Swine Flu in Hindi: मुंबई में तेजी से बढ़ रहे स्वाइन फ्लू के मामलों को देखते हुए एक्सपर्ट्स चिंतित हैं और लोगों को जांच जरूर कराने की सलाह दे रहे हैं।
Swine Flu in Hindi: इन्फ्लूएंजा वायरस H1 N1 की वजह से इंसानों में स्वाइन फ्लू का संक्रमण होता है। इस समय महाराष्ट्र में कोरोना के साथ-साथ स्वाइन फ्लू के मामले तेजी से सामने आ रहे हैं। बारिश के मौसम की शुरुआत होते ही स्वाइन फ्लू के मामले भी तेजी से बढ़ने शुरू हो गए हैं। मुंबई में इन्फ्लूएंजा एच1एन1 (H1N1) के इस महीने में 11 मामले सामने आए हैं। जानकारी के मुताबिक हाल में मुंबई में (Swine Flu Cases In Mumbai) मिले स्वाइन फ्लू संक्रमण के 4 मरीजों की स्थिति बेहद गंभीर है और इन्हें लाइफ सपोर्ट पर रखा गया है। बारिश के समय में वायरल इन्फेक्शन के बढ़ रहे खतरे को देखते हुए प्रशासन ने भी लोगों को चेतावनी दी है और अपने स्तर पर स्वाइन फ्लू के खतरे को रोकने के लिए प्रयास कर रहा है।
स्वाइन फ्लू दरअसल श्वसन तंत्र से जुड़ी बीमारी है, देश में साल 2019 के समय इस बीमारी का पता चला था। यह बीमारी इंसान और सूअरों में पायी जाती है। एक्सपर्ट्स कहते हैं कि यह बीमारी कुछ समय बाद मौसमी बीमारी में बदल गयी थी। कोरोना संक्रमण की तरह से ही स्वाइन फ्लू का भी संक्रमण एक संक्रमित व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैल सकता है। इन्फ्लूएंजा ए वेरिएंट सबटाइप एच 1 एन 1 की वजह से इंसानों में स्वाइन फ्लू का संक्रमण होता है। फिलहाल मुंबई में जो स्वाइन फ्लू के मामले देखे जा रहे हैं, उनमें से ज्यादातर संक्रमित मरीजों की स्थिति गंभीर बताई जा रही है।
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मुंबई में सामने आ रहे स्वाइन फ्लू के मामलों को देखते हुए बीएमसी (BMC) अलर्ट पर है। जुलाई महीने में 11 नए मामले रिपोर्ट होने के बाद प्रशासन लोगों को सतर्क रहने की सलाह दे रहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक मरीजों का इलाज आकर रहे डॉक्टरों ने लोगों को कहा है कि अगर आपको कोविड के लक्षण दिखाई देते हैं और जांच में रिपोर्ट नेगेटिव आती है, तो स्वाइन फ्लू या एच1 एन1 जांच जरूर करानी चाहिए। दरअसल कोरोना वायरस संक्रमण और स्वाइन फ्लू में दिखने वाले लक्षण लगभग एक जैसे ही हैं। मरीज कई बार इन संक्रमण के बीच अंतर समझ नहीं पाते हैं और गंभीर परेशानियों का शिकार हो जाते हैं।
H1N1 स्वाइन फ्लू के लक्षण संक्रमण होने के एक दो दिन में दिखने शुरू होते हैं। आमतौर पर ये लक्षण सामान्य फ्लू या कोरोना संक्रमण में दिखने वाले लक्षण के समान ही होते हैं। स्वाइन फ्लू से पीड़ित मरीजों को गंभीर मामलों में दस्त और उल्टी की समस्या भी हो सकती है। स्वाइन फ्लू का संक्रमण होने पर दिखने वाले लक्षण इस प्रकार से हैं-
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स्वाइन फ्लू का इलाज करने के लिए डॉक्टर्स एंटीवायरल दवाओं का इस्तेमाल करते हैं। स्वाइन फ्लू के लक्षण दिखने पर 48 घंटे के भीतर दवाओं का सेवन करने की सलाह दी जाती है। लक्षण दिखने पर आपको सबसे पहले इलाज कराना चाहिए और सही समय पर दवा लेनी चाहिए। इसके अलावा स्वाइन फ्लू से बचने के लिए आपको डाइट और लाइफस्टाइल का ध्यान रखना चाहिए। संक्रमण होने पर आराम करें और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले फूड्स का सेवन करें। इस संक्रमण में बिना डॉक्टर की सलाह लिए किसी भी दवा का सेवन नहीं करना चाहिए।
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