बच्चेदानी यानी गर्भाशय में सिस्ट होना महिलाओं के लिए एक आम लेकिन चिंता का कारण बन सकता है, जो पेट दर्द, सूजन या पीरियड्स से जुड़ी तकलीफों के रूप में महसूस होता है।
एक्सपर्ट की राय
आज के इस लेख में हम फैमिली फिजिशियंस ऑफ इंडिया के डॉ. रमन कुमार से बच्चेदानी में होने वाले सिस्ट के कारणों के बारे में विस्तार से जानेंगे।
अंडाशय में गांठ बनना
जब महिलाओं के शरीर में ओव्यूलेशन के दौरान फॉलिकल्स ठीक से नहीं फटते या बढ़ जाते हैं, तब फॉलिक्यूलर सिस्ट बन सकता है, जो अंडाशय में गांठ का कारण बनता है।
बच्चेदानी में दर्द होना
एंडोमेट्रियोसिस एक ऐसी समस्या है, जिसमें गर्भाशय की परत जैसी कोशिकाएं शरीर के अन्य हिस्सों में बढ़ती हैं। इससे बच्चेदानी में दर्द और गांठें बनने लगती हैं।
पेल्विक सूजन रोग
पेल्विक सूजन रोग यानी PID की वजह से भी बच्चेदानी में मवाद से भरे सिस्ट बन सकते हैं, जो इंफेक्शन के कारण अंडाशय और आस-पास के हिस्सों को प्रभावित करते हैं।
सिस्टेडेनोमा गांठ बनना
कुछ मामलों में बच्चेदानी में सिस्ट का कारण अंडाशय में कोशिकाओं का असामान्य रूप से बढ़ना होता है, जिससे सिस्टेडेनोमा जैसे गंभीर प्रकार की गांठें बन सकती हैं।
हार्मोनल असंतुलन
हार्मोनल असंतुलन भी बच्चेदानी में सिस्ट बनने की एक प्रमुख वजह होती है। खासकर, जब शरीर में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन का लेवल असामान्य हो जाता है।
इरेगुलर पीरियड्स
कई बार महिलाओं को पीरियड्स अनियमित होते हैं, पेट में भारीपन लगता है और पेल्विक एरिया में दर्द बना रहता है। ये लक्षण भी सिस्ट होने की ओर इशारा करते हैं।
अगर बच्चेदानी में सिस्ट के कोई भी लक्षण दिखें, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com