प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाएं रामफल खा सकती हैं। इसके सेवन से गर्भवती महिलाओं को कई लाभ होते हैं। एक्सपर्ट से जानिए, इनके बारे में।
Ramphal Benefits During Pregnancy In Hindi: प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को पौष्टिक आहार लेने की सलाह दी जाती है ताकि वह और गर्भ में पल रहा शिशु स्वस्थ रहे। इसके साथ ही अच्छी डाइट की मदद से गर्भवती महिला का यह सफर भी काफी आसान हो जाता है। यही कारण है कि महिलाएं अपनी डाइट में एक से एक बेहतरी और पोषक तत्वों से भरपूर फल और सब्जियां शामिल करती हैं। इसी क्रम में, गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को रामफल खाने की सलाह भी दी जाती है। हालांकि, गर्भावस्था में रामफल खाना कितना फायदेमंद है, इस संबंध में कोई विशेष वैज्ञानिक शोध नहीं हुए हैं। लेकिन, आमतौर पर माना जाता है कि गर्भावस्था में सीमित मात्रा में रामफल खाने से महिलाओं को कुछ न कुछ लाभ अवश्य मिलते हैं। इस संबंध में विस्तार से जानकारी दे रही हैं, डाइट एन क्योर क्लीनिक की डाइटीशियन और न्यूट्रिशनिस्ट दिव्या गांधी, आप भी इन्हें जानिए।
पोषक तत्वों से भरपूर रामफल विटामिन सी, पोटेशियम, मैग्नीशियम और फाइबर का एक अच्छा स्रोत है। ये सभी पोषक तत्व गर्भवती महिला के स्वास्थ्य के लिए जरूरी है। साथ ही, गर्भावस्था के दौरान बच्चे के विकास के लिए भी इन तत्वों को जरूरी माना जाता है। ऐसे में, अगर गर्भवती महिला रामफल को बिना संकोच अपनी डाइट में शामिल कर सकती हैं।
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रामफल में अच्छी मात्रा में विटामिन सी होता है। कहने की जरूरत नहीं है कि विटामिन-सी हमारे स्वास्थ्य के लिए जरूरी तत्व है। इसके अलावा, विटामिन-सी हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली यानी इम्युनिटी को बेहतर बनाने का काम करती है। ऐसे में, यह कहने में जरा भी संकोच नहीं होगा कि गर्भवती महिला भी इसका सेवन कर सकती है। रामफल अपनी डाइट में शामिल करने की वजह से गर्भवती महिला के स्वास्थ्य में सुधार होगा, संक्रमण की आशंका में कमी आएगी और और बीमारी की दर भी कम हाे सकती है।
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गर्भावस्था के दौरान अक्सर महिलाएं कब्ज की शिकायत करती हैं। कब्ज के छुटकारा पाने के लिए फाइबर का इनटेक बढ़ाया जा सकता है। रामफल, फाइबर का अच्छा स्रोत है। गर्भावस्था के दौरान फाइबर खाने से पाचन शक्ति बेहतर होती है और कब्ज से छुटकारा भी मिल है।
गर्भावस्था के मितली, उल्टी, सिर घूमना बहुत आम समस्याएं होती हैं। ऐसी ही एक समस्या है माॅर्निंग सिकनेस। इस बीमारी के तहत महिला का सुबह नींद से उठते ही जी मचलने लगता है और कई बार उल्टी हो जाती है। गर्भावस्था में ऐसा हार्मोनल बदलाव के कारण होता है। आमतौर पर गर्भावस्था के शुरुआती तीन महीने में यह समस्या काफी आम होती है। इस समस्या से छुटकारा पाने के महिलाएं कई तरह के उपाय आजमाती हैं। ऐसी स्थिति से बचने के लिए रामफ खाया जा सकता है। इसके सेवन से मॉर्निंग सिकनेस के लक्षणों में कमी आती है, जैसे मितली और उल्टी कम होने लगती है।
रामफल काफी उपयोग फल है। इसके बावजूद यह विशेष सलाह दी जाती है कि इसका सेवन सीमित मात्रा में किया जाए। ऐसा इसलिए क्योंकि यह बहुत मीठा होता है, इसमें शुगर का स्तर काफी ज्यादा होता है। अगर किसी महिला को गर्भकालीन मधुमेह (Gestational Diabetes) है, तो उन्हें यह फल खाने की सलाह नहीं दी जाती है।
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