विटामिन D को ‘सनशाइन विटामिन’ कहा जाता है। यह हड्डियों, बालों और इम्यून सिस्टम के लिए बेहद जरूरी होता है। इसकी कमी से महिलाओं की सेहत पर बुरा असर पड़ता है, जिसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
डॉक्टर से जानें
आइए यशोदा अस्पताल के इंटनरल मेडिसन सीनियर कंसल्टेंट डॉक्टर एपी सिंह से जानते हैं कि विटामिन D की कमी होने पर महिलाओं में कौन-कौन से लक्षण नजर आते हैं।
हेयर फॉल से संकेत मिलते हैं
अगर आपके बाल तेजी से झड़ने लगे हैं, तो यह सिर्फ स्ट्रेस नहीं हो सकता। विटामिन D की कमी बालों की जड़ों को कमजोर बना देती है, जिससे बाल पतले और कमजोर होकर टूटने लगते हैं।
हड्डियों की कमजोरी
विटामिन D कैल्शियम के अवशोषण में मदद करता है। इसकी कमी से हड्डियां कमजोर हो जाती हैं, अकड़न, हल्का दर्द या बार-बार फ्रैक्चर होना इसके लक्षण हो सकते हैं। यह ऑस्टियोपोरोसिस का कारण बन सकता है।
लगातार थकान रहना
अगर बिना किसी शारीरिक मेहनत के भी हर समय थकान महसूस हो रही है, तो यह विटामिन D की कमी का संकेत हो सकता है। इसे केवल नींद की कमी समझकर नजरअंदाज करना सही नहीं है।
मूड स्विंग्स और डिप्रेशन
विटामिन D ब्रेन के मूड कंट्रोल करने वाले केमिकल्स को प्रभावित करता है। इसकी कमी से मूड स्विंग्स, एंग्जायटी और यहां तक कि डिप्रेशन भी हो सकता है। यह मानसिक सेहत पर भी गहरा असर डालता है।
हार्मोनल डिस्बैलेंस
विटामिन D महिलाओं में हार्मोन संतुलन बनाए रखने में मदद करता है। इसकी कमी से पीरियड्स अनियमित हो सकते हैं और पीसीओएस जैसी समस्याएं बढ़ सकती हैं, जो फर्टिलिटी को प्रभावित करती हैं।
इम्यून सिस्टम होता है कमजोर
विटामिन D की कमी से शरीर की रोगों से लड़ने की क्षमता यानी इम्यूनिटी घट जाती है। इससे बार-बार सर्दी-जुकाम या वायरल इंफेक्शन होना आम हो सकता है।
अगर आपको ऊपर बताए गए कोई भी लक्षण नजर आए तो डॉक्टर से जांच जरूर करवाएं। यह विटामिन D की कमी का संकेत हो सकता है। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com