अगर आप भी अपनी पेट की समस्या को लेकर हमेशा परेशान रहते हैं तो आज से ही इसबगोल का इस्तेमाल करें। तो, आइए जानते हैं इसका सेवन कैसे करें।
इसबगोल भूसी (psyllium husk in hindi) का महत्व लगातार बढ़ता जा रहा है। पाचन तंत्र से संबंधित समस्याओं में इसबगोल एक तरह से दवा का ही काम करता है। वैसे तो कुछ लोग इसबगोल के बारे में जानते ही नहीं होंगे। लेकिन जो लोग इसबगोल के बारे में जानते हैं उन्हें इस बात का अंदाजा है कि ये पाचन क्रिया को स्वस्थ करता है। इससे पेट की कई बीमारियों का इलाज भी किया जाता है। इसबगोल प्लांटागो ओवाटा नामक एक पौधे के बीजों से बनता है। इसकी पत्तियां दिखने में लगभग एलोवेरा की तरह ही लगती है। इसके पौधे में गेहूं की तरह बड़े-बड़े फूल होते हैं। जिसमें इसबगोल का बीज पाया जाता है। इसबगोल को आयुर्वेद में कई बीमारियों के इलाज में भी इस्तेमाल ( isabgol ki bhusi ke fayde) किया जाता है। ये अपने लैक्सटिव, कूलिंग और डाइयूरेटिक गुणों के कारण जाना जाता है।
इसबगोल के इस्तेमाल की बात करें, तो वैसे तो नेचुरल तौर पर चिपचिपा होता है। इसको पानी में डूबाने पर ये फूल जाता है और इसमें एक जेल बनता है। इसबगोल का सेवन करने से आपके पेट की किसी भी समस्या को जल्द से जल्द राहत मिल सकेगी। इसमें मौजूद लैक्सटिव गुण के कारण ये हमारे पेट की आंतों को साफ करने में काफी मददगार होता है और हमारे पाचन तंत्र को मजबूत करने का काम करता है। इसबगोल, कब्ज, दस्त, मल में रक्त, पाचनतंत्र संबंधी गड़बड़ी, शरीर में पानी की कमी, मोटापा व डायबिटीज में इसबगोल काफी फायदेमंद होता है।
अक्सर पेट यानी आपकी आंतों में मौजूद वेस्टेज की वजह से ही शरीर में फैट बढ़ने लगता है। अगर आप चाहते हैं कि आपका वजन नियंत्रित रहे तो रात को सोते समय कुछ दिनों तक इसबगोल का सेवन कर सकते हैं। फाइबर युक्त इसबगोल के सेवन से वजन कम करने में भी मदद मिलती है।
कब्ज एक ऐसी समस्या है जिससे ज्यादातर लोग परेशान रहते हैं। कब्ज के कारण सिरदर्द और आलस्य की समस्या भी होना आम बात है, इसलिए कब्ज से छुटकारा पाना बहुत जरूरी है। अगर आप भी चाहते हैं कि कब्ज से आपको छुटकारा मिले तो रात को सोते समय दो चम्मच इसबगोल गुनगुने पानी से ले सकते हैं।
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इसबगोल में मौजूद फाइबर हमारे शरीर के लिए काफी अच्छा होता है। जिसके सेवन से कोलेस्ट्रॉल लेवल कम होता है और ह्रदय संबंधी बीमारियों का नाश करने में सहायक हो सकता है। जैसा कि डॉक्टर भी यही सलाह देते हैं कि खाने में फाइबर ज्यादा और फैट कम होने से यह ह्रदय संबंधी बीमारियों से रक्षा करता है। इसके अलावा ह्रदय संबंधी समस्या के पीछे कब्ज और एसिडीटी भी एक बड़ी वजह होती है, इसलिए इसबगोल के सेवन से इससे छुटकारा पा सकते हैं।
क्या आप इस बात की कल्पना कर सकते हैं कि किसी एक होम रेमेडीज से आपका कब्ज और डायरिया दोनों ठीक हो जाए, तो ऐसा हो सकता है। इसबगोल के सेवन से इन दोनों समस्याओं में आराम मिल सकता है। इसबगोल को दही के साथ खाने से पेट संबंधी समस्या से छुटकारा मिल सकता है।
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इसमें फाइबर के कारण यह हमारे पाचन में मदद करता है। यह पेट में मौजूद टॉक्सिन को साफ करने में हमारी मदद करता है। इसके साथ ही ये आंत में भोजन के मूवमेंट को भी बढ़ाता है। इसके लिए आपको पाचन को बढ़ाने के लिए इसबगोल को बटरमिल्क के साथ खाना खाने के ठीक बाद लेना चाहिए।
अगर आप अपने पेट की समस्या जैसे कब्ज और पाचनतंत्र को दुरूस्त करना चाहते हैं तो आप रात के खाने के बाद एक गिलास गर्म दूध के साथ एक चम्मच इसबगोल की भूसी का सेवन कर सकते हैं, ये आपके लिए काफी ज्यादा फायदेमंद हो सकता है। इसके अलावा दस्त के दौरान रक्तस्राव हो या लंबे समय से कब्ज हो तो आधा कप पानी के साथ इसकी भूसी लें। 20 मिलीलीटर की मात्रा में एक गिलास पानी में मिला लें और एक चम्मच इसबगोल के बीज साथ में लें। इससे आंतों में होने वाली रूकावट व संक्रमण दूर होता है।
इसके अलावा जिन लोगों को हांथ-पैर में जलन और लगातार पसीना आने की परेशानी रहती है, उनके लिए भी इसबगोल का सेवन बहुत फायदेमंद है। तो, हेल्दी रहने के लिए रोज सुबह खाली पेट इसका सेवन करें।
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