प्रेगनेंसी के दौरान महिला का स्वस्थ होना बेहद जरूरी होता है। इससे आने वाला शिशु का स्वास्थ्य भी हेल्दी होता है। जानिए स्वस्थ रहने के तरीके।
प्रेगनेंसी यानी गर्भावस्था के समय महिलाओं के शरीर में कई हार्मोनल बदलाव होते हैं। जो उनके शरीर पर गहरा असर छोड़ते हैं। गर्भावस्था एक संवेदनशील वक्त होता था, जिसमें महिलाओं को अतिरिक्त देखभाल की आवश्यकता होती है। उनके खानपान से लेकर सोने, जागने और मानसिक व शारीरिक स्तर पर ध्यान दिया जाना चाहिए। ये वो दौर होता है जब महिला को पोषण से भरपूर भोजन, जिसमें नट्स के साथ फल और सब्जियां पर्याप्त मात्रा में मिलनी चाहिए। रोजाना हल्की-फुल्की एक्सरसाइज और तनाव मुक्त जीवनशैली का होना एक गर्भवती महिला के लिए जरूरी है। मगर कुछ काम ऐसे हैं जो प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं को अवाइड करना चाहिए।
प्रेगनेंसी के दौरान ड्रग्स, अल्कोहल और सिगरेट का सेवन मां और शिशु दोनों को नुकसान पहुंचा सकता है। ये आदतें जन्मदोष को बढ़ावा देते हैं। इनकी थोड़ी सी भी मात्रा आपके लिए हानिकारक हो सकती है। यदि आप चाहती हैं कि आपका बच्चा स्वस्थ रहे तो प्रेगनेंसी के दौरान ड्रग्स, अल्कोहल और सिगरेट का सेवन बिल्कुल भी न करें।
अधपका मांस और अनपाश्चुराइज्ड चीज़ पर हानिकारक रसायन होते हैं, जो मां और बच्चे को नुकसान पहुंचा सकते हैं। अगर आप मांस का सेवन कर रही हैं तो इसे 145 डिग्री पर जरूर पकाएं। ऐसे खाद्य पदार्थ सेहत के लिए नुकसानदायक होते हैं।
सेकेंड हैंड स्मोक (किसी दूसरे व्यक्ति द्वारा किए गए स्मोक से निकलने वाला धुआं) आपके लिए और आपके बच्चे के लिए जहर के समान हैं। यदि आपके आसपास कोई स्मोक करता हुआ दिखे तो उससे तुरंत दूरी बना लेनी चाहिए। कुछ विषैले पदार्थ हैं जैसे पेंट, धुंआ, कीटाणुनाशक, हर्बीसाइड्स, फंगीसाइड्स आदि के संपर्क में आने से बचना चाहिए।
नियमित रूप से अपनी डॉक्टर से मिलना इसलिए जरूरी है क्योंकि वह समय-समय पर आपको जरूरी जानकारी देते हैं, जो आपके स्वास्थ्य और शिशु के लिए जरूरी होते हैं। अगर आप रेगुलर नहीं मिलती हैं तो आप गलती कर रही हैं।
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तनाव हमारी जीवनशैली का हिस्सा है मगर फिर भी आपको इससे बचना चाहिए। अत्यधिक तनाव और चिंता करने से अन्य स्वास्थ्य समस्याएं पैदा हो सकती हैं। जितना समय आप खुश रहेंगी आपका स्वास्थ्य भी बेहतर रहेगा। इससे आप अपना और अपने शिशु का ख्याल रख पाएंगी।
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प्रेगनेंसी के दौरान पोषक तत्वों से युक्त भोजन खासकर बैलेंस डाइट शिशु के संपूर्ण विकास के लिए आवश्यक है। गर्भवती होने से पहले आपको प्रति दिन लगभग 300 अधिक कैलोरी का उपभोग करना चाहिए। लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि कैलोरी की आपूर्ति के लिए आप अनहेल्दी फूड्स को अपने आहार में शामिल करें।
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नियमित रूप से एक्सरसाइज से तनाव और थकान दूर करने में मदद मिलेगी। हालांकि, कुछ तरह की एक्सरसाइज ऐसी हैं, जिन्हें प्रेगनेंसी में नही किया जाना चाहिए। इससे आप परेशानी में पड़ सकते हैं। आप जो भी एक्सरसाइज करें उसे करने से पहले अपने एक्सपर्ट की मदद जरूर लें।
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