बच्चों में डेंगू से होने वाली समस्याएं दूर करने के लिए अपनाएं ये 5 घरेलू नुस्खे

बच्चों को डेंगू होने पर आप कुछ घरेलू नुस्खों का सहारा ले सकते हैं। ताकि बच्चा जल्द से जल्द रिकवरी कर सके। चलिए जानते हैं इन नुस्खों के बारे में-

Written by: Kishori Mishra Updated at: 2022-05-12 15:43

बदलते मौसम में बच्चों को कई तरह की समस्याएं होने लगती हैं। खासतौर पर बरसात के सीजन में बच्चों को कई बीमारियां होने का खतरा बढ़ जाता है। व्यस्यको की तुलना में बच्चों की इम्यूनिटी काफी कमजोर होती है, इसलिए बरसात में बच्चों का खास ध्यान रखना जरूरी होता है। खासतौर पर इन दिनों फैल रहे डेंगू फीवर से बच्चों को बचाना बहुत ही जरूरी है। क्योंकि डेंगू बच्चों के लिए जानलेवा भी साबित हो सकता है। इसलिए अगर आपके बच्चों में डेंगू के हल्के-फुल्के लक्षण दिखे, तो तुरंत उनकी जांच कराएं। इसके अलावा डेंगू से बच्चों की जल्द से जल्द रिकवरी के लिए आप कुछ घरेलू नुस्खों का सहारा ले सकते हैं। इन नुस्खों को लेकर हमने सिरसा स्थित अमृत आयुर्वेद क्लीनिक के आयुर्वेदार्य डॉक्टर श्रेय से बातचीत की। आयुर्वेदाचार्य बताते हैं कि बच्चों को डेंगू फीवर होने पर उनका तुरंत इलाज कराना बेहद जरूरी है। हालांकि, अगर आपका बच्चा रिकवरी कर रहा है, तो आप डेंगू के हल्के-फुल्के लक्षणों को कम करने के लिए इन नुस्खों को आजमा सकते हैं। चलिए जानते हैं आयुर्वेदाचार्य द्वारा बताए गए कुछ (Dengue in Child) असरकारी नुस्खों के बारे में-

1. पपीते की पत्तियों का काढ़ा 

आयुर्वेदाचार्य का कहना है कि पपीते की पत्तियां डेंगू फीवर को कम करने में सहायक नहीं होती हैं। हालांकि, अगर आपके बच्चे का प्लेटलेट्स डाउन है, तो आप उन्हें पपीते की पत्तियों का काढ़ा दे सकते हैं। इसके अलावा इसके पत्तों का रस भी बच्चों के प्लेटलेट्स काउंड को बढ़ा सकता है। इसके लिए पपीते की पत्तियां लें। अब इसे अच्छे से पीसकर इसका रस कपड़े की मदद से निकाल लें। अब इस रस को बच्चों को पिलाएं। लेकिन ध्यान रखें कि यह थोड़ा कड़वा हो सकता है।

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2. नीम का काढ़ा

आयुर्वेदाचार्य बताते हैं कि अगर आपका बच्चा कड़वी चीजों का सेवन कर सकता है, तो आप उन्हें नीम की पत्तियों का सेवन करवा सकते हैं। इसे आप अपने बच्चों को काढे के रूप में दें। डॉक्टर का कहना है कि नीम की तासीर ठंडी होती है, जो डेंगू फीवर को कम करने में मददगार है। काढ़े को तैयार करने के लिए नीम की कुछ पत्तियां लें। अब इसे 1 से 2 कप पानी में अच्छी तरह उबाल लें। तैयार काढ़े का 1 से 2 चम्मच बच्चों को बीच-बीच में देते रहे हैं। साथ ही बच्चों के आसपास से मच्छर को भगाने के लिए आसपास नीम के पानी का छिड़काव करें।

3. हल्दी है डेंगू में असरकारी

आयुर्वेदाचार्य का कहना है कि बच्चों में डेंगू फीवर को कम करने के लिए हल्दी असरकारी हो सकता है। बच्चों को हल्दी देने से पहले आप हल्दी को घी में भुन दें। ताकि इसकी नमी को दूर किया जा सके। अब इसे आप बच्चों को दूध में मिलाकर या फिर अन्य तरीकों से दे सकते हैं। इससे डेंगू में दिखने वाले लक्षणों को काफी हद तक कम किया जा सकता है। 

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4.  गिलोय का काढ़ा

आयुर्वेदाचार्य श्रेय शर्मा बताते हैं कि बच्चों में डेंगू फीवर की परेशानियों को दूर करने के लिए गिलोय का रस काफी गुणकारी हो सकता है। हालांकि, यह थोड़ा कड़वा हो सकता है। लेकिन अगर आपका बच्चा इसका सेवन करते है, तो इससे डेंगू फीवर को कम किया जा सकता है। साथ ही इससे प्लेटलेट्स काउंट भी बढ़ाया जा सकता है।

5. तुलसी की पत्तियां 

आयुर्वेदाचार्य बताते हैं कि अगर बच्चे का प्लेटलेट्स डाउन है, तो उन्हें तुलसी की पत्तियां न दें। अगर प्लेटलेस्ट सही है, तो आप बच्चे का बुखार उतारने के लिए तुलसी की पत्तियों का रस बच्चों को दे सकते हैं। इससे बच्चों की इम्यूनिटी बढ़ेगी। जिससे डेंगू के लक्षण कम हो सकेंगे। साथ ही इसके रस का छिड़काव बच्चे के आसपास करें। इससे बच्चों से मच्छर दूर रहेंगे। 

ध्यान रखें कि डेंगू एक खतरनाक बीमारी है। इसका समय पर इलाज बेहद जरूरी है। ऐसे में अगर आपके बच्चों में डेंगू फीवर के लक्षण दिखे, तो तुरंत उन्हें डॉक्टर से पास ले जाएं। इसके साथ ही मच्छरों से बच्चों को दूर रखने की कोशिश करें। ताकि डेंगू और मलेरिया जैसी खतरनाक बीमारी से बच्चा दूर रह सके।

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