क्या पीरियड्स से पहले आपको बार-बार मीठा खाने की तीव्र इच्छा होती है? ऐसा कई महिलाएं अनुभव करती हैं। आइए PubMed की एक रिपोर्ट से जानते हैं इसके पीछे की वजह।
हार्मोन्स का असंतुलन
PubMed की रिसर्च बताती है कि पीरियड्स से पहले एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन में उतार-चढ़ाव होता है, जो ब्रेन के क्रेविंग सिस्टम को ट्रिगर करता है।
सेरोटोनिन में गिरावट
ल्यूटल फेज में सेरोटोनिन का लेवल गिरता है, जिससे मूड लो होता है। मीठा खाने से सेरोटोनिन बढ़ता है और दिमाग को तुरंत आराम मिलता है।
इंसुलिन सेंसिटिविटी घटती है
एक स्टडी में पाया गया कि पीरियड्स से पहले इंसुलिन रिस्पॉन्स बदलता है, जिससे शरीर को तेज एनर्जी चाहिए होती है और मीठे की तलब बढ़ती है।
ब्रेन का रिवार्ड सिस्टम
स्टडी के अनुसार ल्यूटल फेज में ब्रेन का रिवार्ड सिस्टम ज्यादा सेंसिटिव हो जाता है, जिससे हाई-शुगर और हाई-फैट फूड की इच्छा बढ़ती है।
PMS और क्रेविंग्स
रिसर्च में 70% से ज्यादा महिलाओं ने माना कि उन्हें पीरियड्स से पहले मीठा खाने का मन ज्यादा करता है, जो प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम का हिस्सा है।
सूजन और इमोशनल बदलाव
ल्यूटल फेज में शरीर में हल्की सूजन और तनाव बढ़ सकता है। ये दोनों चीजें दिमाग को चीनी और आरामदायक खाने की ओर आकर्षित करती हैं।
क्यों जरूरी है समझना
मीठा खाने की इच्छा स्वाभाविक है, लेकिन ज्यादा शुगर लेने से सुस्ती, ब्लोटिंग और वजन बढ़ सकता है। संतुलित स्नैक्स बेहतर विकल्प हो सकते हैं।
पीरियड्स के दौरान मीठे की क्रेविंग शरीर के अंदर के हार्मोनल, मानसिक और जैविक बदलावों का परिणाम है। इसे समझना और सही विकल्प चुनना फायदेमंद रहेगा। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com