुश रहने वाले व्यक्ति अधिक समय तक जीवित रहते हैं।
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यूनिवर्सिटी ऑफ एडिनबर्ग स्कूल ऑफ फिलॉस्फी, सायकोलॉजी एंड लैंग्वेंज साइसेंज के शोधकर्ताओं ने नार्थ अमेरिका जू और सेंक्चुरी में मौजूद 298 गोरिल्लाओं के स्वभाव का अध्ययन किया। करीब 18 साल तक चले इस अध्ययन के बाद ही शोधकर्ता इस नतीजे पर पहुंचे। शोधकर्ताओं का कहना था कि इस शोध के जरिए यह समझने में मदद मिलती है कि हमारे स्वभाव का हमारी सेहत और कल्याण पर क्या असर पड़ता है।
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नर वानरों में श्रेष्ठ गोरिल्ला के स्वभाव के जरिए किया गया यह अध्ययन मुनष्यों के लिए भी बेहद अहम माना जा रहा है। शोध के दौरान गोरिल्लाओं के अलग-अलग स्वभाव को श्रेणीबद्ध किया गया।
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