गर्मियों में लू लगना यानी की हीट स्ट्रोक आम दिक्कत होती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ प्राणायाम को करने से आप खुद को हीट स्ट्रोक से बचा सकते हैं? आइए जानें किन प्राणायाम को करने से लू का खतरा कम होता है।
शीतली प्राणायाम का प्रभाव
शीतली प्राणायाम में जीभ को नली जैसा गोल बनाकर मुंह से सांस ली जाती है। यह शरीर के टेंपरेचर को कंट्रोल कर हीट स्ट्रोक से बचाता है।
शीतली प्राणायाम करने का तरीका
साफ और शांत जगह पर जाकर बैठें। जीभ को बाहर निकालकर नली जैसा बनाएं, मुंह से सांस लें और नाक से छोड़ें। इसे रोज 5-7 मिनट करें।
शीतकारी प्राणायाम
शीतकारी प्राणायाम में दांतों के बीच से सांस लेकर नाक से छोड़ते हैं। यह मेंटल स्ट्रेस को कम करता है और लू के लक्षणों से राहत दिलाता है।
शीतकारी करने का तरीका
दांतों को हल्का खोल लें इसके बाद सीटी जैसी आवाज में सांस लें और नाक से धीरे-धीरे छोड़ें। ध्यान रहे इस अभ्यास को खाली पेट और सुबह के समय करें।
चंद्रभेदी प्राणायाम
चंद्रभेदी प्राणायाम में बाएं नाक से सांस लेकर दाएं से छोड़ते हैं। यह शरीर को ठंडा रखता है और लू लगने की संभावना को कम करता है।
चंद्रभेदी करने का तरीका
बाएं नाक के छेद से गहरी सांस लें और दाएं से छोड़ें। इस प्रेक्टिस को दिन में एक बार 5 मिनट के लिए करें। यह प्राणायाम नाड़ी शुद्धि में भी मदद करता है।
प्राणायाम से मन की शांति
अगर गर्मियों में इन तीनों प्राणायामों को नियमित किया जाए, तो इससे शरीर में ठंडक के सात मेंटल हेल्थ भी अच्छी होगी।
शीतली, शीतकारी और चंद्रभेदी जैसे प्राणायाम गर्मियों में हीट स्ट्रोक से बचाने का प्राकृतिक उपाय हैं। स्वास्थ्य से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com