Breast Care During Pregnancy: प्रेगनेंसी के दौरान ब्रेस्‍ट की देखभाल करने के हैं ये 5 तरीके, जरूर जानें

क्या आप जानते हैं कि प्रेग्नेंसी के दौरान आप को अपनी ब्रेस्ट का भी ख्याल रखना चाहिए। हम लेकर आयें हैं आपके लिए कुछ इफेक्टिव टिप्स। 

Written by: सम्‍पादकीय विभाग Updated at: 2020-07-01 20:42

प्रेग्नेंसी के समय, गर्भवती महिला का शरीर बहुत सारे बदलावों से गुजरता है। ऐसे में ब्रेस्ट और निप्पल्स के आस पास की त्वचा के रंग में भी बदलाव होना बहुत ही आम बात है। यदि गर्भवती इस समय अपनी ब्रेस्ट की केयर नहीं करती, तो डिलवरी के बाद ब्रेस्ट शेप में बदलाव या अन्य तरह के कुछ अजीब बदलावों का सामना कर पड़ सकता है। इसलिए प्रेग्नेंसी के दौरान अपनी ब्रेस्ट का ख्याल रखना भी अत्यंत आवश्यक है। आइए जानिए कैसे कर सकतीं हैं आप अपनी ब्रेस्ट की देखभाल।

सही ब्रा का चुनाव (Choosing The Right Bra)

गर्भवती की ब्रेस्ट का आकार, पहले तीन महीनों में  थोड़ा बढ़  जाता है। और हर ट्राईमेस्टर के बाद आकार में फर्क महसूस किया जा सकता है। इसलिए हर बदलाव के बाद अपनी ब्रा का साइज़ भी बदलें।ज्यादा टाइट ब्रा की बजाए काटन ब्रा का प्रयोग करें ।जो गर्भवती को पहनने में आरामदायक भी रहेगी।

मसाज करना (To Massage)

गर्भावस्था के दौरान  निप्पल्स की त्वचा सूखी हो जाती है। जिस वजह से बहुत सी बार उनमें छोटे छोटे क्रैक्स भी आ जाते हैं। ब्रेस्ट की त्वचा की नमी बनाए  रखने के लिए, नहाते समय दोनों ब्रेस्ट पर गोले का तेल या जैतून का तेल लगाना और मसाज करना फायदेमंद होता है। ब्रेस्ट पर तेल से मसाज करने से खून का दौरान बढ़ता है।

हाइजीन बनाएं रखें (Maintain Hygiene)

प्रेग्नेंसी के दौरान खास कर अंतिम तीन महीनों में  निप्पल से पीले रंग के द्रव का स्त्राव होने लगता  है । इसे कोलोस्‍ट्रम कहते हैं।इसलिए इस समय  हाइजीन रखना यानि स्वच्छता का ध्यान रखना अति आवश्यक है । गर्भवती महिलाओं को दिन में दो बार अपनी ब्रा बदलनी चाहिए साथ ही निप्पलों को सूखा रखने के लिए ब्रेस्ट पैड्स का भी प्रयोग करना चाहिए। 

साबुन का प्रयोग न करें (Don't Use Soap)

इन दिनों ब्रेस्‍ट के आसपास की नसों का रंग भी गहरा हो जाता है जो कि  ब्लड सर्कुलेशन बढ़ने के कारण  साफ दिखता है।नहाते समय ध्यान रखें कि निप्पल्स या स्तनों पर किसी भी तरह का कोई साबुन न लगाएं। साबुन से स्किन ड्राई होती है व इस से स्किन में क्रैक्स भी आ सकते हैं। अपनी ब्रेस्ट को खुश्क (ड्राई ) होने से बचाने के लिए,  किसी भी प्रकार के  साबुन का प्रयोग नहीं करना है। 

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मोइश्चराइजिंग क्रीम्स का प्रयोग करें (Use Moisturizer)

यदि गर्भवती की ब्रेस्ट की त्वचा में दरारें आ गयीं हैं या वहां की त्वचा ड्राई हो गई है तो , उस को हाइड्रेट करने की आवश्यकता पड़ती है। इसलिए किसी भी अच्छे ब्रांड की मोइश्चराइजिझग क्रीम को खरीद कर, उसे नहाने के बाद  ब्रेस्ट  पर लगाएं। और गाइनेकोलॉजिस्ट की सलाह लें।

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समय समय पर चेक करें (Examine your breast)

प्रेग्‍नेंसी के समय हर गर्भवती महिला में अलग अलग शारीरिक बदलाव या  ब्रेस्‍ट में  बदलाव होते हैं। जैसे कि किसी महिला के स्‍तन  ढीले पड़ जाते हैं  या लीक होने लगते  हैं। मैं आवश्यक है कि समय-समय पर कुछ हफ्ते के अंतराल पर ब्रेस्ट को हल्का दबाकर चेक करती रहें और अपनी डॉक्टर की सलाह लें। अगर कोई असामान्‍य बदलाव दिखाई देता है तो तुरंत डॉक्‍टर को  दिखाएं।

मोनिका अग्रवाल

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