कोल्ड और फ्लू के लिए कारगर है होम्योपैथी

अक्सर लोग कोल्ड और फ्लू को लेकर लचर रवैया अपनाते हैं, लेकिन ऐसा करना घातक हो सकता है। यदि आप एंटीबायोटिक्स से पहेज करते हैं तो होम्योपैथिक उपचार की मदद से आप इसे ठीक कर सकते हैं।

Written by: सम्‍पादकीय विभाग Updated at: 2015-12-22 12:00

आमतौर पर आप ठंड और फ्लू से बिना किसी प्रकार के बचने के उपाय किए आप एक सप्ताह से 10 दिनों के भीतर सही हो सकते हैं। अक्सर एंटिबॉयोटिक दवाएं और अन्य परम्परागत दवाएं ठंड या फ्लू में सहायता नहीं करता। यहां तक कि ठंड या कफ की दवाएं है उनसे छह साल से कम उम्र के बच्चों को बचाना चाहिए।

 

जब आपको ठंड और फ्लू हो रहा है तो आप जड़ी बूटी, सप्लिमेंटस, लाइफ स्टाइल और होम्योपैथिक उपचार से बेहतर महसूस कर सकते हैं। एक सप्ताह से ज्यादा की ठंड से आपके गले में खराश और खांसी हो सकती है लेकिन वो आमतौर पर उच्च बुखार का कारण नहीं बन सकते। फ्लू के लक्षण आमतौर पर सामान्य ठंड की बजाय गंभीर हो सकते हैं। इससे शरीर में दर्द, सुस्ती और कमजोरी हो सकती है।

 

 

कोल्ड  और फ्लू के लिए होम्योपैथी उपचार

ठंड और फ्लू से बचने के लिए कई  होम्योपैथिक उपचार मौजूद हैं। एक पेशेवर होम्योपैथी ऐसे उपचार को उपाय चुनता है वो उसकी जानकारी और अनुभव पर बेहतर हो। साथ ही वो किसी भी प्रकार के होम्योपैथी और आपके संवैधानिक ढांचे पर निर्भर होता है। आपका संवैधानिक ढांचा आपके शारिरिक, भावनात्मक और मनोवैज्ञानिक मेकअप पर आधारित है।

 

 

कोल्ड के लिए होम्योपैथी उपचार

एकोनीटुम, एलीउम सेपा, एर्सेनीकुम एलबम, बेलाडोन्ना, ब्रायोनिया, इयूफरेसिया, फेरूम फोस्फोरकम, जेलसेमीयम, हेपर सुलफुरीकुम, मेरकुरियस, पुलसटील्ला ये कुछ होम्योपेथिक दवाएं हैं जो ठंड के इलाज के लिए प्रयोग की जाती हैं।

 

ये दवाएं निम्नलिखित लक्षणों का उपचार करते हैं -

  • ठंड के साथ बुखार, एंक्सेटी और प्यास जो कि अचानक ठंडे पर्यावरण के  बाद शुरू हो जाता है।
  • पानी के साथ निर्वहन की वजह से नाक बहना, आंखों के जलने, लाल आंखें और वे लक्षण जो कि गर्म कमरें और शाम में ज्यादा बदतर हो जाते हैं।
  • उच्च बुखार के साथ ठंड लगना, लाल चेहरा हो जाना, नाक का बहना, गले में खराश, सिर दर्द, कान में दर्द और खांसी जो कि रात में ज्यादा हो जाती है।

आपका डॉक्टर पूरी तरह से आपके इतिहास को देखने के बाद और लक्षणों पर गौर करने के बाद आपको ठंड के लिए कुछ दवांए देगा। कई बार आपका होम्योपैथी डॉक्टर आपको ठंड की दवाएं ना देने के लिए भी सलाह दे सकता है, अगर ठंड के लक्षण शरीर के वायरस को भगाने के दिखे।

 

 

सर्दी का उपचार

अधिकतर मरिजों को बेड रेस्ट, किसी प्रकार के तरल पदार्थ के पीने पर रोक औऱ बुखार और बॉडी दर्द को भगाने की दवा सर्दी भगाने का उचित उपचार है। जड़ी बूटियां, सप्लिमेंटस और होम्योपैथिक उपचार सर्दी के लक्षण के उपचार में सहायता पूर्ण हो सकते हैं।

 

आपका होम्योपैथी डॉक्टर आपको सर्दी के उपचार के लिए उसकी जानकारी और अनुभव के आधार पर किसी प्रकार की दवा के लिए सलाह दे सकता है। अकोनाइट, गेलसेमीयम, यूकलिप्टस, इपेकाकूनहा, फास्फोरस, ब्रोनिया, यूपाटोरियम, परफोलियटम, अनास बारबराइस हेपेटिस और कोर्डिस स्केट्रक्टूम कुछ होम्योपैथिक दवाएं हैं जो कि फ्लू के लक्षणों के उपचार में प्रयोग की जाती हैं।

  • गेलसेमीयम का प्रयोग अक्सर सर्दी में जब ठंड लग रही हो, कमजोरी महसूस हो, ऊर्जा की कमी, बुखार और सिर में पीछे की साइड और माथे के टॉप पर दर्द के मामले में प्रयोग की जाती है। यह सबसे ज्यादा प्रयोग की जाने वाली दवा है।
  • नुक्स वोमिका का प्रयोग सर्दी में तेजी से उल्टी होना, चिड़चिड़ापन, सूखी खाँसी, ठंड लगना, भरी हुई नाक में पानी से परेशानी केलिए प्रयोग की जाती है।
  • अलग-अलग दवांओं के मिश्रण या अनाड बारबेराइज हेपेटाइज और कोर्डिस एक्सट्रेक्टूम या कोई एक दवा आपके लक्षणों के उपचार के लिए दी जा सकती है।

 अगर आपको लक्षण हल्के हैं तो आप लक्षणों के विवरण के आधार पर उपचार चुन सकते हैं, जो कि आपके लक्षणों को मैच करे। कुछ दवाएं नीचे दी गई हैं।

  • अकोनाइट 6सी/ 30 सी- अगर आपकी ठंड और फ्लू शुरूआती दौर में है तो विशेषकर जब ठंड हवाएं, बुखार, ठंड या प्यास ।
  • एलियूम सेपा 6सी- आम ठंड, ढ़ेर सारी छींके, आंखों में पानी और नाक से पानी बहना।
  • एरसेन एएलबी 6सी- आंखों और नाकों का बुरा हाल, थकावट, पानी पिने की इच्छा।
  • बेलाडोना 6सी/30 सी- अजीब व्यवहार के साथ उच्च तापमान और बुखार। 


होम्योपैथी में सावधानी

अधिकत्तर होम्योपैथी दवाओं का प्रयोग ठंड और फ्लू के उपचार के लिए किया जा सकता है।

 

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