मौजूदा समय में काफी ज्यादा लोग प्रजनन क्षमता की समस्या से गुजर रहे हैं। लौंग का पानी इसके लिए सहायक साबित हो सकता है। जानिए, इसे बनाने का तरीका।
Benefits Of Drinking Clove Water For Fertility In Hindi: हर माता-पिता पेरेंट्स बनना चाहते हैं। कई लोगों का यह सपना पूरा हो जाता है। लेकिन कुछ कपल्स ऐसे भी हैं, जिनका यह सपना पूरा नहीं हो पाता है। ऐसा इंफर्टिलिटी की वजह से होता है। मौजूदा समय में ज्यादातर कपल्स प्रजनन क्षमता से संंबंधित कई तरह की समस्याओं से परेशान हैं। इसके लिए वे डॉक्टर्स के पास जाते हैं, प्रॉपर ट्रीटमेंट करवाते हैं और समय पर परामर्श की गई दवाईयों का सेवन करते हैं। आप चाहें, तो घरेलू उपाय की मदद से भी इंफर्टिलिटी यानी प्रजनन क्षमता को बढ़ा सकते हैं। इसमें लौंग का पानी काफी कारगर है। यहां हम आपको बता रहे हैं, प्रजनन क्षमता बढ़ाने के लिए किस तरह से लौंग का पानी बनाएं और इसे सेवन करने का सही समय क्या है। इस संबंध में विस्तार से जानकारी दे रही हैं डाइट एन क्योर क्लीनिक की डाइटीशियन और न्यूट्रिशनिस्ट दिव्या गांधी।
लौंग का पानी बनाने के लिए सबसे पहले आप एक गिलास पानी गर्म कर लें। इसमें मुट्ठीभर लौंग को रात भर भिगाकर रखें। अगले दिन, सुबह भीगे लौंग को उबाल लें। गर्म करने के लिए उसी पानी का इस्तेमाल करें, जिसमें रात के समय लौंग को भिगोकर रखा था। जरूरी हो, तो पानी की मात्रा बढ़ा लें। करीब 15-20 मिनट तक पानी उबालने के बाद गैस बंद कर लें। जब पानी ठंडा हो जाए, तो इस लौंग को छलनी की मदद से निकाल लें। आपके लौंग का पानी तैयार है। अगर आप लौंग का पानी उबालकर नहीं पीना चाहते हैं, तो रात को जिस पानी में आपने लौंग भिगाए थे, सुबह उठकर इस पानी का सेवन कर सकते हैं। आयुर्वेद से जुड़े तमाम एक्सपर्ट्स भी इसीस तरह लौंग के पानी पीने की सलाह देते हैं।
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प्रजनन क्षमता को बेहतर करने के लिए सिर्फ लौंग का पानी पीना भर पर्याप्त नहीं होता है, बल्कि आप इसका सेवन कब कर रहे हैं, यह बात भी मायन रखती है। आप सुबह के समय खाली पेट लौंग का पानी पी सकते हैं या फिर रात को सोने से पहले इस पानी का सेवन कर सकते हैं।
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डाइटीशियन और न्यूट्रिशनिस्ट दिव्या गांधी कहती हैं कि अगर आप इंफर्टिलिटी या किसी अन्य तरह की समस्या के उपाय के तौर पर लौंग का पानी पी रहे हैं, तो बेहतर होगा कि इस संबंध में एक बार विशेषज्ञ से बात कर लें। आपकी समस्या के अनुसार, वे आपको सही मात्रा बता सकते हैं और कब तक पीना है, यह भी सुझाव देंगे। सामान्य तौर पर, लौंग का पानी कुछ हफ्तों से लेकर कुछ महीनों तक पीना ओवर ऑल स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हो सकता है। इसके साथ ही, आपको यह ध्यान रखना है कि लौंग के पानी के अत्यधिक सेवन से कुछ नेगेटिव असर पड़ सकता है, जैसे गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल में परेशानी, मुंह में जलन और एलर्जी। इसलिए, यह सलाह दी जाती है कि लौंग के पानी का कम मात्रा में सेवन करें। यदि आपको कोई इसके नेगेटिव प्रभाव महसूस, हो तो इसका उपयोग बंद कर दें।
स्पर्म काउंट बेहतर होता है: सुबह-सुबह लौंग का पानी पीने से शुक्राणुओं की संख्या बढ़ती है, इसका प्रोडक्टश बेहतर होता है और स्पर्म मोटिलिटी (स्पर्म के मूव करने या उसके आगे बढ़ने की क्षमता) बेहतर होती है। इसके अलावा, यह भी माना जाता है कि लौंग का पानी ओलिगोस्पर्मिया (Oligospermia) यानी शुक्राणुओं की कमी होने की स्थिति में सुधार करता है। साथ ही, अजूस्पर्मिया के लिए भी लौंग का पानी कारगर माना जाता है। आपको बता दें, एजूस्पर्मिया पुरुषों को होने वाली एक मेडिकल कंडीशन है, जिसे सामान्य भाषा में पुरुषों का बांझपन कहा जाता है।
इरेक्शन को बढ़ाता है: लौंग का पानी पीने से पुरुषों के इरेक्शन में भी सुधार होता है। विशेषज्ञों की मानें, लौंग के सेवन से जननांगों में ब्लड फ्लो बढ़ता है, वहीं लौंगा का पानी पीने से पुरुष लंबे समय तक सेक्स प्रक्रिया में इंवॉल्व रह सकते हैं।
कामेच्छा बढ़ती है: लौंग के पानी में ऐसे तत्व पाए जाते हैं, जो टेस्टोस्टेरोन के स्तर को बढ़ाने में मदद करती है। टेस्टोस्टेरोन, एक हार्मोन है, जो पुरुषों और महिला दोनों के शरीर में मौजूद होती है। इस हार्मोन को सेक्स हार्मोन के नाम से भी जाना जाता है। इसी हार्मोन की वजह से पुरुषों के चेहरे पर दाढ़ी और मूंछें आती हैं। साथ ही, उनकी सेक्शुअल एबिलिटी भी प्रभावित होती है। वैसे, टेस्टोस्टेरोन पुरुषों और महिलाओं, दोनों की सेक्शुअल डिजाइयर को बढ़ाने का काम करता है। ऐसे में यह समझने में देर नहीं लगती है, जिन पुरुषों में शीघ्रपतन की समस्या होती है, उनकी इस समस्या में सुधार हो सकता है।
पीरियड्स रेगुलर होते हैं: जो महिलाएं नियमित रूप से लौंग का पानी पीती हैं, उनके मासिक धर्म रेगुलर होते हैं। अगर किसी महिला के पीरियड्स अनियमित यानी इररेगुलर रहते हैं, तो वे सुबह और शाम एक गिलास लौंग के पानी का सेवन कर सकती है। इससे उसके पीरियड्स रेगुलर हो जाएंगे। विशेषज्ञ यह सलाह भी देते हैं कि पीरियड्स होने से पहले जब पेट में दर्द या ऐंठन शुरू होती है, तब भी लौंग का पानी पीना चाहिए। इससे दर्द और ऐंठन में कमी आती है।
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