पश्चिम नमस्कार करने से शरीर में दिखेंगे ये बदलाव

By Aditya Bharat
15 Apr 2025, 10:30 IST

आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में स्ट्रेस आम है। ऐसे में पश्चिम नमस्कार आसन आपको मानसिक सुकून और पॉजिटिव वाइब्स देने में मदद करता है। आइए योगा एक्सपर्ट डॉ रवींद्र कुमार श्रीवास्तव से जानते हैं पश्चिम नमस्कार करने के फायदों के बारे में।

क्या है पश्चिम नमस्कार आसन?

इस आसन में हाथों को पीठ के पीछे जोड़कर नमस्कार मुद्रा बनाई जाती है। इससे शरीर में ऊर्जा का प्रवाह बेहतर होता है और फेफड़े मजबूत होते हैं।

कैसे करें ये आसन?

खड़े या बैठे होकर हाथों को पीछे ले जाएं। हथेलियों को जोड़कर गहराई से सांस लें। 30 सेकंड रुकें और इसे 2-3 बार दोहराएं।

बॉडी स्ट्रेचिंग में मददगार

पश्चिम नमस्कार आसन से अपर बैक, कंधे और जॉइंट्स की मसल्स स्ट्रेच होती हैं। यह शरीर को वॉर्मअप करने के लिए शानदार योग मुद्रा है।

पॉश्चर सुधारे और बॉडी टोन करे

इस आसन से आपकी रीढ़ की हड्डी सीधी होती है, जिससे पोश्चर सुधरता है और बॉडी ज्यादा फिट और टोन्ड दिखती है।

थायरॉइड और डाइजेशन में असरदार

थायरॉइड और पाचन से जुड़ी दिक्कतों में यह आसन बेहद लाभदायक है। रोजाना इसका अभ्यास करने से मेटाबॉलिज्म भी बेहतर होता है।

स्ट्रेस और एंग्जायटी से राहत

अगर आपको गुस्सा या एंग्जायटी ज्यादा होती है, तो पश्चिम नमस्कार आसन मानसिक तनाव को दूर कर शांति देता है।

पॉजिटिव सोच बढ़ाएं

एक्सपर्ट्स मानते हैं कि ये आसन पॉजिटिव सोच लाने में मदद करता है। नेगेटिव विचारों से छुटकारा पाने के लिए इसे अपनी रूटीन में शामिल करें।

लो ब्लड प्रेशर, शोल्डर या हाथ की चोट हो तो यह आसन न करें। किसी भी परेशानी की स्थिति में पहले डॉक्टर से सलाह लें। स्वास्थ्य से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com