Typhoid and Flu in Hindi: टाइफाइड और फ्लू, दोनों ही स्थितियों में बुखार आना आम है। ऐसे में इन दोनों के बीच के अंतर को जानना जरूरी हो जाता है।
Difference Between Typhoid and Flu: मानसून अपने साथ कई तरह की शारीरिक समस्याओं को लेकर आता है। इसमें डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया जैसी मच्छर जनित बीमारियां शामिल हैं। इसके साथ ही कुछ लोगों को मानसून में टाइफाइड और फ्लू के लक्षणों का भी सामना करना पड़ता है। टाइफाइड और फ्लू, दोनों में तेज बुखार आता है। साथ ही सिरदर्द, मांसपेशियों के दर्द और कमजोरी का भी सामना करना पड़ता है। ऐसे में अगर ये लक्षण नजर आते हैं, तो लोग समझ नहीं पाते हैं कि उन्हें टाइफाइड हुआ है या फिर फ्लू।
तो इस लेख के माध्यम से हम आपको टाइफाइड और फ्लू (Typhoid and Flu) में विस्तार से अंतर बताने जा रहे हैं।
टाइफाइड बुखार साल्मोनेला टाइफी बैक्टीरिया के कारण होता है। यह बुखार उन देशों में अधिक देखने को मिलता है, जो विकासशील है। विकसित देशों में टाइफाइड के मामले कम ही देखने को मिलते हैं। बच्चों में टाइफाइड के मामले अधिक देखने को मिलते हैं। अधिकतर लोग एंटीबायोटिक उपचार लेने से कुछ ही दिनों में टाइफाइड बुखार से ठीक हो सकते हैं।
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अगर आप भी टाइफाइड और फ्लू को एक ही समझते थे, तो आज इस लेख के माध्यम से आप इन दोनों के बीच के अंतर को अच्छे से समझ चुके होंगे। मानसून में अधिकतर लोगों को टाइफाइडर और फ्लू से परेशान होना पड़ता है। ऐसे में आपको अच्छी डाइट लेना जरूरी होता है। इस दौरान अपनी इम्यूनिटी को मजबूत बनाएं और बाहर का अस्वच्छ भोजन खाने से बचें।
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