हाइपरथायरायडिज्म (Hyperthyroidism) एक ऐसी स्थिति है, जब हमारा थायराइड बहुत अधिक थायराइड हार्मोन बनाने लगता है। थायरायड आपकी गर्दन के सामने एक ग्रंथि यानी कि ग्लैंड है। यह आपके चयापचय को नियंत्रित करता है, जिससे आपका शरीर भोजन को ऊर्जा में बदलता है। यह आपके दिल, मांसपेशियों, हड्डियों और कोलेस्ट्रॉल को भी प्रभावित करता है। थायरायड होर्मोन का बहुत अधिक रिलीज होना शरीर की विभिन्न गतिविधियों को प्रभावित करता है। ये जहां आपको मोटापा और हार्मोनल गड़बड़ियों की ओर ले जाता है, वहीं ये आपको कई बीमारियों के लिए सॉफ्ट टॉरगेट के रूप में भी तैयार करता है। ऐसे में जरूरी है कि आप थायरायड और हाइपरथायरायडिज्म के बारे में जानें और इससे बचने का उपाय करें। तो, आइए एक नजर डालते हैं इस बीमारी के लक्षण, कारण और उपायों पर।
हाइपरथायरायडिज्म के कई कारण हैं, जिसमें ग्रेव्स रोग, थायरॉयड नोड्यूल और थायरायडिटिस और थायरायड की सूजन आदि शामिल हैं। इसके अलावा ऐसे कई कारण हैं, जो कि हाइपरथायरायडिज्म को प्रभावित करता है।
ग्रेव्स रोग हाइपरथायरायडिज्म का सबसे आम कारण है। ग्रेव्स रोग एक ऑटो-इम्यून डिजीज है जो कि आपके इम्यून सिस्टम पर हमला करती है। इसके कारण बहुत अधिक थायराइड हार्मोन बनती है और ये मोटापा और विभिन्न परेशानियों को ट्रिगर करता है।
थायराइड नोड्यूल आपके थायरॉयड का गांठ है। थायराइड नोड्यूल आम हैं और आमतौर पर सॉफ्ट होते हैं। हालांकि, एक या अधिक नोड्यूल अतिसक्रिय हो सकते हैं और बहुत अधिक थायराइड हार्मोन का उत्पादन कर सकते हैं। कई अति सक्रिय नोड्यूल्स की उपस्थिति सबसे अधिक बार वयस्कों में होती है।
थायराइडिटिस आपके थायरॉयड की सूजन है जो आपके थायरॉयड ग्रंथि से रिसाव के लिए संग्रहीत थायराइड हार्मोन का कारण बनता है। हाइपरथायरायडिज्म 3 महीने तक रह सकता है, जिसके बाद आपका थायराइड अंडरएक्टिव हो जाता है। पर कई मामलों में ये इससे भी लंबे समय तक रहता है और हमेशा के लिए भी हो सकता है। कई प्रकार के थायरॉयडिटिस हाइपरथायरायडिज्म का कारण बन सकते हैं जैसे कि
थायराइड की इस स्थिति में थायराइड में दर्दनाक सूजन रहता है। यह वायरस या बैक्टीरिया के कारण संक्रमण से संबंधित हो सकता है।
प्रेग्नेंसी के बाद कई महिलाओं को पोस्टपार्टम थायरायडिटिस (Postpartum thyroiditis) की परेशानी हो सकती है। इसमें डिलीवरी के बाद महिलाओं का थायरायड हार्मोन एक्टिव हो जाता है।
इस प्रकार के थायरायडिटिस दर्द रहित होता है और ये साइलेंट होता है। विशेषज्ञों का मानना है कि ये ऑटोइम्यून स्थिति है।
कुछ लोग जो हाइपोथायरायडिज्म के लिए थायराइड हार्मोन दवा लेते हैं, तो उनका आपको नुकसान हो सकता है। अगर आप थायराइड हार्मोन की दवा लेते हैं, तो आपको वर्ष में कम से कम एक बार अपने थायराइड हार्मोन के स्तर की जांच करवानी चाहिए। अगर आपके थायराइड हार्मोन का स्तर बहुत अधिक है, तो अपने डॉक्टर को दिखाएं। कुछ अन्य दवाएं भी हार्मोन के स्तर को बढ़ाते हैं।
शरीर में आयोडीन का ज्यादा होना हाइपरथायरायडिज्म को बढ़ाता है। थायराइड हार्मोन बनाने के लिए आपका थायरॉयड आयोडीन का उपयोग करता है। आपके द्वारा उपभोग की जाने वाली आयोडीन की मात्रा आपके थायराइड को बनाने वाले थायराइड हार्मोन की मात्रा को प्रभावित करती है। पर कुछ लोगों में, बड़ी मात्रा में आयोडीन का सेवन करने से थायराइड बहुत अधिक थायराइड हार्मोन बना सकता है। कुछ दवाओं और कफ सिरप में बहुत अधिक आयोडीन हो सकता है।
हाइपरथायरायडिज्म के लक्षण एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में भिन्न हो सकते हैं। हालांकि, आमतौर पर कुछ लक्षण हैं जो इनमें शामिल हैं।
60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों में, हाइपरथायरायडिज्म के कारण कभी-कभी अवसाद हो सकता है। हाइपरथायरायडिज्म वाले युवा वयस्कों की तुलना में बड़े वयस्कों में अलग-अलग लक्षण हो सकते हैं, जैसे कि लोगों को भूख कम लगना या चक्कर आना।
कुछ लोगों को हाइपरथायरायडिज्म का खतरा ज्यादा होता है। जैसे कि
यह निर्धारित करने का सबसे अच्छा तरीका है कि आपके थायरायड की जो स्थिति है, उसे जल्द से जल्द अपने डॉक्टर को दिखाएं। आपका डॉक्टर टीएसएच (थायरॉयड-उत्तेजक हार्मोन) परीक्षण कर सकता है, अपने थायरॉयड की जांच करवाएं और अपना ख्याल रखें।
हाइपरथायरायडिज्म का इलाज डॉक्टर आपके लक्षणों के बारे में पूछेगा और एक फिजिकल टेस्ट करेगा। तब वह ब्लड टेस्ट भी कर कर सकता है और थायराइड हार्मोन के सीक्रेशन की भी जांच कर सकता है। एंटीबॉडी स्क्रीनिंग और रेडियोएक्टिवली आयोडीन स्कैन करके भी इस बीमारी का पता लगाया जा सकता है औप इसका इलाज किया जा सकता है। इसके बाद ट्रीटमेंट के रूप में ये चीजें शामिल हो सकती हैं। जैसे कि
कम आयोडीन युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करें, जैसे कि
हाइपरथायरायडिज्म वाले लोगों को कुछ चीजों को खाने से बचना चाहिए। खास कर उन चीजों को जो कि शरीर में आयोडीन की मात्रा बढ़ाते हैं। जैसे कि
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Source: American Thyroid Association