योग तनाव कम करने से लेकर बीमारियों को कंट्रोल करने और वजन घटाने से लेकर तुरंत ऊर्जा प्रदान करने में सहायक होता है। योग की कुछ सरल मुद्राएं तुरंत एनर्जी देने में मदद करती हैं।
योग एक आध्यात्मिक प्रकिया है जिसमें शरीर, मन और आत्मा को एक साथ लाने का काम होता है। योग के जरिए आपके शरीर और मस्तिष्क का मिलन होता है। योग तनाव कम करने से लेकर बीमारियों को कंट्रोल करने और वजन घटाने से लेकर तुरंत ऊर्जा प्रदान करने में सहायक होता है। योग की सरल मुद्राएं आपको व्यायाम के तनाव से बचने और तुरंत एनर्जी देने में मदद करती हैं। योग आपको अपने किसी भी काम में सफलता हासिल करने में मदद करता है क्योंकि इसके आप आसानी से अपने विचारों पर ध्यान लगा सकते हैं।
बालासन को करने से तनाव कम होता है और तुरंत एनर्जी मिलती है। इस योग को करने के लिए घुटने के बल जमीन पर बैठ जाएं और शरीर का सारा भाग एड़ियों पर डाल दें। गहरी सांस लेते हुए आगे की ओर झुकें। ध्यान रखें कि आपका सीना जांघों को छूना चाहिए, अब अपने माथे से फर्श को छूने की कोशिश करें। कुछ सेकंड इस अवस्था में रहें और वापस उसी अवस्था में आ जाएं। image courtesy : getty images
भुजंगासन को कोबरा आसन भी कहते हैं। इसे करने के लिए जमीन पर उलटा लेट जाएं। पैर और हिप्स को समान रूप से फैलाकर रखें। हथेलियों को जमीन पर कंधों के सामने रखें। अब शरीर के बाकी हिस्से को बिना हिलाए-डुलाए चेहरे को बिल्कुल ऊपर की ओर करें। कुछ समय के लिए इस मुद्रा को यूं ही रखें। इस आसन को करने से आप तुरंत ही एनर्जी पा सकते हैं। इसे भी पढ़ें : पुरुषों को जरूर करने चाहिए ये 4 योगासन, जानें क्यों?
अगर आप बहुत कमजोर महसूस करते हैं तो ताड़ासन आपके लिए बहुत फायदेमंद साबित हो सकता है। इसको करने से तुरंत एनर्जी पाने में मदद मिलती है। इसे करने के लिए जमीन पर सीधे खड़े हो जाएं। दोनों पैरों पर अपने शरीर का वजन सामान रखें। इसके बाद दोनों हथेलियों की अंगुलियों को मिलाकर सिर के ऊपर ले जाएं। हथेलियों सीधी रखें फिर सांस भरते हुए अपने हाथों को ऊपर की ओर खींचिए,। इसके साथ ही पैरों की एड़ी को भी ऊपर उठाएं और पैरों की अंगुलियों पर शरीर का संतुलन बनाए रखिए। इस स्थिति में कुछ देर रहें। image courtesy : getty images
कमर की चर्बी दूर करने के साथ-साथ वक्रासन तुरंत एनर्जी भी देता है। इसे करने के लिए दंडासन की स्थिति में बैठ जाएं। अब दायें पैर को मोड़कर बायीं जांघ के पास घुटने से सटाकर रखें, ध्यान रहें कि आपका बायां पैर सीधा रहें। बाएं हाथ को दाएं पैर एवं पेट को बीच से लाकर दाएं पैर के पंजे के पास टिकाएं। दाएं हाथ को कमर के पीछे भूमि पर सीधा रखें। गर्दन को घुमाकर दायीं और मोड़कर देखें लेकिन बाएं पैर, कमर और दाएं हाथ सीधे रहेंगे। image courtesy : yogiklifestyle.com
परिव्रता त्रिकोणासन पाचन शक्ति को दुरुस्त रखने के साथ-साथ तुरंत एनर्जी भी देता है। इसे करने के लिए सीधा तनकर खड़े हो जाएं और बाएं पैर को बायीं ओर और दायें पैर को दायीं ओर घुमाएं। दाएं घुटने को दायें टखने के ऊपर मोड़ें। बांहों को कंधों की ऊंचाई में ले जाएं और हथेलियों को जमीन में ही रखें। अब सांस छोड़ते हुए हिप्स को आगे की ओर झुकाएं। बायीं हथेली से दाएं पैर को छुये और दायीं ओर मुड़कर दायें हाथ को छत की दिशा में ले जाइये। और सिर को दायीं ओर घुमाकर दायें हाथ की उंगलियों की ओर देखिए। इसे भी पढ़ें : दिल की बीमारियों के लिए योगासन
वीरभद्रासन से शरीर मजबूती और तुरंत एनर्जी मिलती है। इसे करने के लिए सीधे खड़े हो जाएं और दोनों पैरों के बीच में दूरी रखें। सांस खींचते हुए दोनों हाथों को दोनों दिशाओं में अपने कंधों के समानांतर फैलाएं। अब गर्दन दाई दिशा में ले जाएं और दाएं घुटने को मोड़ें (कम से कम 45 डिग्री का कोण घुटने से बनना चाहिए)। अपने हाथों को नमस्ते का आकार देते हुए ऊपर की ओर रखें। अब सांस छोड़ते हुए दोनों हाथों को नीचे लाएं। थोड़ी देर इसी मुद्रा में रहें और दोबारा इसी क्रिया को करें।
इस आसन में शरीर की मुद्रा बिल्ली की तरह होने के कारण इसे मर्जरी आसन कहते हैं। यह पेट की चर्बी को कम करने के साथ तुरंत एनर्जी भी देता है। इसे करने के लिए दोनों घुटनों और हथेलियों के बल खड़े हों। दोनों हाथ, पैर और सिर को बिल्कुल सीधा रखें और सामने की ओर देखें। अब ठुड्डी को उठाते हुए सांस खींचकर सिर को ऊपर की ओर उठाएं। इस दौरान शरीर को अच्छी तरह से स्ट्रेच करें। कुछ सेकंड के बाद सांस छोड़ते हुए सिर नीचे की ओर ले जाएं। image courtesy : getty images
सूर्य नमस्कार योगासनों में सर्वश्रेष्ठ है। इसके बारह आसनों को करने से शरीर निरोग और स्वस्थ रहता है। इसमें प्रथम अवस्था प्रणाम मुद्रा, दूसरी में हस्त उत्तानासन, तीसरी में पाद हस्तासन, चौथी अश्व संचालन आसन, पांचवी अवस्था में पर्वतासन, छठी में अष्टांग नमस्कार, सातवीं में भुजंगासन, आठवीं में पर्वतासन, नौवीं अश्व संचालन आसन, दसवीं अवस्था में पाद हस्तासन ग्यारहवीं अवस्था में हस्त उत्तानासन और बारहवीं अवस्था में प्रणाम मुद्रा शामिल हैं। ये 12 अवस्थाएं सूर्य नमस्कार का चक्र है। image courtesy : getty images
शवासन योग को करने से ना सिर्फ शरीर को आराम मिलता है बल्कि ये आपको तुरंत एनर्जी भी देता है। मन को गहरे ध्यान में ले जा कर शरीर को फिर से स्फूर्ति से भर देता है। इस आसन को करना बहुत ही आसान हैं। इसे करने के लिए जमीन पर दरी बिछाकर सीधा लेट जाये। इसके बाद अपनी आंखां को बंद कर लें और अपने हाथ-पैरों को ढ़ीला छोड़ दें। आप चाहे तो इस मुद्रा में 5 से 20 मिनट तक बने रह सकते हैं। image courtesy : getty images