प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं में अधिक तनाव का असर मां और बच्चे की सेहत पर पड़ता है, इस दौरान स्ट्रेस को दूर करने के लिए आप इन तरीकों को अपना सकते हैं।
प्रेग्नेंसी (Pregnancy) के दौरान महिलाओं में तनाव की समस्या कई कारणों से हो सकती है। इस दौरान अधिक तनाव लेना पेट में पल रहे बच्चे की सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है। गर्भावस्था के दौरान मां और बच्चे दोनों की सेहत के लिए शारीरिक और मानसिक रूप से फिट होना जरूरी होता है। हमारे शरीर में एड्रेनालाईन और कार्टिसोल नामक हार्मोन के बढ़ने से तनाव और थकान की स्थिति पैदा होती है। अधिक स्ट्रेस लेने से आपकी सेहत तो बिगड़ती ही है लेकिन इसकी वजह से बच्चे की सेहत पर भी प्रतिकूल असर होता है। कई मामलों में अधिक तनाव मिसकैरेज की वजह भी बन जाता है। इसलिए जरूरी यह है कि प्रेग्नेंसी के दौरान खुद का और बच्चे का सही तरीके से ख्याल रखने के लिए तनाव से दूरी बनाई जाये। गर्भावस्था के दौरान होने वाले स्ट्रेस (Stress During Pregnancy) को दूर करने के लिए आप इन तरीकों को अपना सकती हैं।
गर्भावस्था के दौरान अधिक तनाव ग्रस्त होना सेहत के लिए नुकसानदायक तो होता ही है लेकिन इसकी वजह से प्रसव में भी कई समस्याएं हो सकती हैं। बहुत लंबे समय से तनाव झेल रही महिला को प्रेग्नेंसी के दौरान तनाव दूर करने के लिए इन तरीकों को ध्यान में रखना चाहिए।
प्रेग्नेंसी के दौरान नियमित रूप से व्यायाम करना फायदेमंद होता है। प्रेग्नेंसी के लिए व्यायाम के कई तरीके हैं आप स्ट्रेस और चिंता को दूर करने के लिए इन व्यायाम का नियमित अभ्यास कर सकती हैं। रोजाना एक्सरसाइज करने से आपकी मानसिक और शारीरिक सेहत पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। प्रेग्नेंसी के दौरान एक्सरसाइज के नियमित अभ्यास की सलाह चिकित्सक भी देते हैं।
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गर्भावस्था के दौरान खानपान का विशेष ध्यान रखना चाहिए। इस दौरान ऐसे किसी भी खाद्य पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए जो सेहत के लिए नुकसानदायक माने जाते हैं। गर्भावस्था में शरीर के लिए फायदेमंद हरी सब्जियां, फल और प्रोटीन और विटामिन से युक्त चीजों का सेवन करना चाहिए। आप प्रेग्नेंसी में तनाव को कम करने के लिए रेनबो डाइट का पालन भी कर सकती हैं। कुछ खाद्य पदार्थ जैसे ऑयली फूड, फास्ट फूड आदि का सेवन बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए। हमारी डाइट का सीधा प्रभाव हमारे मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ता है इसलिए स्ट्रेस को कम करने वाले खाद्य पदार्थों का सेवन गर्भावस्था में फायदेमंद होता है।
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प्रेग्नेंसी के दौरान आपको पर्याप्त आराम करने की जरूरत होती है। इस दौरान नींद का पूरा होना बेहद जरूरी माना गया है। चिकित्सक भी इस दौरान पर्याप्त आराम और नींद लेने की सलाह देते हैं। अगर आप इस दौरान पर्याप्त आराम और पर्याप्त नींद नहीं लेती हैं तो इसका सीधा असर आपके और पेट में पल रहे बच्चे की सेहत पर पड़ता है। नींद और आराम भी मानसिक स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी कारक हैं। पर्याप्त नींद लेने से शरीर में हार्मोन का संतुलन बना रहता है और इस दौरान होने वाले तनाव से छुटकारा मिलता है। इसलिए हर गर्भवती महिला को गर्भावस्था के दौरान पर्याप्त नींद लेनी चाहिए।
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गर्भावस्था के दौरान शराब का सेवन और धूम्रपान बच्चे और मां दोनों के लिए बेहद नुकसानदायक होता है। शराब का सेवन करने से आपकी सेहत पर तो असर पड़ता ही है बल्कि यह आपके स्ट्रेस लेवल को बढ़ाने का भी काम करती है। गर्भावस्था के दौरान स्मोकिंग का असर बच्चे की सेहत पर भी होता है। इसलिए प्रेग्नेंसी के दौरान शराब के सेवन और धूम्रपान से दूरी बनाकर रखनी चाहिए।
गर्भावस्था के दौरान अधिक स्ट्रेस लेने का असर मां और बच्चे दोनों पर पड़ता है। अगर इस दौरान तनाव का स्तर अधिक हो जाए तो इससे समय से पहले प्रसव, बच्चे के वजन का कम होना और मिसकैरेज की संभावना भी होती है। इसलिए ऐसी स्थिति में चिकित्सक की सलाह के अनुसार इलाज किया जाना चाहिए।
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गर्भवती महिलाऐं ऊपर बताये गए तरीकों को अपनाकर गर्भावस्था के दौरान अपने स्ट्रेस लेवल को कम कर सकती हैं। प्रेग्नेंसी के दौरान तनाव सेहत के लिए बेहद खतरनाक माना जाता है इसलिए इससे बचने के लिए नियमित एक्सरसाइज और उचित खानपान का सहारा लें।
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