चेहरे पर काले दाग-धब्बे या पिगमेंटेशन एक आम समस्या है, जिसका सामना बहुत से लोग करते हैं। यह दाग-धब्बे अलग-अलग कारणों से हो सकते हैं। तो आइए त्वचा विशेषज्ञ डॉक्टर रामदास से जानते हैं कि चेहरे पर काले दाग-धब्बे क्यों होते हैं।
क्यों होते हैं काले दाग-धब्बे?
त्वचा पर काले धब्बे या हाइपरपिग्मेंटेशन तब होते हैं जब त्वचा के कुछ हिस्से सामान्य से ज्यादा मेलेनिन पैदा करते हैं। मेलेनिन हमारी आंखों, त्वचा और बालों को रंग देता है। त्वचा पर काले धब्बे हल्के भूरे से लेकर गहरे भूरे रंग के हो सकते हैं। ये दाग-धब्बे दर्दनाक नहीं होते हैं।
धूप का प्रभाव
सूरज की तेज किरणें हमारी त्वचा को नुकसान पहुंचाती हैं, जिससे टैनिंग और दाग-धब्बे हो सकते हैं। यह समस्या खासकर गर्मी के मौसम में होती है।
हार्मोनल बदलाव
महिलाओं में हार्मोनल परिवर्तन जैसे प्रेगनेंसी, पीरियड्स या मेनोपॉज़ के दौरान काले दाग-धब्बे हो सकते हैं। यह समस्या 'मास्क ऑफ प्रेगनेंसी' (मेलास्मा) के रूप में सामने आती है, जिसमें चेहरे पर काले धब्बे नजर आते हैं।
त्वचा में एलर्जी या इंफेक्शन
किसी खास क्रीम या कॉस्मेटिक उत्पाद से एलर्जी हो जाने पर भी दाग-धब्बे हो सकते हैं। कभी-कभी चोट या जलन के कारण भी दाग रह जाते हैं।
किसी रोग का संकेत
कुछ बीमारियां जैसे लिवर की समस्याएं, विटामिन की कमी, या मधुमेह भी त्वचा पर दाग-धब्बों का कारण बन सकती हैं। इसलिए, यदि दाग-धब्बे लंबे समय तक बने रहें तो डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी होता है।
अनुवांशिक कारण
कभी-कभी यह समस्या अनुवांशिक भी हो सकती है। अगर परिवार में किसी को दाग-धब्बों की समस्या है, तो इसका असर अगली पीढ़ी पर भी हो सकता है।
बचाव के उपाय
डॉक्टर रामदास के अनुसार, काले दाग-धब्बों से बचने के लिए चेहरे पर हमेशा सनस्क्रीन का इस्तेमाल करें, खासकर धूप में बाहर जाने से पहले। इसके अलावा ऐसे स्किन केयर प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करें जो आपकी त्वचा के लिए सुरक्षित हों।
चेहरे पर काले दाग-धब्बे एक सामान्य समस्या हो सकती है, लेकिन सही स्किन केयर और ध्यान से इनसे बचा जा सकता है। हेल्थ से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com