बदलते मौसम में बीमारियों का खतरा बढ़ने लगता है। अगर आपके हाथ पैर में दर्द है तो ये चिकनगुनिया हो सकता है पर आहार में कुछ बदलाव कर राहत मिल सकती है
कोरोना के बीच आजकल ऐसे कई वायरल फैले हैं, जिससे शरीर एकदम टूट जाता है। मौसमी बीमारियों की बात करें तो चिकनगुनिया (Chikungunya) एक तरह की वायरल बीमारी है। जिसके लक्षण काफी हद तक डेंगू से मिलते जुलते हैं। चिकनगुनिया (Chikungunya) एक एडिस नाम के मच्छर से काटने से होता है। इस प्रजाति के मच्छर के काटने से चिकनगुनिया (Chikungunya) काफी तेजी से फैलता है। लेकिन आपको डेंगू और चिकनगुनिया के लक्षणों को पहचानने में काफी मुश्किल हो सकती है। ऐसे में आपको इसके लक्षणों को पहचान कर तुरंत डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए। इसके अलावा आप अपने खानपान में कुछ बदलाव करके भी चिकनगुनिया (Chikungunya) से राहत पा सकते हैं। आज का हमारा ये खास लेख इसी विषय पर आधारित है। जहां हम आपको ऐसे आहार के बारे में बताएंगे जिसकी मदद से आप चिकनगुनिया से राहत पा सकते हैं।
चिकनगुनिया के लक्षणों और डेंगू के लक्षणों में काफी समानताएं हैं। ये आपके लिए ज्यादा घातक तो नहीं है लेकिन इससे हड्डियां काफी कमजोर हो जाती हैं। इसके लक्षण तीन से सात दिनों तक रहते हैं। इसका सही इलाज तभी सम्भव है जब आप इसके लक्षणों के बारे में जानते होंगे।
शरीर में लाल चकत्ते, खांसी, सिर दर्द महसूस होना।
जोड़ों में सूजन और बेतहाशा दर्द होना।
कमजोरी और मिचली महसूस होना।
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बुखार ना उतरना।
हरी और पत्तेदार सब्जियां सेहत के लिए काफी फायदेमंद होती हैं। क्योंकि इन्हें आसानी से पचाया जा सकता है। इसमें कैलोरी भी काफी कम होती है। इसमें मौजूद विटामिन ए कैंसर की संभावना को कम करता है व हड्डियों को मजबूती प्रदान करता है। यही नहीं इन पत्तेदार सब्जियों में मौजूद विटामिन सी गठिया और फ्री रेडिकल्स से बचाता है। पत्तेदार सब्जियों को अपने आहार में शामिल करने से आप चिकनगुनिया जैसी खतरनाक बीमारियों से बचे रह सकते हैं।
हर रोज एक सेब खाने की सलाह डॉक्टर भी देते हैं। सेब खाने से बीमारियां दूर रहती हैं। चिकनगुनिया (Chikungunya) से उबरने के लिए खट्टे फलों जैसे तरबूज और संतरे के सेवन से दूरी रखनी जरूरी है। पर सेब का सेवन ज्यादा से ज्यादा करें। सेब में फाइबर भपूर मात्रा में होता है। इससे डाईजेशन दुरुस्त रहता है और पेट भी साफ़ रहता है। साथ ही सेब शरीर में कभी भी कोलेस्ट्रोल नहीं जमने देता।
हालांकि विटामिन सी हर तरह के घावों को भरने में मदद करता है। इससे मसल्स, हड्डियां मजबूत होने के साथ ब्लड सर्कुलेशन भी सही रहता है। अगर आप विटामिन सी का सेवन करते हैं तो आप कैंसर, हार्ट अटैक जैसी जानलेवा बीमारियों से दूर रहते हैं। आप अमरूद, बेल, शिमला मिर्च, कीवी, ब्रोकली, स्ट्रॉबेरी, टमाटर का सेवन कर सकते हैं।
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चिकनगुनिया (Chikungunya) से जूझने वाले मरीज ज्यादा से ज्यादा तरल पदार्थ डाइट में शामिल करने की कोशिश करें। आप सूप, दाल पी सकते हैं। सूप में आप बीन्स, फिश और मीट को शामिल कर सकते हैं। आप कोशिश करें कि आप ज्यादा से ज्यादा प्रोटीन का सेवन करें। क्योंकि प्रोटीन में लाइकोपीन जैसे एंटीऑक्सीडेंट तत्व होते हैं। जिससे प्रोटेस्ट कैंसर का खतरा कम होता है।
शोध की मानें तो ओमेगा 3 फैटी एसिड का सेवन आहार को पूरा बनाता है। अगर आप चिकगुनिया से पीड़ित हैं तो ये आपके लिए काफी जरूरी है। इससे खून के थक्के नहीं जमते। साथ ही दिमाग भी बेहतर काम करता है और स्ट्रोक की संभावना भी काफी कम हो जाती है।
तो ये थी चिकनगुनिया (Chikungunya) से लड़ने के लिए ऐसे आहार की जानकारी जिससे आप इससे बेहतर ढंग से उबर सकते हैं। अगर आपके आसपास कोई चिकनगुनिया से पीड़ित है तो आप उससे हमारी बताई हुई डाइट को जरुर साझा करें। ये डाइट जिंदगी बचाने में उसकी मदद कर सकती है।
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