आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी में 'वन वर्ल्ड टीबी समिट' को संबोधित किया। 2025 तक भारत में टीबी खत्म करने का संकल्प लिया।
World TB Day 2023: टीबी 'माइक्रोबैक्टीरियल ट्यूबकुलोसिस' के कारण होने वाली एक बीमारी है, जो मुख्य रूप से फेफड़ों को प्रभावित करती है। टीबी से संक्रमित व्यक्ति को लगातार खांसी होती है, इस दौरान निकलने वाले कणों की वजह से यह बीमारी दूसरों में भी फैलती है। एक ऐसा समय था, जब टीबी को महामारी माना जाता था। लेकिन आज के आधुनिक समय में टीबी का संपूर्ण इलाज संभव है। फिर भी टीबी की बीमारी दुनियाभर में एक चिंता का सबब बनी हुई है। यही वजह है कि टीबी को लेकर लोगों के बीच जागरुकता फैलाने के उद्देश्य से 24 मार्च को हर साल विश्व टीबी दिवस (World TB Day) मनाया जाता है। इसी मौके पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज वाराणसी में 'वन वर्ल्ड टीबी समिट' को संबोधित किया। उन्होंने इस मौके पर साल 2025 तक भारत को टीबी मुक्त करने का संकल्प लिया है। विश्व टीबी दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा,' देश ने नई सोच के साथ टीबी से लड़ने के लिए काम किया है।' इसलिए अब TB हारेगा और भारत जीतेगा।
इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'वन वर्ल्ड टीबी समिट' में बटन दबाकर भारत में टीबी खत्म करने के लिए टीबी मुक्त पंचायत के साथ कई पहलों की शुरुआत की। इससे आगे पीएम कहते हैं, 'चुनौतियां कितनी भी बड़ी क्यों न हो, जब सबका प्रयास होता है, तो नया रास्ता मिल ही जाता है।' इसके आगे पीएम ने कहा, '2014 के बाद भारत ने जिस नई सोच और अप्रोच के साथ TB के खिलाफ काम किया है, वो सच में अभूतपूर्व है'। भारत का यह प्रयास टीबी के खिलाफ वैश्विक लड़ाई का एक नया मॉडल है, इसलिए विश्व में सभी को इसके बारे में जानना चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि बीते 9 सालों में भारत ने टीबी के खिलाफ लड़ाई में कई मोर्चो पर साथ काम किया। इन 9 सालों में भारत ने कई अभियान भी चलाए, इनमें जनभागीदारी, पोषण के लिए विशेष अभियान, इलाज के लिए नई रणनीति, तकनीकी का भरपूर इस्तेमाल और अच्छी हेल्थ को बढ़ावा देने वाले फिट इंडिया, खेलो इंडिया और योग आदि शामिल हैं।
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पीएम कहते हैं कि एक देश के तौर पर भारत की विचारधारा का प्रतिबिंब 'वसुधैव कुटुंबकम्' की भावना में झलकता है। यह विचार आज आधुनिक विश्व को Integrated Vision और Intergrated Solutions दे रहा है। इसलिए प्रेसिडेंट के तौर पर भारत ने G20 समिट की थीम रखी है- 'One world, one family, one future'! ये थीम एक परिवार के रूप में पूरे विश्व के साझा भविष्य का संकल्प है।
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पीएम नरेंद्र मोदी ने आगे कहा, 'कोई भी टीबी मरीज इलाज से न छूटे, इसके लिए नई रणनीति पर काम किया गया है।' नई रणनीति में टीबी के मरीजों की स्क्रीनिंग, ट्रीटमेंट के लिए उन्हें आयुष्मान भारत योजना से जोड़ा है। टीबी की मुफ्त जांच के लिए देशभर में लैब्स की संख्या बढ़ाई गई हैं। पीएम आगे कहते हैं, 'टीबी के खिलाफ लड़ाई में भारत ने जो बड़ा काम किया है, वो जनभागीदारी है।' इस अवसर पर पीएम कहते हैं कि हमने टीबी मुक्त भारत से जुड़ने के लिए लोगों से "नि-क्षय मित्र" बनने का आह्वान किया था। इस अभियान के बाद लगभग 10 लाख टीबी मरीजों को देश के सामान्य नागरिकों ने गोद लिया। अब साल 2025 तक भारत TB खत्म करने के लक्ष्य पर काम कर रहा है।
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