Ultrasound Therapy For Kidney: एक्यूट किडनी इंजरी में मददगार है अल्‍ट्रासाउंड थेरेपी, जानें इसके फायदे

एक्यूट किडनी (AKI) किसी को भी हो सकती है, आइए यहां हम आपको बताते हैं कि एक्यूट किडनी इंजरी को अल्‍ट्रासाउंड थरेपी से कैसे रोका जा सकता है।

Written by: Sheetal Bisht Updated at: 2020-02-05 11:32

एक्यूट किडनी इंजरी (AKI) किसी को भी हो सकती है। किडनी का अचानक काम करना बंद कर देना या उसमें कोई खराबी आने को गुर्दे की चोट कहा जाता है। इससे गुर्दे की विफलता या एक्यूट किडनी फेल्‍योर के रूप में भी जाना जाता है। तीव्र गुर्दे की विफलता या एक्यूट किडनी फेल्‍योर तब होता है, जब आपकी किडनी अचानक आपके खून से अपशिष्ट उत्पादों को फ़िल्टर करने में असमर्थ हो जाए या फिर यूं कहें कि जब आपकी किडनी कचरे को बाहर निकालने में असमर्थ हो जाती हैं। इस स्थिति में वह बड़ी मात्रा में किडनी में जमा होने लगता है और यह बेहद गंभीर है और जिस पर ध्‍यान देने की जरूरत है। 

एक्यूट किडनी इंजरी या गुर्दे की चोट के लक्षण 

गुर्दे की गंभीर चोट के लक्षण कुछ इस प्रकार हो सकते हैं: 

  • कम पेशाब आना 
  • पैरों, टखनों में दर्द या पैरों में सूजन 
  • थकान 
  • जी मिचलाना 
  • छाती में दर्द 
  • साँस लेने में परेशानी 
  • मन का स्थिर न रहना  
  • अनियमित दिल की धड़कन 

कभी-कभी समस्या का कोई संकेत या लक्षण नहीं होता है और पुष्टि के लिए आपको टेस्‍ट की आवश्यकता होती है। 

एक्यूट किडनी इंजरी के कारण 

किडनी इंजरी या गुर्दे के क्षतिग्रस्त होने पर एक्यूट किडनी इंजरी होती है। अचानक होने वाली क्षति के कारण हो सकते है: 

  • सीधे आपकी किडनी में चोट 
  • ट्यूबों में एक रुकावट, जो पेशाब करने में मदद करती है 
  • लो ब्‍लड प्रेशर 
  • गंभीर दस्त 
  • दिल का दौरा या स्ट्रोक 
  • गंभीर जलन होती है 
  • लिवर फेल्‍योर 
  • इंफेक्‍शन 
  • डिहाइड्रेशन 
  • किडनी में खून के थक्के 
  • ब्‍लड वैसेल्‍स डिसऑर्डर 
  • ग्लोमेरुलोनेफ्राइटिस और ल्यूपस 

किडनी फेल्योर के लिए अल्ट्रासाउंड थेरेपी 

फोकस्ड अल्ट्रासाउंड फाउंडेशन के अनुसार, फोकस अल्ट्रासाउंड थेरेपी एक "नॉन-इनवेसिव, तकनीक है, जिसमें जीवन की गुणवत्ता में सुधार और एक्यूट किडनी इंजरी वाले रोगियों की देखभाल की लागत में कमी करने की क्षमता है। यह तकनीक "किडनी की चोट को टार्गेट कर सटीक रूप से अल्ट्रासाउंड एनर्जी बीम को फोकस करती है और घायल किडनी में मेसेंकाईमल स्टेम कोशिकाओं की होमिंग में सुधार कर सकती है।" 

अल्ट्रासाउंड थेरेपी के फायदे 

यहां अल्ट्रासाउंड थेरेपी के कुछ फायदों हैं: 

  • यह एक नॉन-इनवेसिव उपचार की तकनीक है, इसलिए जटिलताएं बहुत कम होती हैं।  
  • यह अन्य उपचारों की तुलना में कम खर्चीला है। 
  • अल्ट्रासाउंड थेरेपी आसपास के ऊतकों को नुकसान पहुंचाए बिना समस्या को टार्गेट करता है। 
  • जरूरत पड़ने पर इसे दोहराया जा सकता है। 

किडनी फेल्‍योर को रोकने के तरीके 

एक्यूट किडनी फेल्‍योर को रोकना मुश्किल है क्योंकि यह अचानक होता है। लेकिन अपने किडनी की अच्छी देखभाल करने से बीमारी को रोकने में मदद मिल सकती है। इसलिए आप अपनी किडनी को स्वस्थ रखने के लिए कुछ कदम उठा सकते हैं, जैसे: 

1 # सक्रिय रहें और वजन कंट्रोल रखेंर:  न केवल किडनी की चोट और किडनी फेलयोर को रोकने के लिए, बल्कि अन्‍य बीमारियों को दूर रखने के लिए आप नियमित रूप से व्यायाम करें और एक स्‍वस्‍थ वजन बनाए रखें। यह आपके ब्‍लड प्रेशर को कम करने और आपके हृदय स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में मदद करेगा। 

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2 # ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल रखें: जब आपका शरीर ग्लूकोज को उस तरह से इस्तेमाल करने में असमर्थ होता है, तो यह किडनी को खून को अच्छी तरह से छानने के लिए कड़ी मेहनत करने के लिए मजबूर करता है। इसलिए आप अपने ब्‍लड शुगर को बनाए रखने के लिए नियमित जांच करें, इससे आपको किडनी की क्षति के जोखिम को कम करने में मदद मिलेगी। 

3 # ब्लड प्रेशर की जांच: हाई ब्लड प्रेशर से किडनी खराब होने की संभावना बढ़ सकती है। स्वस्थ भोजन और सक्रिय होने से आपके ब्‍लड प्रेशर को नियंत्रित रखने में मदद मिलेगी। 

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4 # तरल पदार्थों का सेवन करें: आपके शरीर को हाइड्रेटेड रखने के लिए कम से कम 8-10 गिलास पानी पीना आवश्यक है, जो आपकी डिनी को स्‍वस्‍थ रखने में मदद करता है।  

5 # धूम्रपान से बचें: धूम्रपान आपके शरीर की रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचाता है और पूरे शरीर और किडनी में रक्त प्रवाह धीमा कर देता है। यह किडनी को तनाव देता है और किडनी को नुकसान पहुंचने के खतरे को बढ़ाता है।

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