रातभर जागने से शरीर की सर्कैडियन रिदम बिगड़ जाती है, जिससे मानसिक और शारीरिक कार्यक्षमता प्रभावित होती है। इससे थकान बढ़ती है और दिनभर सुस्ती महसूस होती है।
एक्सपर्ट की राय
नारायण हॉस्पिटल लखनऊ में कार्यरत जनरल फिजिशियन (एमडी, मेडिसिन) डॉ. अभिषेक गुप्ता का कहना है कि भले ही आप काम या ड्यूटी की वजह से रात में जग रहे हों या फिर आपको रात में नींद ना आने की समस्या हो, किसी भी स्थिति में रात भर जागना स्वास्थ्य को नुकसान ही पहुंचाती हैं।
हाई ब्लड प्रेशर का खतरा
नींद की कमी हाई ब्लड प्रेशर का कारण बन सकती है। यह तनाव को कंट्रोल करने वाले हार्मोन को प्रभावित करती है और हृदय रोग का खतरा बढ़ाती है।
हृदय रोग का खतरा
लगातार कम सोने से दिल की धड़कनों की अनियमितता बढ़ती है, जिससे दिल पर दबाव पड़ता है और हृदय संबंधित बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
डायबिटीज का खतरा
पर्याप्त नींद न लेने से इंसुलिन का उत्पादन प्रभावित होता है, जिससे ब्लड शुगर का लेवल बढ़ता है और टाइप 2 डायबिटीज होने की संभावना अधिक हो जाती है।
स्ट्रोक का खतरा
लगातार नींद की कमी से मस्तिष्क में ऑक्सीजन की आपूर्ति बाधित होती है, जिससे स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है। इससे दिमाग पर गंभीर प्रभाव पड़ता है।
मोटापा बढ़ना
रातभर जागने से भूख को कंट्रोल करने वाले हार्मोन असंतुलित हो जाते हैं, जिससे ज्यादा खाने की इच्छा बढ़ती है और मोटापा होने का खतरा बढ़ जाता है।
पाचन संबंधी समस्याएं
नींद की कमी से किडनी की कार्यप्रणाली प्रभावित होती है, जिससे शरीर में विषाक्त पदार्थों का निष्कासन सही से नहीं हो पाता और पाचन संबंधी समस्याएं बढ़ती हैं।
मानसिक थकावट
लगातार कम नींद लेने से मानसिक थकावट महसूस होना, ध्यान केंद्रित करने की क्षमता में कमी और नर्वस सिस्टम से जुड़ी समस्याएं पैदा हो सकती हैं।
अपर्याप्त नींद से मूड स्विंग्स, चिड़चिड़ापन और एंग्जायटी बढ़ सकती है, जिससे व्यक्ति को तनाव और डिप्रेशन महसूस हो सकता है। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com