लिवर डिस्फंक्शन का मतलब है कि आपका लिवर ठीक से काम नहीं कर रहा है। यह तब होता है जब लिवर किसी बीमारी या खराब आदतों की वजह से कमजोर हो जाता है।
एक्सपर्ट से जानें
आइए जिनोवा शेलबी हॉस्पिटल की इंटर्नल मेडिसिन एक्सपर्ट डॉक्टर उर्वी महेश्वरी से जानते हैं लिवर डिस्फंक्शन के लक्षण और इलाज के बारे में।
पीलिया का संकेत
पीलिया यानी आंखों और त्वचा का पीला पड़ना लिवर डिस्फंक्शन का एक बड़ा संकेत है। यह दर्शाता है कि लिवर बाइल पिगमेंट को ठीक से प्रोसेस नहीं कर पा रहा।
मल और पेशाब के रंग में बदलाव
अगर आपके यूरिन का रंग गहरा और मल का रंग हल्का हो गया है, तो यह लिवर फंक्शन में गड़बड़ी का संकेत हो सकता है। इसे नजरअंदाज न करें।
वजन घटना और कमजोरी
बिना डाइटिंग या एक्सरसाइज के अचानक वजन घटना और कमजोरी महसूस होना लिवर डिस्फंक्शन का लक्षण हो सकता है। यह शरीर के मेटाबॉलिज्म पर असर डालता है।
आंतरिक अंगों से ब्लीडिंग
लिवर का खराब होना ब्लड क्लॉटिंग फैक्टर्स को प्रभावित करता है, जिससे नाक, मसूड़ों या मल से खून आ सकता है। यह लक्षण खतरनाक हो सकता है।
त्वचा पर खुजली और बाल झड़ना
लिवर की गड़बड़ी से शरीर में टॉक्सिन्स बढ़ते हैं, जिससे स्किन में खुजली और बाल झड़ने जैसी समस्याएं हो सकती हैं। यह लिवर की बिगड़ती स्थिति को दर्शाता है।
शुरुआती इलाज से संभव है सुधार
अगर लिवर डिस्फंक्शन शुरुआत में पहचान लिया जाए तो दवाओं से स्थिति में सुधार संभव है। नियमित जांच, दवाएं और जीवनशैली सुधार से लिवर को ठीक किया जा सकता है। लेकिन जब लिवर पूरी तरह फेल हो जाता है, तब लिवर ट्रांसप्लांट या सर्जरी की जरूरत होती है।
अगर आपको ऊपर बताए गए कोई भी लक्षण दिखें तो यह लिवर डिस्फंक्शन का संकेत हो सकता है। समय रहते इलाज जरूरी है। हेल्थ से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com