Osteoporosis Day : ऑस्टियाेपाेराेसिस यानी हड्डियाें के कमजाेर हाेने पर आपकाे एक विशेष तरह की डाइट काे फॉलाे करना चाहिए। जिससे हड्डियां मजबूत बनी रहें।
ऑस्टियाेपाेराेसिस क्या है (What is Osteoporosis)? जब हड्डियां कमजाेर हाे जाती हैं, ताे इस स्थिति काे ऑस्टियाेपाेराेसिस कहा जाता है। ऑस्टियाेपाेराेसिस में बाेन मास डेंसिटी यानी बीएमडी (BMD) कम हाे जाती है, जिससे हड्डियाें के फ्रैक्चर का जाेखिम बढ़ जाता है। इस बीमारी में हड्डियां इतनी कमजाेर या खाेखली हाे जाती हैं कि छींकने पर भी फ्रैक्चर हाे सकता है। इस स्थिति में व्यक्ति काे हड्डियाें की समस्या के साथ ही फ्रैक्चर हाेने का जाेखिम भी बना रहता है। इतना ही नहीं इसमें व्यक्ति काे चलने-फिरने, उठने-बैठने में भी परेशानी आती है।
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खराब जीवनशैली, अनहेल्दी ईटिंग हैबिट्स, स्ट्रेस, देर तक बैठे रहना, इनएक्टिव लाइफस्टाइल, एक्सरसाइज न करना आदि ऑस्टियाेपाेराेसिस के जाेखिम कारक हाेते हैं (Osteoporosis Causes)। ऑस्टियाेपाेराेसिस काे साइलेंट किलर भी कहा जाता है। पीठ दर्द, ब्राेन फ्रैक्चर और झुका हुआ पाेश्चर आदि ऑस्टियाेपाेराेसिस के लक्षण (Osteoporosis Symptoms) हाे सकते हैं। अगर आपकाे लगातार पीठ दर्द हाे, ताे इस स्थिति काे नजरअंदाज न करें और तुरंत डॉक्टर से कंसल्ट करें।
इस समस्या से बचने और निजात पाने के लिए जरूरी है अपनी हड्डियाें काे मजबूत बनाया जाए। हड्डियाें काे मजबूत बनाने के लिए अच्छा आहार या डाइट लेना बहुत जरूरी हाेता है। कैल्शियम, प्राेटीन, मैग्नीशियम और विटामिन डी से भरपूर डाइट लेने से इस समस्या से निजात पाया जा सकता है। हर साल 20 अक्टूबर काे विश्व ऑस्टियाेपाेराेसिस दिवस (World Osteoporosis Day ) मनाया जाता है। इस मौके पर आराेग्य डाइट और न्यूट्रीशन क्लीनिक की डायटीशियन डॉक्टर सुगीता मुटरेजा से जानें ऑस्टियाेपाेराेसिस के मरीजाें के लिए डाइट टिप्स (Diet tips for Osteoporosis Patients)-
हड्डियाें काे मजबूत (Strong Bones) बनाने के लिए हेल्दी डाइट (Healthy Diet) बहुत जरूरी हाेता है। इसके लिए आपकाे पाेषक तत्वाें काे अपनी डाइट में शामिल करना हाेता है। हड्डियाें काे मजबूत बनाने के लिए कैल्शियम, विटामिन डी और प्राेटीन बहुत आवश्यक हाेता है। दरअसल, शरीर में कैल्शियम काे अवशाेषित करने के लिए विटामिन डी की भी जरूरत पड़ती है। इन पाेषक तत्वाें के अलावा हड्डियाें काे मजबूत बनाने के लिए मैग्नीशियम, विटामिन के और जिंक भी बहुत जरूरी हाेता है।
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बादाम पाेषक तत्वाें से भरपूर हाेता है। इसमें वाे सभी पाेषक तत्व पाए जाते हैं, जाे शरीर के लिए जरूरी हाेते हैं। बादाम कैल्शियम, मैग्नीशियम और प्राेटीन से भरपूर हाेता है। यह हड्डियाें काे मजबूत बनाता है। इसमें मौजूद कैल्शियम हड्डी के ऊतकों के लिए एक जरूरी मिनरल है। इतना ही नहीं बादाम में मौजूद प्राेटीन मांसपेशियाें के ऊतकाें काे स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है। प्राेटीन हिप फ्रैक्चर के जाेखिम काे भी कम करता है। इसके अलावा सूरजमुखी के बीज और पिस्ता काे भी ऑस्टियाेपाेराेसिस के मरीज अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। इन दाेनाें में भी बादाम जितने ही पाेषक तत्व मौजूद हाेते हैं।
मांसपेशियाें, हड्डियाें काे मजबूत बनाने के लिए अच्छी मात्रा में फलाें और सब्जियाें का सेवन करना बहुत जरूरी हाेता है। फल और सब्जियां विटामिंस, मिनरल्स से भरपूर हाेते हैं। हड्डियां कमजाेर हाेने पर आपकाे अपनी डाइट में पालक, बींस, ब्राेकली जैसी सब्जियाें काे शामिल करना चाहिए। साथ ही मौसम फलाें काे भी सेवन करें। इनके सेवन से हड्डियां मजबूत बनेंगी (हड्डियाें काे मजबूत बनाने के उपाय) और आप ऑस्टियाेपाेराेसिस से बचे रहेंगे।
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ऑस्टियाेपाेराेसिस एक ऐसी बीमारी है, जिसमें हड्डियां कमजाेर हाेने लगती हैं। अकसर हड्डियां तब कमजाेर बनती हैं, जब शरीर में कैल्शियम की कमी हाे जाती है। अगर आप इस समस्या से जूझ रहे हैं, ताे इस स्थिति में दूध का सेवन कर सकते हैं (दूध पीने के फायदे)। दूध में भरपूर मात्रा में कैल्शियम हाेता है, जाे हड्डियाें काे मजबूत बनाता है। राेज के दाे गिलास दूध आपकी हड्डियाें काे मजबूत बनाने के लिए बहुत जरूरी हाेता है। इसके अलावा डेयरी प्राेडक्ट जैसे- दही, पनीर और चीज भी हड्डियाें काे मजबूत बनाते हैं।
सैल्मन फिश या मछली पाेषक तत्वाें से भरपूर हाेता है। यह प्राेटीन और विटामिन डी का एक काफी अच्छा साेर्स है। इसे स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभदायक माना जाता है। इसमें मौजूद विटामिन डी हड्डियाें काे मजबूत बनाता है। साथ ही इसमें कैलाेरीज भी अच्छी मात्रा में पाया जाता है।
जिस तरह से हेल्दी डाइट हड्डियाें काे मजबूत बनाती हैं। उसी तरह से अगर अनहेल्दी डाइट काे फॉलाे किया जाए, ताे इससे हड्डियां कमजाेर भी हाे सकती हैं। इसलिए आपकाे कुछ ऐसी खास चीजाें से दूरी बनाकर रखनी चाहिए, जिनका हड्डियाें पर बुरा असर पड़ता है।
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अगर आप ऑस्टियाेपाेराेसिस के मरीज हैं या नहीं हैं, आपकाे जरूरत से ज्यादा नमक का सेवन कभी नहीं करना चाहिए। अधिक नमक खाने से हड्डियाें के साथ ही संपूर्ण स्वास्थ्य काे भी नुकसान पहुंचता है। स्वस्थ रहने के लिए दिनभर में 2300 मिलीग्राम से अधिक नमक का सेवन न करें।
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साेडा ड्रिंक भी आपकी हड्डियाें काे कमजाेर बना सकता है। दरअसल, हड्डियाें काे साेडा ड्रिंक में मौजूद कैफीन और फॉस्फाेरस से नुकसान पहुंच सकता है। दूध न पीना और साेडा ड्रिंक का अत्याधिक सेवन आपकाे ऑस्टियाेपाेराेसिस यानी कमजाेर हड्डियाें का मरीज बना सकता है। यहां तक की अधिक चाय और कॉफी भी नुकसानदायक है।
धूम्रपान करने वालाे के शरीर में हड्डियाें के स्वस्थ टिश्यू इतनी आसानी से नहीं मिलते हैं। धूम्रपान करने वाले लाेगाें में फ्रैक्चर हाेने की संभावना अधिक रहती है। साथ ही अल्काेहल या शराब भी हड्डियाें काे कमजाेर बनाता है। अगर आप हड्डियाें काे हमेशा मजबूत रखना चाहते हैं, ताे धूम्रपान और अल्काेहल का सेवन बिल्कुल न करें।
फास्ट फूड, जंक फूड या अधिक तला-भुना भाेजन भी आपकी हड्डियाें काे कमजाेर बना सकते हैं। फास्ट फूड अनहेल्दी डाइट में आता है, ऐसे में हड्डियाें काे स्वस्थ रखने के लिए इससे पूरी तरह से परहेज करना चाहिए। फास्ट फूड (फास्ट फूड के नुकसान) में पाेषक तत्व नहीं हाेते हैं, जिससे शरीर काे नुकसान पहुंचता है।
अगर आप भी ऑस्टियाेपाेराेसिस की बीमारी से जूझ रहे हैं, ताे इन डाइट टिप्स काे जरूर फॉलाे करें। डाइट में हेल्दी चीजाें काे शामिल करके और अनहेल्दी चीजाें से परहेज करके आप हमेशा स्वस्थ रह सकते हैं। साथ ही हेल्दी फूड्स खाने से आपकी हड्डियां भी मजबूत बनी रहती हैं। ऑस्टियाेपाेराेसिस की स्थिति में अच्छी और हेल्दी डाइट काे जरूर फॉलाे करें।
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