दांतों में इंफेक्शन तब होता है जब हम मुंह की सही सफाई नहीं करते। इससे बैक्टीरिया जमा हो जाते हैं जो दांत और मसूड़ों को नुकसान पहुंचाते हैं। समय पर ध्यान न देने पर ये संक्रमण बढ़कर दर्द, सूजन और दांत गिरने जैसी समस्याएं पैदा कर सकता है।
रिसर्च के मुताबिक
आइए फिनलैंड स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ हेलसिंकी में हुए अध्ययन से जानते हैं कि दांतों में इन्फेक्शन क्यों होता है और इस समस्या से बचने के लिए क्या करना चाहिए?
साफ-सफाई की कमी
ब्रश और फ्लॉस न करने से मुंह में बैक्टीरिया पनपते हैं। ये धीरे-धीरे दांतों की जड़ों तक पहुंच जाते हैं और इन्फेक्शन की शुरुआत करते हैं।
ज्यादा मीठा और सोडा लेना
मीठा और सोडा दांतों के इनेमल को कमजोर करते हैं। इनके सेवन से बैक्टीरिया को बढ़ने का मौका मिलता है, जिससे दांतों में कैविटी और इन्फेक्शन हो सकता है।
मुंह का सूखा रहना
लार की कमी से मुंह में बैक्टीरिया अधिक पनपते हैं। इससे दांतों और मसूड़ों में इन्फेक्शन बढ़ता है। दिनभर पानी पीते रहें और मुंह को हाइड्रेट रखें।
पुराने दांत दर्द को नजरअंदाज करना
अगर दांत में पुराना दर्द बना रहता है, तो यह संक्रमण का संकेत हो सकता है। इसे नजरअंदाज करने पर दांत कमजोर होकर टूट सकते हैं या संक्रमण दिमाग तक पहुंच सकता है।
समय पर डॉक्टर को दिखाएं
दांतों में दर्द, सूजन या पस जैसे लक्षण दिखते ही तुरंत डेंटिस्ट से मिलें। इलाज में देरी करना भारी पड़ सकता है, जिससे दांत खोने का खतरा भी बढ़ जाता है।
दांतों की देखभाल कैसे करें?
दिन में दो बार फ्लोराइड युक्त टूथपेस्ट से ब्रश करें, भोजन के बाद कुल्ला करें और एंटीसेप्टिक माउथवॉश का उपयोग करें। इससे मुंह में बैक्टीरिया नहीं पनपते।
ओरल हेल्थ के लिए विटामिन C और कैल्शियम युक्त फूड्स खाएं। दांतों और मसूड़ों को मजबूत रखने के लिए फाइबर, दूध, दही और हरी सब्जियों को डाइट में शामिल करें। स्वास्थ्य से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com