लिवर शरीर का एक बहुत ही जरूरी अंग है। यह खून को साफ करता है, पाचन में मदद करता है, शरीर से जहरीले तत्व बाहर निकालता है और जरूरी पोषक तत्वों को जमा करके रखता है। आज हम लिवर ट्रांसप्लांट सर्जन डॉक्टर एच.आर.एस गिरन से जानेंगे लिवर फेलियर होने के कारणों के बारे में।
क्या होता है लिवर फेलियर?
लिवर फेलियर तब होता है जब लिवर ठीक से काम करना बंद कर देता है। यह एक गंभीर स्थिति होती है, जिसमें लिवर शरीर से जहरीले तत्व और अपशिष्ट को बाहर नहीं निकाल पाता। लिवर फेलियर के कई कारण हो सकते हैं।
शराब का ज्यादा सेवन
लंबे समय तक ज्यादा शराब पीने से लिवर की कोशिकाएं नष्ट हो जाती हैं। इससे अल्कोहोलिक लिवर डिजीज होती है, जो आगे चलकर लिवर फेलियर का कारण बनती है।
वायरल हेपेटाइटिस
आपको बता दें कि हेपेटाइटिस ए, बी और सी जैसे वायरस लिवर को संक्रमित कर देते हैं। अगर इनका समय पर इलाज न हो तो लिवर खराब होने लगता है।
फैटी लिवर
जब लिवर में चर्बी जमा हो जाती है, तो वह सूजन पैदा कर सकती है। यह सूजन धीरे-धीरे लिवर को नुकसान पहुंचाती है और लिवर फेलियर हो सकता है।
दवाइयों या जहरीले पदार्थों का असर
कुछ दवाएं और रसायन जैसे पेनकिलर या जहरीले मशरूम लिवर पर बुरा असर डाल सकते हैं। ज्यादा मात्रा में दवाएं लेना लिवर को अचानक फेल कर सकता है।
सिरोसिस (Cirrhosis)
यह एक स्थिति है जिसमें लिवर की स्वस्थ कोशिकाएं खराब होकर स्कार टिशू में बदल जाती हैं। यह धीरे-धीरे लिवर को पूरी तरह खराब कर सकती है।
अनुवांशिक बीमारियां
कुछ लिवर से जुड़ी बीमारियां माता-पिता से बच्चों में आ सकती हैं, जैसे विल्सन डिजीज या हीमोक्रोमाटोसिस। ये भी लिवर फेलियर का कारण बन सकती हैं।
लिवर फेलियर एक गंभीर स्थिति है, लेकिन सही जीवनशैली, समय पर इलाज और सतर्कता से इससे बचा जा सकता है। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com