पुरूषों में डिप्रेशन के संकेतों को नजरअंदाज करना हो सकता है खतरनाक, इन लक्षणों के दिखते ही करें रोगी की मदद

Depression Signs In Men:यहां पुरूषों में डिप्रेशन और तनाव के कुछ सामान्‍य लक्षण हैं, जिन्‍हें नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। 

Written by: Sheetal Bisht Updated at: 2020-07-09 10:40

डिप्रेशन और तनाव एक मानसिक समस्‍या है, जो इंसान को अंदर से खोखला कर देती हैं। हालांकि इन दोनों ही समस्‍याओं के लक्षण महिलाओं और पुरूषों में अलग-अलग होते हैं। इसकी वजह ब्रेन केमिस्‍ट्री, हार्मोन और जीवन के अलग-अलग अनुभव हो सकते हैं। हालांकि, डिप्रेशन के कुछ लक्षण महिलाओं और पुरूषों में समान हैं, जिनमें निराशा और उदासी, थकान और सोने में कठिनाई और बहुत अधिक नींद आना शामिल है। लेकिन डिप्रेशन के कुछ ऐसे भी संकेत हैं, जो पुरूषों में महिलाओं से अलग हो सकते हैं। यहां पुरूषों में डिप्रेशन के कुछ संकेत हैं। 

पुरूषों में डिप्रेशन के संकेत 

  • काम या खेल में अधिक समय बिताना 
  • पाचन संबंधी समस्‍याएं 
  • लगातार सिरदर्द महसूस करना 
  • शराब का बढ़ता सेवन 
  • हिसंक व्‍यवहार 

पुरूषों में डिप्रेशन एक मूड डिसऑर्डर है, जिसमें सबसे पहले डिप्रेशन का असर उनके मूड पर पड़ता है। इसके बाद वह कार्डिनल लक्षण महसूस करते हैं, जिसमें मूड खराब होना, उदासी और बेवजह का रोना शामिल है। वहीं कुछ पुरुष, विशेष रूप से किशोरवस्‍था वालों में बहुत अधिक चिड़चिड़ापन देखने को मिलता है। इसके अलावा, पुरुष एनाडोनिया का अनुभव भी कर सकते हैं, जो उन चीजों में रुचि या आनंद की कमी को संदर्भित करता है। 

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इन संकेतों को न करें नजरअंदाज 

पुरूषों में डिप्रेशन के लक्षणों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। क्‍योंकि अक्‍सर पुरूषों में देखा गया है कि वह अपनी चिंता या परेशानी को किसी से साझा नहीं करते और यह आगे चलकर आत्‍मघाती परिणाम पैदा कर सकता है। इसलिए यदि पुरूषों में सोने में मुश्किल होना, वजन घटने या बढ़ने के साथ भूख में कमी का अनुभव होना या फिर नींद में वृद्धि और भूख में वृद्धि के लखण दिखते सर्तक हो जाएं। ऐसे समय में आप उनकी मदद कर सकते है और किसी मनोरोग विशेषज्ञ की सलाह लेकर, रोगी की मदद कर सकते हैं।  

स्थिति तब चिंताजनक तब हो जाती है जब व्यक्ति निराशा, असहायता और खराब भावनाओं को विकसित करना शुरू कर देता है। ऐसे में व्यक्ति मूल रूप से चीजों के बेहतर होने की कोई उम्मीद नहीं रखता है। यदि ये लक्षण कुछ समय के लिए रहते हैं, तो व्यक्ति अंततः महसूस करना शुरू कर देता है कि जीवन जीने लायक नहीं है और जो आगे चलकर आत्‍महत्‍या के परिणाम के रूप में सामने आता है। 

कैसे करें डिप्रेशन को कम 

  • डिप्रेशन को कम करने के लिए आपको खुद और अन्‍य किसी व्‍यक्ति मदद की जरूरत पड़ सकती है क्‍योंकि इस स्थिति में पीडि़त सोचने समझने में सक्षम नहीं होता है। इसलिए डिप्रेशन से निपटने के यहां कुछ टिप्‍स दिए गए हैं। 
  • यदि आप डिप्रेशन महसूस कर रहे हैं, तो आप कोशिश करें कि सकारात्‍मक सोचें और खुश रहें। 
  • ज्‍यादा से ज्‍यादा समय परिवार या दोस्‍तों के साथ बिताएं। 
  • कोशिश करें कि सुबह की ताजी हवा लें और मेडिटेशन करें। मेडिटेशन की मदद से स्‍ट्रेस और डिप्रेशन से निपटने में मदद मिल सकती है। 
  • किसी मनोरोग विशेषज्ञ या कांउसलर से मिलें। 

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  • यदि आप किसी व्‍यक्ति में डिप्रेशन के लक्षण या संकेत देखते हैं, तो आप कोशिश करें कि उस व्‍यक्ति को अकेला न छोड़ें। 
  • आप उस व्‍यक्ति को अकेला न रहने दें और ज्‍यादा से ज्‍यादा समय उसके साथ बिताएं। 
  • डिप्रेशन से ग्रस्‍त व्‍यक्ति से पॉजिटिव बाते करें, उसके मन में उम्‍मीद जगाने की कोशिश करें। 
  • इसके अलावा, आप डिप्रेशन से ग्रस्‍त व्‍यक्ति को किसी मनोरोग विशेषज्ञ के पास ले जाएं। 

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