इन 4 कारणों से सर्दियों में बढ़ सकता है अर्थराइटिस (गठिया) का जोखिम, जानें कैसे बचें

Arthritis Causes in Winter in Hindi: वैसे तो अर्थराइटिस किसी भी मौसम में हो सकता है। लेकिन सर्दियों में अर्थराइटिस होने का जोखिम अधिक रहता है।

Written by: Anju Rawat Updated at: 2022-12-20 14:11

Arthritis Causes in Winter in Hindi: अर्थराइटिस एक सामान्य समस्या है। आजकल अधिकतर लोग अर्थराइटिस का सामना कर रहे हैं। पहले अधिक उम्र के लोगों को अर्थराइटिस से परेशान होना पड़ता था, लेकिन आजकल कम उम्र के लोगों में भी अर्थराइटिस के लक्षण देखने को मिल रहे हैं। जोड़ों में दर्द और सूजन अर्थराइटिस के सबसे आम लक्षण माने जाते हैं। अर्थराइटिस की स्थिति दर्दनाक हो सकती है। इसे गठिया के रूप में भी जाना जाता है। वैसे तो अर्थराइटिस किसी भी मौसम में हो सकता है। लेकिन अकसर लोग सर्दियों में अर्थराइटिस के लक्षणों के बढ़ने की शिकायत करते हैं। वहीं, सर्दियों के मौसम में कुछ लोगों में अर्थराइटिस विकसित भी हो सकता है। गर्मियों की तुलना में ठंड के मौसम में अर्थराइटिस होने की संभावना अधिक होती है। तो चलिए, जानते हैं सर्दियों में अर्थराइटिस क्यों होता है (Arthritis Causes in Winter)? या फिर सर्दियों में अर्थराइटिस के कारण क्या हैं (Arthritis Causes in Hindi)? सर्दी के मौसम में अर्थराइटिस होने की संभावना क्यों बढ़ जाती है? 

सर्दियों में अर्थराइटिस के कारण- Arthritis Causes in Winter in Hindi

1. फिजिकली कम एक्टिव रहना

सर्दियों में ठंड की वजह से हम सभी की फिजिकल एक्टिविटी कम हो जाती है। जहां, गर्मियों के मौसम में लोग जिम, वॉक और वर्कआउट करते हैं। वहीं, ठंड के मौसम में लोग आलस, थकान और कमजोरी महसूस करते रहते हैं। इसकी वजह से लोगों का ज्यादातर समय सोने, आराम करने में चला जाता है। ऐसे में मांसपेशियों में अकड़न हो सकती है, मसल्स पेन शुरू हो सकता है। इसकी वजह से लोगों में अर्थराइटिस विकसित हो सकता है। या फिर जिन लोगों को पहले से अर्थराइटिस है, उनमें इसके लक्षण बढ़ सकते हैं।

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2. ब्लड सर्कुलेशन का कम होना

कई लोग ठंड आते ही परेशान होने लगते हैं, क्योंकि वे ठंड के प्रति काफी संवेदनशील होते हैं। साथ ही वे शारीरिक रूप से भी सक्रिय नहीं होते हैं। इसकी वजह से उनके शरीर में ब्लड सर्कुलेशन कम हो सकता है। ब्लड सर्कुलेशन कम होने की वजह से नर्वस सिस्टम पर असर पड़ सकता है। ऐसे में आपका अर्थराइटिस ट्रिगर हो सकता है और जोड़ों का दर्द बढ़ सकता है। मांसपेशियों और जोड़ों में सूजन पैदा हो सकती है। इसलिए सर्दियों में फिट और हेल्दी रहने के लिए ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाए रखना बहुत जरूरी होता है।

3. ठंड के प्रति अधिक संवेदनशील

सर्दियों में ठंड हर व्यक्ति को लगती है। लेकिन कई लोग ठंड के प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं। ऐसे में उन्हें ठंड अधिक ट्रिगर कर सकता है। ठंड की वजह से इन लोगों में अर्थराइटिस का दर्द बढ़ सकता है।  

4. तनाव और चिंता

सर्दियों में तनाव और चिंता से अधिक परेशान होना पड़ता है। ये तनाव और चिंता अर्थराइटिस के लक्षणों को ट्रिगर कर सकते हैं। क्योंकि तनाव में रहने पर व्यक्ति आलस महसूस कर सकता है। इसकी वजह से वह शारीरिक रूप से भी अधिक सक्रिय नहीं रह पाता है। ऐसे में उसे दर्द अधिक परेशान कर सकता है।

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अर्थराइटिस के लिए घरेलू उपचार- Home Remedies for Arthritis in Hindi

  • अर्थराइटिस के दर्द और सूजन को कम करने के लिए आप कुछ घरेलू उपायों को आजमा सकते हैं।
  • अर्थराइटिस के दर्द को कम करने के लिए आपको वजन को कंट्रोल में रखना बहुत जरूरी होता है। अधिक वजन घुटनों, कूल्हों और पैरों पर दबाव डाल सकता है।
  • अर्थराइटिस के दर्द को ठीक करने के लिए रोजाना एक्सरसाइ और योग करें। इससे मांसपेशियां और हड्डियां मजबूत बनेंगी।
  • अर्थराइटिस के दर्द और सूजन को कम करने के लिए आप हीट और कोल्ड थेरेपी ले सकते हैं। इससे आपको काफी राहत मिल सकती है।
  • हेल्दी डाइट, फलों और सब्जियों का सेवन करके भी आप अर्थराइटिस के दर्द से राहत पा सकते हैं। 
  • हल्दी भी अर्थराइटिस के लोगों के लिए फायदेमंद हो सकता है। हल्दी में करक्यूमिन नामक तत्व होता है, जो दर्द और सूजन को कम करने में मदद कर सकता है। 
  • दर्द और सूजन को कम करने के लिए आप अपने जोड़ों और मांसपेशियों की मालिश भी कर सकते हैं। इससे भी आपको काफी मदद मिल सकती है।

अगर आपको अर्थराइटिस है, तो आपको सर्दियों के मौसम में अपना अधिक ख्याल रखने की जरूरत होती है। वहीं, जिन लोगों को अर्थराइटिस है, सर्दियां उन्हें अधिक परेशान कर सकती हैं। इस मौसम में अर्थराइटिस वाले लोगों में दर्द और सूजन बढ़ सकती है।

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