Monsoon Allergies: मानसून के मौसम में आम हैं ये 4 एलर्जी, जानें इसके कारण, लक्षण और बचाव के तरीके

मानसून अपने साथ राहत लाने के साथ-साथ कुछ बीमारियां भी लाता है। यहां मानसून में होने वाली 4 आम एलर्जी के बारे में जानें। 

Written by: Sheetal Bisht Updated at: 2020-06-25 17:35

गर्मियों के गर्म दिनों से राहत पाने के लिए मानसून का मौसम एक वरदान समान है। क्‍योंकि यह चिलचिलाती गर्मी से आपको एक ब्रेक देता है। मानसून में बारिश की रिमझिम फुहारें, गर्म हवाओं से ठंडक दती हैं, लेकिन अपने साथ मच्‍छरों और वायरल बीमारियों के खतरे को भी बढ़ाती हैं। इस मौसम में कई तरह की एलर्जी का खतरा भी बढ़ जाता है। ऐसे में जरूरी है कि आपको पता हो कि मानसून के मौसम में कौन-कौन सी एलर्जी होना आम है और उन एलर्जी के खिलाफ खुद को कैसे बचाना चाहिए। 

मानसून में क्‍यों बढ़ जाता है एलर्जी का खतरा?

मानसून का मौसम में फंगल और बैक्टीरिया के लिए प्रजनन स्थल बन जाता है। इस मौसम में नमी, उमस, पसीने से तर पैर आदि समस्‍याएं हो सकती हैं। यह सब एलर्जी को बदतर बना सकते हैं। इसलिए यदि आपको इन एलर्जी के बारे में पता होगा, तो आप इन्‍हें पहले ही बदतर होने से बचा सकते हैं। यहां मानसून में सबसे आम तौर पर होने वाली हैं और उन्‍हें रोकने के उपाय हैं। 

फंगल इंफेक्‍शन 

फंगल इंफेक्‍शन मानसून के मौसम में होने वाली सबसे आम एलर्जी है। मानसून में नमी के कारण फंगल और बैक्टीरिया के प्रजजन के लिए एक आदर्श क्षेत्र बनता है। यही वजह है कि इस मौसम में कई लोगों को फंगल इंफेक्‍शन हो जाता है। इन फंगल इंफेक्‍शन में कुछ सबसे आम फंगल इंफेक्‍शन हैं, जैसे- दाद, एथलीट फुट और नेल इंफेक्‍शन आदि। फंगल इंफेक्‍शन संक्रामक है, इसलिए आपको जल्द से जल्द इस समस्या का इलाज करवाना चाहिए। इसके लिए आप डॉक्‍टर की मदद से कुछ दवाएं या फिर घरेलू नुस्‍खों को आजमा सकते हैं। 

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इसके अलावा, आप दिन में दो या तीन बार इसे धो कर अपनी त्वचा को साफ रखें। अगर स्किन ड्राई हो, तो आप अपनी त्वचा को मॉइस्चराइज रखें और ऑयली होने पर स्किन को साफ करें। स्किन को एक्सफोलिएशन करना भी जरूरी है। 

कपड़ों और जूतों से होने वाली एलर्जी 

कपड़ों और जूतों से होने वाली एलर्जी भी मानसून के मौसम में बहुत आम है। इस मौसम में कपड़ों में नमी के कारण शरीर के किसी भी अंग में जहां कपड़ा रगढ़ता है एलर्जी हो सकती है। जब गीले सिंथेटिक कपड़े आपके शरीर में रगड़ते हैं, तो यह उनमें मौजूद रसायनों के कारण एलर्जी का कारण बनता है। इसी प्रकार जूतों में नमी भी पैरों में एलर्जी का कारण हो सकती है। इस स्थिति से निपटने के लिए आप किसी स्किन एक्‍सपर्ट से सलाह लें। इसके अलावा आप कपड़े और जूते पहनने से पहले यह सुनिश्चित करें कि वह अच्‍छे से सूखे हों। 

आपको इस समस्या के समाधान के लिए किसी त्वचा विशेषज्ञ से परामर्श करना चाहिए। इस बीच, आपको जल्द से जल्द गीले कपड़ों से बाहर निकलना चाहिए और क्षेत्र को सूखा और नमीयुक्त रखना चाहिए। 

मोल्ड एलर्जी 

मोल्ड एक प्रकार का फंगल है, जो नमी या घरों में सीलन के कारण घरों में होती है। यह फंगल खाने भी प्रजनन कर सकते हैं। हालांकि, यह एलर्जी साल के किसी भी समय हो सकते हैं, लेकिन मानसून के समय यह फंगल ज्‍यादा पनपते हैं। इसमें स्किन एलर्जी, अस्थमा और एलर्जिक राइनाइटिस यानि नाक में होने वाली एलर्जी हो सकती है। मोल्ड एलर्जी के लक्षण नाक लाल होना या एक ठंड के मौसम के समान जुखाम वाले हो सकते हैं। इसलिए नाक की सफाई के साथ अपने आसपास के क्षेत्र को अच्छी तरह हवादार और सूखा रखें। 

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फेशियल फोलिक्युलाईटिस

फेशियल फोलिक्युलाईटिस, जैसा कि नाम से ही पता चलता है कि यह चेहरे या त्‍वचा से जुड़ी एलर्जी है। फेशियल फोलिक्युलाईटिस में चेहरे पर पिंपल्‍स, छोटे लाल रैशेज और खुजली आदि समस्‍या हो सकती हैं। इसके अलावा आपके स्‍कैल्‍प में सफेद पपडि़यां और फुंसियों हो सकती हैं। मानसून के मौसम में यह समस्‍या बहुत आम है, इसलिए आप बालों और त्‍वचा को स्‍वस्‍थ रखने के लिए सफाई का ध्‍यान रखें। इसके अलावा, आप तंग कपड़े पहनने से बचें और प्रभावित क्षेत्र हल्के साबुन से धोएं और खूब पानी पिएं। 

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