अंगमर्दन योग एक शक्तिशाली शारीरिक अभ्यास है जो शरीर को अंदर से मजबूत बनाता है। यह मांसपेशियों को ताकत देता है, फेफड़ों की क्षमता बढ़ाता है, पाचन सुधारता है और मानसिक तनाव को दूर करके जीवन में ऊर्जा भरता है।
एक्सपर्ट की राय
योगा एक्सपर्ट ऋपसी अरोड़ा बताती हैं कि योग में कई तरह की क्रियाएं प्रचलित हैं। इस क्रिया अंगमर्दन योग के कई फायदे बताए गए हैं। अंगमर्दन में कई तरह के योग आसानों को शामिल किया जाता है।
ताकत और लचीलापन बढ़ता है
रोज अंगमर्दन योग करने से शरीर में ताकत और लचीलापन बढ़ता है, जिससे रोजमर्रा के कामों में आसानी होती है और जोड़ों की जकड़न या मांसपेशियों में अकड़न जैसी समस्याएं दूर होती हैं।
अंदरूनी शक्ति बढ़ाता है
इस योग के अभ्यास से शरीर के हर हिस्से पर असर पड़ता है और आप अंदर से मजबूत महसूस करते हैं, साथ ही मांसपेशियों और नसों में रक्त प्रवाह बेहतर होकर शरीर सक्रिय रहता है।
फेफड़े मजबूत होते हैं
अंगमर्दन योग फेफड़ों को मजबूत बनाता है और सांस लेने की क्षमता को बढ़ाता है, जिससे शरीर में ऑक्सीजन का स्तर बढ़ता है और व्यक्ति खुद को ज्यादा एनर्जेटिक महसूस करता है।
दिमाग को शांत करता है
जो लोग स्ट्रेस और टेंशन से जूझ रहे हैं, उनके लिए अंगमर्दन योग बेहद फायदेमंद होता है क्योंकि यह शरीर के हार्मोन संतुलन को सुधारता है और दिमाग को शांत करता है।
पाचन होता है अच्छा
अगर आपको पाचन से जुड़ी समस्याएं रहती हैं तो अंगमर्दन योग आपके लिए वरदान है, क्योंकि यह पाचन क्रिया को बेहतर बनाता है।
कब करें अंगमर्दन योग?
यह योग सुबह के समय खुले और शांत वातावरण में करने से अधिक लाभकारी होता है। इस योग में शामिल आसन जैसे नौकासन, कपालभाति और अनुलोम-विलोम शरीर और सांसों के बीच तालमेल बिठाते हैं, जिससे मानसिक स्थिरता मिलती है।
अगर आप इसे नियमित 30 मिनट करते हैं, तो दो हफ्तों में ही आप अपने शरीर, मन और ऊर्जा स्तर में सकारात्मक बदलाव देख सकते हैं, जो आपके पूरे दिन को बेहतर बना देगा। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com