मोटापा एक ऐसी समस्या है, जो आपको कई बीमारियों का शिकार बनाता है। आइए यहां बच्चों में मोटापा कम करने के टिप्स जानें।
मोटापा एक ऐसी सामान्य समस्या है, जिससे अधिकतर लोग परेशान हैं। आजकल की खराब लाइफस्टाइल के कारण आजकल अधिकांश बच्चों में भी मोटापे की समस्या देखने को मिल रही है। मोटापा बच्चों के लिए हो या बड़ों के लिए, दोनों के लिए खतरनाक है। स्वस्थ रहने के लिए स्वस्थ वजन बनाए रखना बेहद जरूरी है। बचपन में मोटापा पूरी दुनिया में बच्चों को बड़ी संख्या में प्रभावित करता है। यह एक ऐसी स्थिति है, जब एक बच्चा अपनी उम्र और लंबाई के अनुसार ज्यादा वजन का होता है। डब्ल्यूएचओ के अनुसार, बचपन में मोटापा 21 वीं सदी की सबसे गंभीर और सामान्य सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्याओं में से एक है। यह समस्या वैश्विक है और लगातार कई देशों को प्रभावित कर रही है, खासकर शहरी इलाकों में निष्क्रिय जीवनशैली और गलत खानपान की आदतें बच्चों से लेकर बड़ों को बीमार बना रही हैं। बचपन में मोटापा बच्चों के शारिरिक और मानसिक दोनों स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है। इसीलिए बचपन के मोटापे को रोकना जरूरी है, जिसमें कि माता-पिता की अहम भूमिका होती है। आइए यहां हम आपको बच्चों में मोटापे को रोकने या वजन को कम करने के लिए यहां कुछ आसान तरीके बताते हैं।
कई माता-पिता अपने बच्चों को लाड़-प्यार में जरूरत से ज्यादा खाद्य पदार्थ सर्व करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आपकी ये आदतें आपके बच्चें को मोटापे का शिकार बना सकती हैं? शायद नहीं। इसीलिए हमेशा बच्चे की उम्र के अनुसार, उसे सही मात्रा में खाना और उसकी सही मात्रा में पोषण-संबंधी जरूरतों को पूरा करें। बच्चों के लिए सही पोषण और सही मात्रा में खाने से उनके विकास में योगदान मिलेगा और उन्हे ऊर्जा मिलेगी।
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हमेशा ध्यान रखें कि आप अपने बच्चों को जैसा बचपन में सिखाते हैं, वही उनकी पसंद बनता चला जाता है। यदि आप अपने बच्चों को बचपन के शुरूआती समय में हेल्दी स्नैक्स और खानें की आदत डालते हैं, तो वही सीखते हैं। इसके विपरीत बच्चों को आम तौर पर मिठाई, कैंडी और तले हुए स्नैक्स और बाजार की चीजें खिलाई जाती हैं, तो वह उसी को पसंद करने लगते हैं। इसलिए यह आपके हाथ में है कि आप अपने बच्चे को खानपान की कैसी आदत डालते हैं। आप अपने बच्चों को हेल्दी डाइट वाले वाले गेम खिलाएं और सही स्नैक्स या फूड्स चुनना सिखाएं।
यदि आप एक साथ यालि एक परिवार के रूप में एक साथ बैठकर खाना खाते हैं, तो यह बच्चे में स्वस्थ खानपान की आदतों को विकसित करता है। इसके अलावा, जब आप स्वस्थ खाद्य पदार्थों का सेवन करते हैं, तो आपके बच्चों को भी ऐसा ही सीखने में मदद मिलती है और संभावना होती कि वह उन्हीं चीजों को पसंद करते हैं।
जब आप या आपके बच्चे खाना खाते हैं, तो आप खुद को और उन्हें टीवी या फोन से दूर रखें। क्योंकि जैसा आप करेंगे, वैसा आपके बच्चे सीखेंगे। खाना खाते समय टीवी या फोन देखना से ज्यादा या कम खाने की संभावना होती है। जिससे वजन भी बढ़ सकता है। इससे बच्चों को यह समझने में परेशानी होती है कि उनका पेट भर चुका है।
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हमेंशा अपने बच्चों की खाने की थाली को सभी पोषक तत्वों से भरपूर बनाएं, जिससे उनके उचित विकास में मदद मिले। आप उन्हें एक संतुलित, पौष्टिक और स्वादिष्ट खाना दें। जिससे वह बाहरी खाने के प्रति आकर्षित न हों और स्वस्थ रहें। इसके अलावा बचपन के मोटापे को कम करने के लिए उन्हें फाइबरयुक्त खाद्य पदार्थों का सेवन कराएं। क्योंकि प्रारंभिक चरण के लिए स्वस्थ खानपान की आदतें और नियमित शारीरिक गतिविधि बचपन के मोटापे के जोखिम से लड़ने में मदद करती हैं। इसके अलावा, परिवार के लोग और मां-बाप इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
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