स्वाइन फ्लू एक बार फिर से अपना प्रकोप दिखाना शुरू कर दिया है। आलम यह है कि सिर्फ आम व्यक्ति ही नहीं बल्कि बड़े बड़े नेता और सेलेब्रिटी भी इसकी चपेट में आ रहे हैं। पिछले दिनों बीजेपी के बड़े नेता रविशंकर प्रसाद को स्वाइन फ्लू हुआ था तो अब बीजेपी...
स्वाइन फ्लू एक बार फिर से अपना प्रकोप दिखाना शुरू कर दिया है। आलम यह है कि सिर्फ आम व्यक्ति ही नहीं बल्कि बड़े बड़े नेता और सेलेब्रिटी भी इसकी चपेट में आ रहे हैं। पिछले दिनों बीजेपी के बड़े नेता रविशंकर प्रसाद को स्वाइन फ्लू हुआ था तो अब बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह भी स्वाइन फ्लू की चपेट में आ चुके हैं। आप भी अपने आसपास के लोगों को स्वाइन फ्लू की चपेट में आते हुए देख रहे होंगे। कहने का मतलब यह है कि जिस तेजी से यह रोग फैल रहा है उससे लगता है कि यह इतनी जल्दी जाने वाला नहीं है। इसलिए जरूरी है कि आप अपना खुद ख्याल रखें। यह एक संक्रमित रोग है जो एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है। अगर इसके लक्षणों के बात करें तो वह जुकाम से काफी मिलते हैं। ऐसे में आपको समझ ही नहीं आएगा कि आपके आसपास के व्यक्ति को सामान्य जुकाम है या फिर वह स्वाइन फ्लू का मरीज है। इसलिए जरूरी है कि आप अपनी सुरक्षा के इंतजाम खुद ही करें। आज हम आपको स्वाइन फ्लू से बचने के लिए अर्क या आक फूल के फायदे बता रहे हैं। आइए जानते हैं क्या हैं अर्क फूल के फायदे-
अर्क, आक, अकोवा और मदार इस फूल के कई नाम है। इसमें कई औषधीय गुण पाए जाते हैं। यह सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इसके फूल-पत्तियों का इस्तेमाल करने से स्वाइन फ्लू रोग आसपास भी नहीं आता है। इसके लिए आपको रोजाना गुनगुने पानी के साथ इस फूल को या फिर इसकी पत्त्यिां चबानी है। सिर्फ स्वाइन फ्लू ही नहीं बल्कि इसके सेवन से अस्थमा, डायबिटीज, कुष्ठ रोग और बवासीर जैसी बीमारियों को दूर करने में मदद करता है। इससे स्किन में एलर्जी या खुजली जैसी समस्याओं को दूर किया जा सकता है। विषैला होने के बावजूद भी इस पौधे में कई गुण हैं। आपको बता दें कि मदार का पुष्प भगवान शिव को भी चढ़ाया जाता है। हिंदू मान्यताओं के अनुसार इस पुष्प से भगवान शिव प्रशन्न होते हैं। तो आइए जानते है किस तरह इस पौधे के फूल, पत्ते का इस्तेमाल से बड़ी-बड़ी बीमारियों को दूर करने में मदद करता है। पुराणों में इसके महत्ता का वर्णन किया गया है। अर्क को आक भी कहते हैं, यह सफेद और लाल दो रंग का होता हे।
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