टाइफाइड और फ्लू में क्या अंतर है? जानें इनके लक्षण और कारण

Typhoid and Flu in Hindi: टाइफाइड और फ्लू, दोनों ही स्थितियों में बुखार आना आम है। ऐसे में इन दोनों के बीच के अंतर को जानना जरूरी हो जाता है।

Written by: Anju Rawat Updated at: 2022-07-13 13:47

Difference Between Typhoid and Flu: मानसून अपने साथ कई तरह की शारीरिक समस्याओं को लेकर आता है। इसमें डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया जैसी मच्छर जनित बीमारियां शामिल हैं। इसके साथ ही कुछ लोगों को मानसून में टाइफाइड और फ्लू के लक्षणों का भी सामना करना पड़ता है। टाइफाइड और फ्लू, दोनों में तेज बुखार आता है। साथ ही सिरदर्द, मांसपेशियों के दर्द और कमजोरी का भी सामना करना पड़ता है। ऐसे में अगर ये लक्षण नजर आते हैं, तो लोग समझ नहीं पाते हैं कि उन्हें टाइफाइड हुआ है या फिर फ्लू। 

तो इस लेख के माध्यम से हम आपको टाइफाइड और फ्लू (Typhoid and Flu) में विस्तार से अंतर बताने जा रहे हैं। 

टाइफाइड के लक्षण-Typhoid Symptoms in Hindi

  • 104 डिग्री फारेनहाइट बुखार
  • बुखार कभी तेज या कम होना
  • सिरदर्द
  • कमजोरी और थकान
  • मांसपेशियों में ऐंठन
  • पसीना आना
  • सूखी खांसी
  • भूख न लगना
  • वजन कम होना
  • पेट में दर्द
  • डायरिया या कब्ज 
  • त्वचा पर रैशेज
  • पेट में सूजन

टाइफाइड के कारण-Typhoid Causes in Hindi

टाइफाइड बुखार साल्मोनेला टाइफी बैक्टीरिया के कारण होता है। यह बुखार उन देशों में अधिक देखने को मिलता है, जो विकासशील है। विकसित देशों में टाइफाइड के मामले कम ही देखने को मिलते हैं। बच्चों में टाइफाइड के मामले अधिक देखने को मिलते हैं। अधिकतर लोग एंटीबायोटिक उपचार लेने से कुछ ही दिनों में टाइफाइड बुखार से ठीक हो सकते हैं।

इसे भी पढ़ें- Typhoid Fever: टाइफाइड का बुखार कितने दिन तक रहता है?

फ्लू के लक्षण-Flu Symptoms in Hindi

  • 100 डिग्री फारेनहाइट से अधिक बुखार
  • मांसपेशियं और जोड़ों में तेज दर्द
  • कमजोरी
  • थकान
  • आंखों से पानी आना
  • त्वचा पर रेडनेस
  • तेज सिरदर्द
  • सूखी खांसी
  • गले में खराश
  • नाक बहना

फ्लू के कारण-Flu Causes in Hindi

  • फ्लू एक इन्फ्लूएंजा वायरस के कारण होता है। यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैल सकता है। जब फ्लू से संक्रमित व्यक्ति खांसता या छींकता है, तो उसके सांसों की बूंदे दूसरे व्यक्ति को भी संक्रमित कर सकती हैं। 
  • इन्फ्लूएंजा वायरस से संक्रमित चीजों को छूने के बाद हाथ को मुंह, नाक और आंखों पर लगाने से भी फ्लू हो सकता है। 
  • फ्लू नाक, गले और फेफड़ों को प्रभावित करता है। इसलिए अगर इनमें अंगों से जुड़े कोई लक्षण नजर आए, तो बिल्कुल भी नजरअंदाज न करें।

इसे भी पढ़ें- गर्मी में फ्लू होने पर नजर आते हैं ये 6 लक्षण, जानें कैसे करें बचाव

टाइफाइड और फ्लू में अंतर-Difference Between Typhoid and Flu in Hindi

  • टाइफाइड और फ्लू का सबसे बड़ा अंतर यह है कि टाइफाइड बैक्टीरिया के कारण होता है। जबकि फ्लू वायरस के संपर्क में आने से होता है। 
  • फ्लू इन्फ्लूएंजा वायरस के कारण होता है, जबकि टाइफाइड साल्मोनेला टाइफी बैक्टीरिया के कारण होता है
  • अगर आपके संपर्क में रहने वाले को बुखार, खांसी आदि होती है। इसके कुछ दिन बाद आप में भी ये लक्षण नजर आने लगते हैं, तो यह फ्लू हो सकता है।
  • फ्लू होने पर आपको बुखार 100 डिग्री फारेनहाइट तक आ सकता है। जबकि टाइफाइड में बुखार 104 डिग्री फारेनहाइट तक पहुंच सकता है।
  • टाइफाइड होने पर आपको डायरिया या कब्ज की समस्या भी हो सकती है। 

अगर आप भी टाइफाइड और फ्लू को एक ही समझते थे, तो आज इस लेख के माध्यम से आप इन दोनों के बीच के अंतर को अच्छे से समझ चुके होंगे। मानसून में अधिकतर लोगों को टाइफाइडर और फ्लू से परेशान होना पड़ता है। ऐसे में आपको अच्छी डाइट लेना जरूरी होता है। इस दौरान अपनी इम्यूनिटी को मजबूत बनाएं और बाहर का अस्वच्छ भोजन खाने से बचें।

Disclaimer

इस जानकारी की सटीकता, समयबद्धता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास किया गया है हालांकि इसकी नैतिक जि़म्मेदारी ओन्लीमायहेल्थ डॉट कॉम की नहीं है। हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से अवश्य संपर्क करें। हमारा उद्देश्य आपको जानकारी मुहैया कराना मात्र है।

Related News