वर्टिगो एक ऐसी स्थिति है जिसमें व्यक्ति को चक्कर आना, संतुलन बिगड़ना या सिर घूमता हुआ महसूस होता है। यह एक न्यूरोलॉजिकल या कान की आंतरिक समस्या के कारण हो सकता है, जिसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। चलिए ENT विशेषज्ञ डॉ. एस के तिवारी से विस्तार में जानते हैं वर्टिगो के लक्षणों के बारे में।
वर्टिगो के प्रमुख कारण
वर्टिगो के कई कारण हो सकते हैं जैसे- कान में संक्रमण, ब्लड सप्लाई में कमी, तनाव, कमजोरी या बिना खाए-पिए काम करना। ये सभी कारण मानसिक असंतुलन और चक्कर की स्थिति पैदा कर सकते हैं।
चक्कर आना
वर्टिगो का सबसे आम लक्षण बार-बार चक्कर आना है। व्यक्ति को लगता है कि सब कुछ घूम रहा है। यह लक्षण अचानक आ सकता है और कुछ समय बाद अपने आप ठीक भी हो सकता है।
संतुलन बिगड़ना
वर्टिगो के कारण व्यक्ति बार-बार लड़खड़ाता है या गिरने लगता है। सामान्य चलने में भी दिक्कत महसूस होती है, जिससे दैनिक गतिविधियां प्रभावित होती हैं और आत्मविश्वास भी कम हो जाता है।
आंखों के सामने अंधेरा छाना
कई बार वर्टिगो अटैक के दौरान मरीज को आंखों के सामने अंधेरा नजर आने लगता है। यह संकेत शरीर में ब्लड सर्कुलेशन में गड़बड़ी का हो सकता है, जिसे हल्के में नहीं लेना चाहिए।
जी मिचलाना और उल्टी आना
वर्टिगो की स्थिति में व्यक्ति को जी मिचलाने लगता है और कई बार उल्टी भी हो सकती है। यह स्थिति शरीर की असंतुलित स्थिति और ब्रेन सिग्नल में गड़बड़ी के कारण होती है।
कान का सुन्न होना
कई बार कान के अंदरूनी हिस्से में सूजन या संक्रमण के कारण सुनने की क्षमता पर असर पड़ता है। वर्टिगो में कान सुन्न हो जाना या झनझनाहट भी एक लक्षण हो सकता है।
वर्टिगो से बचाव के तरीके
कान की सफाई नियमित करें, तकिया ऊंचा रखें और सिर को झटके से न घुमाएं। भारी सामान उठाने से बचें। संतुलित आहार लें और तनाव कम करें। इन उपायों से वर्टिगो को कंट्रोल किया जा सकता है।
अगर आपको बार-बार वर्टिगो की समस्या होती है तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। सही समय पर इलाज करके आप इस समस्या से राहत पा सकते हैं। हेल्थ से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com