Covid Cases Are Rising in India: देश में कीच दिनों से कोरोना के मामलों में बड़ा उछाल देखने को मिला है, हालांकि एक्सपर्ट्स इसे चिंताजनक नहीं मान रहे हैं
Why Covid Cases Are Rising in India: देश में बीते कुछ दिनों से कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। लगभग 140 दिनों के बाद भारत में रोजाना सामने आ रहे कोरोना के मामले 1 हजार के पार हो गए हैं। ऐसा माना जा रहा है कि भारत में कोरोना के मामलों में बढ़ोत्तरी के पीछे नए वैरिएंट XBB.1.16 का संक्रमण जिम्मेदार है। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक देश में बीते 24 घंटे में 1,573 मामले दर्ज किये गए हैं, इसके अलावा कोरोना के एक्टिव मामलों में भी बढ़ोत्तरी हुई है। नए मामले बढ़ने के बाद कोरोना के एक्टिव मामले बढ़कर 10 हजार के पार पहुंच गए हैं। कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच देश में इंफ्लूएंजा H3N2 के मामले भी बढ़े हैं। खासतौर पर उत्तर भारत में इंफ्लूएंजा के मामले ज्यादा देखने को मिले हैं। ऐसे में सवाल यह उठता है कि आखिर कोरोना के बढ़ते मामलों के पीछे क्या कारण हैं? आइये इस लेख में जानते हैं भारत में कोरोना वायरस के मामले आखिर क्यों बढ़ रहे हैं।
इस साल की शुरुआत में भारत में कोरोना के मामलों में काफी कमी देखने को मिली थी। जनवरी के महीने में देश में रोजाना सामने आ रहे कोरोना के मामले 100 से भी कम हो गए थे। कोरोना महामारी की शुरुआत के बाद देश में इस साल जनवरी के महीने में सबसे कम कोरोना के मामले देखने को मिले थे। वैज्ञानिकों का मानना है कि कोरोना के नए XBB.1.16 वैरिएंट की वजह से देश में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़े हैं। कोरोना संक्रमण को लेकर एक मीडिया संस्थान से बात करते हुए पब्लिक हेल्थ फाउंडेशन के पूर्व अध्यक्ष श्रीनाथ रेड्डी ने कहा, "कोरोना के नए वैरिएंट आते रहेंगे, कोरोना वायरस समय के साथ म्यूटेट करता है और इसकी वजह से ही नया वैरिएंट देखने को मिला है। नया वैरिएंट ओमिक्रोन वैरिएंट का सब वैरिएंट है। यह वैरिएंट पहले सामने आए वैरिएंट की तुलना में ज्यादा संक्रामक है।"
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पुणे स्थित इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च से जुड़ी विनीता पाल के मुताबिक नए वैरिएंट के पैटर्न में संक्रमण ज्यादा देखने को मिल रहा है। लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है, क्योंकि जैसे-जैसे मामले बढ़ेंगे लोगों में इम्यूनिटी भी विकसित होगी और इसके बाद मामले कम होने लगेंगे। XBB.1.16 भले ही अन्य वैरिएंट की तुलना में ज्यादा संक्रामक है, लेकिन इसमें मौजूद विषाणु दूसरे वैरिएंट की तुलना में कम हैं। इसके अलावा देश में ज्यादातर लोगों को वैक्सीन की डोज लग चुकी है, तो ऐसे में गंभीर संक्रमण का खतरा कम लोगों में है।
कोरोना के मामलों में उछाल के बाद केंद्र सरकार भी अलर्ट हो गयी है। देश में कोरोना की स्थिति का जायजा लेने के लिय कुछ सप्ताह पहले पीएम मोदी ने हाई लेवल मीटिंग की थी। इसके अलावा राज्यों को अपने स्तर पर कोरोना के बढ़ते संक्रमण से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा गया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण ने भी अधिकारियों के साथ बैठक की और देश में कोविड 19 को लेकर तैयारियों की समीक्षा की है। उन्होंने राज्य के अधिकारीयों को बुनियादी तौर पर होने वाली व्यवस्थाओं को सुनिश्चित करने और अस्पतालों में मॉक ड्रिल करने के लिए कहा है।
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गौरतलब हो देश में कोरोना संक्रमण के खिलाफ चल रहे टीकाकरण अभियान के तहत 2.2 बिलियन से ज्यादा वैक्सीन की खुराक लोगों को लगाई जा चुकी है। लेकिन बूस्टर डोज की खुराक अभी मात्र 30 प्रतिशत लोगों में ही लग पायी है। एक्सपर्ट्स इसे चिंताजनक मान रहे हैं। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए वैक्सीन के सभी डोज बहुत जरूरी है।
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