डेंगू वायरस एडीस नामक मच्छर के काटने से रोगी व्यक्ति से स्वस्थ व्यक्ति में फैलता है। लेकिन सवाल ये उठता है कि डेंगू का पता कैसे लगाया जाए।
डेंगू बुखार को डेन वायरस भी कहते हैं। सामान्यतः एक बार शरीर में वायरस के प्रवेश करने के बाद डेंगू बुखार के लक्षण 4 से 6 दिन के बाद ही मालूम पड़ते हैं। डेंगू बुखार का वायरस एडीस नामक मच्छर के काटने से रोगी व्यक्ति से स्वस्थ व्यक्ति में फैलता है । ये मच्छर आमतौर पर दिन के समय काटता है। लेकिन समय रहते डेंगू का उपचार किया जाए तो डेंगू बढ़ने से रोका जा सकता है। लेकिन सवाल ये उठता है कि डेंगू का पता कैसे लगाया जाए। कैसे पता चलेगा कि संक्रमित व्यक्ति डेंगू वायरस से ग्रसित है। आइए जाने डेंगू की पहचान के बारे में।
आमतौर पर कुछ सामान्य लक्षणों से डेंगू का अंदाजा लगाया जा सकता है लेकिन ये अंदाजा गलत भी हो सकता है। ऐसे में संक्रमित व्यक्ति में डेंगू के लक्षण दिखाई देते ही डॉक्टर को दिखाना चाहिए।
आमतौर पर डेंगू की जांच कभी भी की जाए लेकिन मच्छर के काटने और डेंगू वायरस शरीर में फैलने में 4 से 5 दिन लेता है इसीलिए रक्त जांच में भी डेंगू और उसके रूपों की पहचान तभी हो पाएगी जब संक्रमित व्यक्ति में या तो डेंगू फैल चुका हो या फिर उसे तीन-चार दिन बीत चुके हो, क्योंकि डेंगू के लक्षण भी रोगी में तीन-चार दिन के बाद ही दिखाई देने लगते है।
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