चेहरे की त्वचा काफी नाजुक होती है और इसमें नेचुरल ऑयल मौजूद होता है, जो इसे हेल्दी बनाए रखता है। लेकिन अगर आप साबुन से चेहरा धोते हैं, तो यह जरूरी नमी छीन लेता है, जिससे त्वचा रूखी और बेजान हो सकती है।
त्वचा का पीएच बैलेंस बिगड़ सकता है
हमारी त्वचा हल्की एसिडिक होती है, जबकि ज्यादातर साबुन एल्कलाइन बेस्ड होते हैं। जब आप साबुन से चेहरा धोते हैं, तो इससे त्वचा का पीएच लेवल असंतुलित हो सकता है, जिससे ड्राइनेस और इंफेक्शन की समस्या हो सकती है।
बुढ़ापे के लक्षण जल्दी दिख सकते हैं
अगर आप रोजाना साबुन से चेहरा धोते हैं, तो यह त्वचा को ड्राय कर सकता है और इसके कारण झुर्रियां और फाइन लाइंस जल्दी नजर आने लगती हैं। इससे आपकी त्वचा उम्र से पहले बूढ़ी दिखने लग सकती है।
चेहरे पर जलन और रेडनेस हो सकती है
कुछ साबुनों में केमिकल्स और आर्टिफिशियल फ्रेगनेंस होते हैं, जो सेंसिटिव त्वचा के लिए नुकसानदायक हो सकते हैं। इससे चेहरे पर जलन, खुजली और रेडनेस हो सकती है।
ब्लैकहेड्स की समस्या हो सकती है
साबुन में मौजूद फैटी एसिड और अन्य तत्व पोर्स में जम सकते हैं, जिससे वे बंद हो जाते हैं। इससे मुंहासे, ब्लैकहेड्स और व्हाइटहेड्स की समस्या बढ़ सकती है।
त्वचा जरूरत से ज्यादा ड्राई हो सकती है
साबुन स्किन की नेचुरल नमी को खत्म कर देता है, जिससे त्वचा खिंची-खिंची और रूखी महसूस होने लगती है। खासतौर पर सर्दियों में इसका असर ज्यादा देखने को मिलता है।
इंफेक्शन का खतरा बढ़ सकता है
जब त्वचा का पीएच लेवल बिगड़ता है, तो बैक्टीरिया और फंगस को पनपने का मौका मिल जाता है। इससे स्किन इंफेक्शन और एलर्जी होने की संभावना बढ़ जाती है।
सेंसिटिव स्किन पर न लगाएं साबुन
अगर आपकी त्वचा सेंसिटिव है, तो साबुन का इस्तेमाल करना और भी ज्यादा नुकसानदायक हो सकता है। यह त्वचा को इरिटेट कर सकता है और लंबे समय तक इस्तेमाल करने से स्किन डैमेज हो सकती है।
अगर आप अपनी त्वचा को हेल्दी और ग्लोइंग बनाए रखना चाहते हैं, तो साबुन की जगह हल्के और त्वचा के अनुकूल फेस वॉश का इस्तेमाल करें। यह त्वचा को साफ भी रखेगा और नमी भी बनाए रखेगा। स्वास्थ्य से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com